आगराः जिले के अंतर्गत कस्बा पिनाहट के चंबल घाट पर समय सीमा खत्म होने के बाद भी पैंटून पुल का निर्माण नहीं हुआ है. जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के करीब 140 गांव की लोग परेशान हैं. दीपावली त्यौहार पर यात्री स्ट्रीमर से नदी पार कर सफर कर रहे हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण आक्रोशित भी हैं.
पिनाहट उसेत चंबल नदी घाट पर दो प्रदेशों उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को जोड़ने के लिए हर वर्ष 15 अक्टूबर से लेकर 15 जून तक लोक निर्माण विभाग आगरा द्वारा पैंटून पुल का निर्माण लोगों के आवागमन के लिए किया जाता है. 2 राज्यों के गांव के लोगों का आवागमन का एक मुख्य साधन पैंटून पुल है. इस वर्ष लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते समयावधि के बाद करीब एक माह बीतने के बाद भी नदी पर पैंटून पुल का निर्माण कार्य अभी तक नहीं हुआ है.
ग्रामीणों को 150 किलोमीटर का सफर करना पड़ा रहा
जिसके चलते उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के करीब 140 गांवों के ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पैंटून पुल निर्माण में देरी के चलते क्षेत्र के ग्रामीणों को डेढ़ सौ किलोमीटर का सफर धौलपुर एवं भिड़ं होकर करना पड़ रहा है. पैंटून पुल नहीं बनने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है और जल्द पुल बनाने की मांग कर रहे हैं.
स्ट्रीमर से नदी पार कर रहे दो राज्यों के लोग
मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश के ग्रामीणों को आवागमन का एकमात्र साधन फिलहाल स्ट्रीमर है, जिससे ही नदी पार कर रहे हैं. यात्रियों को नदी पार कराने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा निशुल्क स्ट्रीमर का संचालन किया जाता है, मगर पैंटून पुल निर्माण नहीं होने के कारण दीपावली त्यौहार पर यात्री और ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पीडब्लूडी हर साल करता है पुल बनाने में देरी
ग्रामीणों की माने तो पैंटून पुल को प्राइवेट ठेकेदार संचालित करते थे, तो पुल बनने में कभी देरी नहीं होती थी. जब से पिनाहट फेरी घाट सरकार द्वारा निशुल्क किया गया है तब से पीडब्ल्यूडी विभाग हर वर्ष लापरवाही करता हुआ दिख रहा है और पेंटून पुल निर्माण में देरी की जाती है. पीडब्ल्यूडी विभाग जेई बीके पाण्डेय ने बताया कि वन विभाग से अनुमति न मिल पाने के कारण पुल निर्माण मे देरी हुई है. निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, दीपावली तक पुल चालू हो जायेगा.