आगरा: जिले के इरादतनगर कस्बे की होली हिंदू मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है. जहां होलिका दहन करने से पहले मुस्लिम महिला और पुरुष स्थान की सफाई करते हैं. इसके बाद ही होली रखी जाती है. पूजन वाले दिन होली के जयकारे गूंजते हैं. सभी होलिका दहन में शामिल होते हैं और एक-दूसरे से गले लगकर होली की शुभकामनाएं देते हैं.
इरादतनगर कस्बे में मुस्लिम बस्ती में होलिका दहन होता है. जहां आजादी के बाद से लगातार होलिका का दहन किया जाता हैं. सबसे बड़ी बात देखने को मिलती है. इस त्योहार पर होलिका दहन के सारे इंतजाम देखते हैं. जहां लकड़ियों की व्यवस्था से लेकर साफ सफाई का पूरा काम मुस्लिम समाज के लोग करते हैं.हिंदू समाज इस सम्मान के लिए हमेशा मुस्लिम समाज की इस भाईचारे की प्रथा पर धन्यवाद देता है.
अंगूरी देवी ने बताया कि जब वह शादी होकर के इस गांव में आई थी. तभी से मुस्लिम बस्ती मेंहोलिका दहन के देख रही हूं. कई वर्षों से मुस्लिम बस्ती में होलिका दहन किया जाता है.
कस्बे के प्रधान श्रीभगवान गुप्ता ने बताया कि मुस्लिम बस्ती में होली हमेशा से जलाई जा रही है. होली का त्योहार बहुत पवित्र है. इसमें सारी बुराइयां जलकर भस्म हो जाती हैं. मुस्लिम समाज के लोग भी हंसी खुशी से हमारे त्योहार में शामिल होते हैं. किसी में भी कोई भी विरोधाभास नहीं है.
इरादत नगर के पूर्व प्रधान ने बताया कि हमारे पुरखों के समय से ही मुस्लिम बस्ती में होलिका दहन किया जाता है. हम मिलजुलकर के होली का त्योहार मनाते हैं. इसके लिए लकड़िया और अन्य सामान भी जुटाते हैं. कभी भी होली के त्योहार को लेकर हिंदू और मुस्लिम समाज के लोगों में मतभेद नहीं हुआ है.सभी मिल जुल कर रहते हैं.