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आगरा पेपर लीक प्रकरण: प्राचार्य पर कोचिंग संचालक की मदद से पेपर लीक कराने का आरोप

आगरा जनपद के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में लगातार हो रहे पेपर लीक मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. प्राचार्य को इस मामले का मुख्य स्रोत बताया गया है. इसके मद्देनजर पेपर लीक प्रकरण में कैबिनेट शिक्षा मंत्री ने सख्त कार्रवाई केआदेश दिए हैं.

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आगरा पेपर लीक प्रकरण
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Published : May 20, 2022, 2:24 PM IST

आगरा: जनपद के आगरा कॉलेज में बीते 11 मई को बीएससी थर्ड ईयर के गणित व जंतु विज्ञान के पेपर लीक मामले में प्राचार्य की संलिप्तता सामने आई है. इस बात का भी खुलासा हुआ है कि प्राचार्य अनेक सिंह ही पेपर लीक मामले के मुख्य स्रोत हैं. पेपर लीक प्रकरण में कैबिनेट शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इस कड़ी में बुधवार को आगरा पुलिस ने अच्छनेरा के हरिचरणलाल महाविद्यालय के प्राचार्य अनेक सिंह को हिरासत में ले लिया. एसपी सिटी ने बताया कि प्राचार्य अनेक सिंह पेपर लीक मामले के मुख्य स्रोत हैं. उनकी मदद से ही सभी जगह पेपर लिक हुए थे और आगरा कॉलेज में कॉलेज के पास ही कोचिंग संचालक के सहयोग से इस पूरे प्रकरण को अंजाम दिया गया था. इस मामले में और भी लोगों से पूछताछ चल रही है.

अच्छनेरा के कॉलेज से पेपर हुआ था लीक: एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि हरिचरणलाल महाविद्यालय में प्राचार्य पद पर तैनात अनेक सिंह को गिरफ्तार किया गया है. उसने बताया कि वह प्राचार्य अभी बना था, उससे पहले वह वहां पर टीचर था. महाविद्यालय का मालिक अशोक अपने कॉलेज के अलावा अन्य कॉलेजों में पेपर भिजवाता था और मंगवाया भी करता था. इस काम का प्रबंधन समिति के निर्देशानुसार पर किया जाता था. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रबंधन समिति इसके लिए छात्रों से पैसे लेने का काम करती थी. इसके बाद छात्रों को उनके फोटो खींच कर दिए जाते थे. इस तरीके से सभी जगह पेपर भेजने का काम अनेक सिंह के हाथों किया जा रहा था.

आगरा पेपर लीक प्रकरण

बता दें कि आगरा कॉलेज के पास ही कोचिंग चलाने वाले व्यक्ति से अनेक सिंह का मिलना-जुलना था. उसी को अनेक सिंह ने पेपर का फोटो खींचकर भेजा था. पैसों के लिए कोचिंग संचालक ने सभी को पेपर का फोटो व्हाट्सएप किया था.

यह था पूरा मामला: 11 मई 2022 को आगरा कॉलेज की द्वितीय पाली में बीएससी थर्ड ईयर का मैथ और जूलॉजी का पेपर होना था. पेपर होने के 1 घंटे पहले ही पेपर लीक होने की सूचना प्राचार्य, आगरा कॉलेज के प्रॉक्टोरियल बोर्ड को मिली. इसके बाद जांच में 50 से भी अधिक छात्र-छात्राएं पकड़े गए थे. पुलिस ने छात्र-छात्राओं के फोन जब्त कर उनसे पूछताछ की थी.

इसे भी पढ़े-आगरा कॉलेज में मैथ और जंतु विज्ञान का पेपर हुआ लीक, 50 से ज्यादा पकड़े गए नकलची

सामूहिक नकल मामले में परीक्षा केंद्र निरस्त: डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी से जुड़े हाथरस के श्री कृष्णा योगीराज महाविद्यालय कोड नंबर 149 की परीक्षा केंद्र को बुधवार को निरस्त कर दिया गया. विद्यार्थियों का झुंड बनाकर कॉलेज परिसर में नकल कराई जा रही थी. इस कारण हाथरस कोर्ट 149 का परीक्षा केंद्र भी निरस्त कर दिया. 13 मई को श्री रामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज एटा, कोड नंबर 940 में भी सामूहिक रूप से नकल करवाने को लेकर परीक्षा केंद्र निरस्त किया गया.

रोकथाम के खास इंतजाम: आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में लगातार पेपर लीक मामले के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब सख्ती बरती है. जिसके मद्देनजर सभी नोडल केंद्र पर सख्ती बढ़ाई जाएगी. विश्व विद्यालय ने नई तकनीकी अपनाई है, जिसमें जूम मीटिंग व यूट्यूब पर विश्व विद्यालय प्रशासन सभी नोडल केंद्रों पर पेपर भेजने से पहले वहां पर जाने वाले सभी अधिकारियों, प्रोफेसरों के कांटेक्ट नंबर रहेंगे. सब कुछ लाइव रखा जाएगा. टाइम टू टाइम उसकी वीडियोग्राफी जूम मीटिंग पर या फिर यूट्यूब पर अपलोड की जाएगी. इससे जानकारी मिलती रहेगी कि पेपर कब खोले गए और कितने बजे पेपर सेंटर पर भेजे गए. साथ ही सब कुछ लाइव रखा जाएगा. वहीं, सभी नोडल केंद्रों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफआईडी) लॉक लगाया जाएगा. रेडियो फ्रीक्वेंसी लॉक यह एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक लॉक होता है, जिसके ऊपर एक चिप होती है. इस चिप का नियंत्रण विश्वविद्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष में होगा.

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आगरा: जनपद के आगरा कॉलेज में बीते 11 मई को बीएससी थर्ड ईयर के गणित व जंतु विज्ञान के पेपर लीक मामले में प्राचार्य की संलिप्तता सामने आई है. इस बात का भी खुलासा हुआ है कि प्राचार्य अनेक सिंह ही पेपर लीक मामले के मुख्य स्रोत हैं. पेपर लीक प्रकरण में कैबिनेट शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इस कड़ी में बुधवार को आगरा पुलिस ने अच्छनेरा के हरिचरणलाल महाविद्यालय के प्राचार्य अनेक सिंह को हिरासत में ले लिया. एसपी सिटी ने बताया कि प्राचार्य अनेक सिंह पेपर लीक मामले के मुख्य स्रोत हैं. उनकी मदद से ही सभी जगह पेपर लिक हुए थे और आगरा कॉलेज में कॉलेज के पास ही कोचिंग संचालक के सहयोग से इस पूरे प्रकरण को अंजाम दिया गया था. इस मामले में और भी लोगों से पूछताछ चल रही है.

अच्छनेरा के कॉलेज से पेपर हुआ था लीक: एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि हरिचरणलाल महाविद्यालय में प्राचार्य पद पर तैनात अनेक सिंह को गिरफ्तार किया गया है. उसने बताया कि वह प्राचार्य अभी बना था, उससे पहले वह वहां पर टीचर था. महाविद्यालय का मालिक अशोक अपने कॉलेज के अलावा अन्य कॉलेजों में पेपर भिजवाता था और मंगवाया भी करता था. इस काम का प्रबंधन समिति के निर्देशानुसार पर किया जाता था. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रबंधन समिति इसके लिए छात्रों से पैसे लेने का काम करती थी. इसके बाद छात्रों को उनके फोटो खींच कर दिए जाते थे. इस तरीके से सभी जगह पेपर भेजने का काम अनेक सिंह के हाथों किया जा रहा था.

आगरा पेपर लीक प्रकरण

बता दें कि आगरा कॉलेज के पास ही कोचिंग चलाने वाले व्यक्ति से अनेक सिंह का मिलना-जुलना था. उसी को अनेक सिंह ने पेपर का फोटो खींचकर भेजा था. पैसों के लिए कोचिंग संचालक ने सभी को पेपर का फोटो व्हाट्सएप किया था.

यह था पूरा मामला: 11 मई 2022 को आगरा कॉलेज की द्वितीय पाली में बीएससी थर्ड ईयर का मैथ और जूलॉजी का पेपर होना था. पेपर होने के 1 घंटे पहले ही पेपर लीक होने की सूचना प्राचार्य, आगरा कॉलेज के प्रॉक्टोरियल बोर्ड को मिली. इसके बाद जांच में 50 से भी अधिक छात्र-छात्राएं पकड़े गए थे. पुलिस ने छात्र-छात्राओं के फोन जब्त कर उनसे पूछताछ की थी.

इसे भी पढ़े-आगरा कॉलेज में मैथ और जंतु विज्ञान का पेपर हुआ लीक, 50 से ज्यादा पकड़े गए नकलची

सामूहिक नकल मामले में परीक्षा केंद्र निरस्त: डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी से जुड़े हाथरस के श्री कृष्णा योगीराज महाविद्यालय कोड नंबर 149 की परीक्षा केंद्र को बुधवार को निरस्त कर दिया गया. विद्यार्थियों का झुंड बनाकर कॉलेज परिसर में नकल कराई जा रही थी. इस कारण हाथरस कोर्ट 149 का परीक्षा केंद्र भी निरस्त कर दिया. 13 मई को श्री रामस्वरूप गंगा प्रसाद कॉलेज एटा, कोड नंबर 940 में भी सामूहिक रूप से नकल करवाने को लेकर परीक्षा केंद्र निरस्त किया गया.

रोकथाम के खास इंतजाम: आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में लगातार पेपर लीक मामले के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब सख्ती बरती है. जिसके मद्देनजर सभी नोडल केंद्र पर सख्ती बढ़ाई जाएगी. विश्व विद्यालय ने नई तकनीकी अपनाई है, जिसमें जूम मीटिंग व यूट्यूब पर विश्व विद्यालय प्रशासन सभी नोडल केंद्रों पर पेपर भेजने से पहले वहां पर जाने वाले सभी अधिकारियों, प्रोफेसरों के कांटेक्ट नंबर रहेंगे. सब कुछ लाइव रखा जाएगा. टाइम टू टाइम उसकी वीडियोग्राफी जूम मीटिंग पर या फिर यूट्यूब पर अपलोड की जाएगी. इससे जानकारी मिलती रहेगी कि पेपर कब खोले गए और कितने बजे पेपर सेंटर पर भेजे गए. साथ ही सब कुछ लाइव रखा जाएगा. वहीं, सभी नोडल केंद्रों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफआईडी) लॉक लगाया जाएगा. रेडियो फ्रीक्वेंसी लॉक यह एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक लॉक होता है, जिसके ऊपर एक चिप होती है. इस चिप का नियंत्रण विश्वविद्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष में होगा.

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