प्रयागराज: सीबीआई टीम महंत नरेंद्र गिरी की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए बाघंबरी मठ पहुंची थी. सीबीआई ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित की थी. यहां सीबीआई की टीम अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में हत्या या आत्महत्या के बीच उलझी गुत्थी सुलझाने की कोशिश की. सीबीआई की टीम के साथ एसआईटी की टीम भी बाघंबरी मठ पहुंची थी.
सीबीआई के 12 सदस्यों की टीम तीन गाड़ियों से शाम करीब चार बजे बाघंबरी मठ पहुंची थी. मठ में पहुंचने के बाद सीबीआई की टीम सीधे उस कमरे के बाहर गयी, जहां पर महंत नरेंद्र गिरी के सुसाइड करने की बात कही जा रही थी. सीबीआई की टीम, जॉइंट डायरेक्टर विप्लव चौधरी की अगुवाई में मठ में जांच करने पहुंची थी. इसके बाद सीबीआई की टीम ने सर्वेश द्विवेदी को बुलाकर उससे पूछताछ की.
इसके साथ ही सर्वेश को साथ में लेकर सीबीआई की टीम ने सुसाइड वाले कमरे के चारों तरफ निरीक्षण किया. साथ ही सर्वेश को लेकर सीबीआई की टीम मठ के पिछले हिस्से में भी गई और उससे लगातार सवाल पूछे जाते रहे. मठ पहुंचने के बाद टीम तीन हिस्सों में बंट गयी. सीबीआई की टीम ने छत पर जाकर भी तफ्तीश की. टीम के सदस्यों ने बारीकी से हर जगह का निरीक्षण किया.
सीबीआई के टीम के दो अफसरों ने अलग कमरे में बैठकर बलवीर गिरी से पूछताछ की. सीबीआई की टीम ने महन्त नरेंद्र गिरी के दो करीबी शिष्यों से समाधि स्थल के पास पूछताछ की गयी. टीम ने मठ के पिछले हिस्से में बनी महंत नरेंद्र गिरी के समाधि के पास निर्भय व एक अन्य शिष्य से भी कुछ जानकारी हासिल की. पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम शाम साढे छह बजे मठ से वापस चली गयी.
सोमवार शाम श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के एक कमरे में महंत की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. उनके कमरे में एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था. पुलिस ने दावा किया था महंत ने फंदे पर लटककर जान दी थी. मगर घटना को लेकर कुछ संतों व अन्य लोगों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कई सवाल उठाए थे. सोमवार की रात ही जार्जटाउन थाने में अमर गिरी की तहरीर पर महंत के शिष्य आनंद गिरी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महंत की मौत का कारण फांसी लगाना पाया गया था.
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मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसएसपी ने सीओ की अध्यक्षता में 18 सदस्यीय SIT गठित की थी. एसआइटी ने आरोपित आनंद गिरि, पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी, उसके बेटे संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बुधवार रात प्रदेश सरकार ने इस केस की जांच सीबीआइ से कराने के संस्तुति की थी, जिसके बाद सीबीआइ दिल्ली की टीम ने केस दर्ज किया था. सीबीआई ने जार्जटाउन थाने में दर्ज मुकदमे को ही आधार बनाया है. शुक्रवार शाम सीबीआइ टीम के कुछ सदस्य प्रयागराज पहुंच गए थे. उन्होंने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की थी. सीबीआई के कुछ अधिकारी शनिवार को प्रयागराज पहुंचे हैं.