प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट में बुधवार से खुली अदालत में सुनवाई शुरू होगी. कोरोना संक्रमण की दूसरी वेव के कारण अभी तक केवल वर्चुअल सुनवाई हो रही थी. सुनवाई का लिंक न मिल पाने के कारण अधिवक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. बता दें कि वर्चुअल सुनवाई के दौरान अधिवक्ताओं को न्यायालय प्रशासन केस के एसएमएस भेज देता था. लिंक मिलने के बाद अधिवक्ताओं को अपना नंबर आने का इंतजार करना पड़ता था.
वर्चुअल सुनवाई से वकीलों को हो रही परेशानी और इसे लेकर उनके आंदोलन को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 14 जुलाई से खुली अदालत में मुकदमों की सुनवाई करने का फैसला लिया था. वर्चुअल सुनवाई में लिंक न मिल पाने और तमाम वकीलों के इससे व्यवस्था से परिचित ना होने की वजह से कई तरीके की समस्याएं पैदा हो रही थीं. इन समस्याओं को लेकर मुख्य न्यायाधीश से गत दिनों वार्ता की गई थी. उन्होंने आश्वासन दिया था कि वकीलों की समस्याओं का शीघ्र ही निराकरण किया जाएगा.
दिनभर इंतजार के बाद भी सुनवाई नहीं हो पाती थी. साथ ही यह भी पता नहीं चल पाता था कि लंच के बाद कोर्ट नहीं बैठी है. डिस्प्ले बोर्ड पर इसकी सूचना न मिलने के कारण अधिवक्ता इंतजार करते थे. बुधवार से वर्चुअल के साथ-साथ खुली अदालत में सुनवाई शुरू होने से उन अधिवक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी, जो अब भी वर्चुअल तकनीक से अच्छी तरह परिचित नहीं हैं.
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लॉकडाउन हटने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुकदमों की सुनवाई को शुरू हुई लेकिन ऑनलाइन मोड में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुकदमे सुने जा रहे थे. इस व्यवस्था से तमाम वकीलों की काफी शिकायतें थीं. उनका कहना था कि ऑनलाइन सुनवाई में कई बार लिंक नहीं मिल पाता था. इस कारण उनके मुकदमे पासओवर हो जाते हैं और उनमें डेट लग जाती है. वहीं कई वकील ऐसे भी हैं, जो ऑनलाइन सिस्टम से परिचित नहीं हैं. वादकारी भी इस अव्यवस्था से परेशान थे.