प्रयागराज : रमजान के महीने में खुदा की बेशुमार रहमत रोजेदारों पर बरसती है. ईद के दस्तक देते ही शहर का घंटा-घर चौक और कई ऐसे स्पॉट हैं, जो सुबह से लेकर शाम तक गुलजार रहते हैं. शाम होते ही बाजार में रोजेदारों की भीड़ जमा होती है और रोजेदार नमाज पढ़कर इफ्तार करते हैं.
इस दिनों घंटा-घर चौराहा और रोशन बाग के रोड पर दुकानें सजी हुई है. यहां पकोड़े, खस्ता, पापड़ी, दही बड़ा और फल-फ्रूट की भी दुकानें रोजेदारों के लिए पूरे माह लगाई जाती है.
रमजान के महीने में रोजेदारों के लिए गुलजार रहता है बाजार
- रमजान के महीने में रोजेदार पर बरसती है खुदा की रहमत.
- शहर का घंटा-घर चौक सुबह से लेकर शाम तक रहता है गुलजार.
- शाम होते ही इन बाजारों में जमा होती है रोजेदारों की भीड़.
- बाजारों मे रोजेदारों के लिए दही-बड़ा, खस्ता, पापड़ी और पकोड़े जैसे पकवान बनते हैं.
60 सालों से रमजान के पाक महीने में रोजेदारों के लिए फुलौरी की दुकाने लगाता हूं, बाकि 11 महीने हमारी दुकान नहीं लगती है. पहले यह दुकान मेरे पिता लगाते थे और अब मैं लगाता हूं. शाम को यहां रोजेदारों की भीड़ जमा हो जाती है और छह बजे तक हमारा सारा सामान बिक जाता है.
गुलाम अहमद, दुकानदार50 साल से रमजान के महीने में रोजेदारों के लिए हमारी दही-बड़ा की दुकान लग रही है. पूरे माह हमारे यहां रोजेदार आते हैं और रोजा तोड़ने के लिए दही-बड़ा यहां से लेकर जाते हैं. हम रोजेदारों के लिए लिए दही बड़ा, पकौड़ी, दही, छोले और चना बनाते हैं.
समीम, दुकानदार