प्रयागराज : जिले में गंगा यमुना नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है. इसका असर संगम क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा है. संगम तक पहुंचने वाले रास्ते तक गंगा यमुना का पानी पहुंच गया है. जिसके चलते दुकानदारों से लेकर पुरोहितों तक को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं. तट पर लगी दुकानों को दुकानदार ऊपर की ओर ले जा रहे हैं. वहीं निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को प्रशासन की तरफ से हिदायत दे दी गई है.
प्रयागराज में सुबह से गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया था. धीरे-धीरे शाम को संगम तक पहुंचने वाली कच्ची सड़क पर पानी भर गया. इसके साथ ही गंगा आरती के स्थल के करीब तक पानी पहुंच चुका है. एकाएक जलस्तर बढ़ने से कुछ पुरोहितों के छप्पर और दुकानदारों की दुकानें नहीं हट सकीं. देखते ही देखते यह पानी में डूब गईं. जिसके बाद नाव की मदद से लोगों ने अपनी दुकान का सामान और घाट के छप्पर हटाये, जबकि कुछ दुकानदारों के तख्त पानी में रह गये हैं.
प्रयागराज में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है, लेकिन अभी दोनों ही नदियां खतरे के निशान के 5 मीटर नीचे हैं. जिले में खतरे का निशान 84.73 मीटर है, जबकि अभी गंगा यमुना का जलस्तर 79 मीटर के करीब ही पहुंचा है. वहीं जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.
डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि दोनों नदियों के बढ़ते हुए जलस्तर को देखते हुए बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है. उनका कहना है कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने और अभी से सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा जा रहा है. इसके साथ ही उनका कहना है कि बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ चौकियों को सतर्क करने के साथ ही बाढ़ राहत केंद्र तैयार करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है.
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