आगरा: खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बदतर होती जा रही है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाई की जगह शराब रखने का मामला सामने आया है. इस स्वास्थ्य केंद्र पर अवैध कब्जे के चलते शराब की खाली बोतल मिली हैं. इसकी वजह से पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.
खेरागढ़ तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगनेर का मामला है. जिले के कोट चंदौसी राजमार्ग 39 पर स्थित नगला संतोषी गांव में कई साल पहले एक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था. सरकार ने लाखों रुपयों की लागत से ग्रामीणों की सुविधा के लिए अस्पताल बनवाया था. तब ग्रामीणों ने इसकी खुशी मिठाइयां बांटकर जाहिर की थी. लेकिन आज लोग इलाज के लिए परेशान हो रहे है. क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीणों के उपचार के लिए कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं आता है. इतना ही नहीं यहां दवाइयों की जगह दारू रखी जाती है. बता दें, कि कई सालो से यह उप स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़ा था और अब इस पर किसी बाहरी व्यक्ति ने अपना कब्जा जमा रखा है. शाम ढलते ही स्वास्थ्य केंद्र में शराब के जाम छलकते हैं. इसकी गवाह है अस्पताल परिसर में खाली पड़ी शराब की बोतलें.
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अब सिर्फ कागजों में ही वर्षों से उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित है. समय पर इसका मेंटीनेंस कराकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और ठेकेदार अपनी जेब भरने में लगे रहते है. लेकिन ग्रामीण का यहां कोई इलाज नहीं किया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें उपचार के लिए करीब चार किलोमीटर दूर पैदल जाना पड़ता है. ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है, कि उप स्वास्थ्य केंद्र पर स्टाफ की रेगुलर नियुक्ति की जाए, जिससे उन्हें बीमारी से पीड़ित लोगों को बेहतर उपचार और दवाई मिल सके. मामले में सीएमओ आगरा अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि जांच पड़ताल में जो भी दोषी पाया जाएगा. उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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