आगरा: आगरा में मेट्रो निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. प्रायोरिटी मेट्रो कॉरिडोर में तीन किलोमीटर अंडरग्राउंड और ताजमहल से आरबीएस कॉलेज तक सात किलोमीटर अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक बनेगा. उसकी खुदाई के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) जल्द ही आएगी.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. आगरा में मेट्रो प्रोजेक्ट निर्माण के दो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं. दोनों कॉरिडोर की लंबाई 29.4 किलोमीटर है. पहला मेट्रो कॉरिडोर ताज पूर्वी मेट्रो स्टेशन से सिकंदरा मेट्रो स्टेशन तक 14 किलोमीटर लंबा है. इस पर 13 मेट्रो स्टेशन बनेंगे. इनमें छह एलिवेटेड और सात भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे. दूसरा मेट्रो कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 15 किलोमीटर लंबा है. इसमें 14 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे.
सितंबर 2022 में आएगी टीबीएम: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि आगरा में मेट्रो ट्रेन के संचालन के लिए भूमिगत मेट्रो ट्रैक और मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिए टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का उपयोग किया जाएगा. मानसून के बाद सितंबर 2022 में यह टीबीएम आएगी. इसके बाद ही टनल की खुदाई होगी. टीबीएम को लेकर के दिल्ली, चेन्नई और अन्य जगह बातचीत चल रही है, जिस भी जगह मेट्रो प्रोजेक्ट कार्य पूरा हो जाएगा. वहां की टीबीएम आगरा लाई जाएगी. आगरा में अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक और अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने में प्रशिक्षित ऑपरेटर और विशेषज्ञ कार्य करेंगे.
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मेट्रो डिपो का 80 फीसदी सिविल वर्क कंप्लीट: यूपीएमआरसी की ओर से सात 6 किलोमीटर लंबा मेट्रो ट्रैक प्रायोरिटी मेट्रो कॉरिडोर में शामिल है. यह फतेहाबाद रोड पर निर्माणाधीन ताज पूर्वी मेट्रो स्टेशन से जामा मस्जिद तक है. इसमें फतेहाबाद रोड पर तीन एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन और इसके बाद पुरानी मंडी चौराहा से जामा मस्जिद तक तीन अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन हैं. अभी आगरा फोर्ट के सामने रक्षा संपदा की भूमि पर आगरा फोर्ट मेट्रो स्टेशन के लिए खुदाई का काम शुरू हो गया है. यहां पर डायवॉल फ्रेम बनाकर स्टेशन की चौहद्दी तैयार की जा रही है. इसके साथ ही फतेहाबाद रोड पर एलिवेटेड सेक्शन में ट्रैक बिछाने का काम भी शुरू हो गया है. आगरा मेट्रो का पीएसी मैदान पर मेट्रो डिपो बनाने का सिविल वर्क 80 फीसदी हो गया है.
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