आगरा: एक अधिवक्ता ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ परिवाद दायर किया है. वे कंगना रनौत के भीख में मिली आज़ादी वाले बयान से आहत हैं. उनके अनुसार कंगना देश में अराजकता फैलाने का काम कर रही हैं. कंगना रनौत पर देशद्रोह का आरोप है.
कंगना रनौत के "1947 में मिली आजादी को भीख में मिली आजादी" बताने के बयान को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है. कंगना के साथ विपक्ष ने सरकार पर भी हमला बोलना शुरू कर दिया है. अब आगरा के अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने अधिवक्ता बीएस फौजदार के माध्यम से अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दर्ज कराने के लिए प्रार्थनापत्र दाखिल किया है.
अधिवक्ता रमाशंकर का कहना है कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत राष्ट्रद्रोही हैं. देश को आजादी दिलाने के लिए क्रांतिकारियों ने अपने खून से होली खेली थी. न जाने कितने नौजवान हस्ते-हस्ते देश पर न्योछावर हो गए, लेकिन आज एक अभिनेत्री हमारे उन वीरसपूतों के पुरुषार्थ पर कालिख पोत रही है. ये देश के हर नागरिक को न मंजूर है. इसको लेकर लॉयर्स कॉलोनी निवासी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने कंगना रनौत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोर्ट में प्रार्थना-पत्र 17 नवंबर को दाखिल किया था. इस पर सुनवाई के लिए सीजेएम 25 नवंबर की तारीख तय की है.
अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने आरोप लगाया कि उन्होंने देशभक्तों, शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों सहित पूरे राष्ट्र का अपमान किया है. इससे परिवादी व अन्य अधिवक्ताओं आदि की भावनाएं आहत हुई है. उन्होंने केंद्र सरकार पर भी देश का अपमान करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई न करने का आरोप लगाया. अदालत में राष्ट्रद्रोह अधिनियम सहित अन्य आरोप में परिवाद पत्र प्रस्तुत कर तलब करने का आग्रह किया है.
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