आगरा: तमिलनाडु के कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसा (Coonoor Helicopter Crash) में शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर पंच तत्व में विलीन हो गया. ताजगंज स्थित श्मशान घाट पर बेटे अविराज सिंह चौहान, बेटी आराध्या चौहान और ममेरे भाई पुष्पेंद्र सिंह जादौन ने मुखाग्नि दी.
इस दौरान जनसैलाब उमडा. हर ओर पृथ्वी सिंह चौहान का नाम गूंज रहा था. ईटीवी भारत ने शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की बेटी आराध्या सिंह से एक्सक्लूसिव बातचीत की. तो उसने कहा कि वह भी पिता विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की तरह बेहतरीन पायलट बनना चाहती है. उसने कहा कि मुझे आसमान बहुत अच्छा लगता है. मेरी इच्छा है कि मैं पायलट बनूं.
विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की बेटी आराध्या सिंह 13 साल की है. वह सातवीं क्लास में पढ़ रही है. आराध्या ने बताया कि वह अच्छा पायलट बनना चाहती है. इसके लिए डैडी से खूब बातें करती थी. यह मेरी इच्छा है. आराध्या चौहान ने कहा कि डैडी खूब पढ़ाया करते थे. डैडी से मैं मैथ और साइंस पढ़ती थी. वह दोनों ही सब्जेक्ट बेहतरीन तरीके से पढ़ाते थे. जब भी मेरे किसी सब्जेक्ट में नंबर कम आते थे, तो डैडी कहते थे कि हमें फोकस रखकर पढ़ाई करनी चाहिए. कम नंबर आने पर घबराना नहीं हैं. मेहनत करो, तो नंबर भी अच्छे आएंगे. इसलिए मेहनत से जी नहीं चुराना नहीं चाहिए.
शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड पड़ा. पहले एयरपोर्ट पर एयरफोर्स के अधिकारी और सेना के अधिकारियों ने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास न्यू आगरा के सरन नगर लाया गया.
यहां पर शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड पड़े. हजारों की भीड़ जमा हो गई. लोगों ने नारे लगाए, जब तक सूरज चांद रहेगा, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह तुम्हारा नाम रहेगा. भारत माता की जय. ऐसे ही तमाम नारों से माहौल देश भक्ति का हो गया. इसके बाद पिता, मां, पत्नी, परिजन और रिश्तेदारों ने उन्हें श्रद्धांंजलि दी. शहर में इसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकली. लोगों ने अंतिम यात्रा में पुष्प वर्षा की.
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