अलीगढ़: जिले में अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य अनीता जैन (Minorities Commission member Anita Jain) शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जिले के अधिकारियों से भी मीटिंग की. मीटिंग के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क के किनारे भीख मांगने वालों के लिए पुनर्वास का इंतजाम किया जाए. वहीं, बकरीद के संदर्भ में भी उन्होंने शहर में सफाई, पेयजल, बिजली, सुरक्षा और यातायात की व्यवस्था (security and traffic) दुरुस्त करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है.
अनीता जैन ने बेबाक कहा कि अल्पसंख्यक आयोग द्वारा गरीबों के लिए जो योजनाएं चल रही हैं. उसका धरातल पर कोई प्रतिफल दिखाई नहीं दे रहा है. केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं (Central and State Government Schemes) का लाभ गरीबों तक पहुंचे, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते बहुत से लोग हज पर नहीं जा सके. लेकिन आने वाले समय में अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को हज पर भेजने की व्यवस्था सरकार करेगी.
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वहीं, मदरसा शिक्षा प्रणाली (madrassa education system) में बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार इस पर काम कर रही है. अल्पसंख्यकों के स्कूल संचालकों से मीटिंग कर वार्ता की जा रही है. सरकार चाहती है कि एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर होना चाहिए. एक हाथ में ग्रंथ हो तो दूसरे हाथ में आधुनिक उपकरण होना चाहिए. धार्मिक शिक्षा से बच्चों का सांस्कृतिक विकास होता है. उन्होंने कहा कि मदरसों का विजिट किया जाएगा और सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे. वहीं, मदरसों में जो पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है उसकी भी निगरानी की जाएगी.
वहीं, धार्मिक टिप्पणी मामले में जुबैर को जेल भेजने के सवाल पर कहा कि यह न्यायिक प्रक्रिया है और इसमें मेरा बोलना सही नहीं होगा. नूपुर शर्मा के सवाल पर कहा कि उन्हें पार्टी ने निष्कासन कर दिया है और अपने-अपने समाज का मामला है. सब अपने अपने हितों के लिए लड़ते हैं. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के अल्पसंख्यक स्वरूप के सवाल पर कहा कि इस मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कुलपति के साथ वार्ता की जा रही है. एएमयू को माइनॉरिटी दर्जा दिलाने के सवाल पर कहा कि कुलपति से बातचीत कर सहमति के आधार पर इस मुद्दे को प्राथमिकता दी जाएगी.
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