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चंबल सेंचुरी दायरा घटाने की मांग, ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए होगी बाइक रैली - चंबल सेंचुरी दायरा घटाने की मांग

आगरा पिनाहट कस्बे में बीजेपी दफ्तर पर बैठक हुई. बैठक में चंबल सेंचुरी दायरा घटाने की मांग की गयी. चंबल पट्टी क्षेत्र में तीन दिन निकाली जाएगी विशाल बाइक रैली निकाली.

bjp meeting for chambal sanctuary area
bjp meeting for chambal sanctuary area
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Published : Dec 4, 2021, 7:43 PM IST

आगरा: चंबल सेंचुरी एरिया में बसे गांव के हजारों ग्रामीणों के खुशहाल जीवन के लिए सरकार से मध्यप्रदेश और राजस्थान की तर्ज पर चंबल सेंचुरी (Agra Chambal Sanctuary Area) का दायर कम करने की अब मांग तेज होने लगी है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की आगरा पिनाहट कस्बे में बैठक शनिवार को हुई.

पिनाटह में बीजेपी की बैठक में फैसला किया गया कि चंबल सेंचुरी क्षेत्र में बसे एक गांव के ग्रामीणों को सेंचुरी एरिया का दायरा घटाने के लिए बाह तहसील के पिनाहट, बाह, जैतपुर विकास खंड में दिसंबर 6, 7, 8 को तीन दिन विशाल बाइक रैली निकालकर गांव-गांव लोगों को जागरूक किया जाएगा. इसमें शामिल होने के लिए कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों से अपील की गई.


पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह ने हजारों स्थानीय ग्राम वासियों के खुशहाल जीवन के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी चंबल अभ्यारण सेंचुरी की सीमा 8 किलोमीटर से घटाकर एक किलोमीटर तक करने की मांग की है. उन्होंने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री को पत्र भेजा था।


बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंबल सेंचुरी के 8 किलोमीटर बीहड़ तक निर्धारित क्षेत्र में पडुआपुरा, करकौली, मंहगोली, नदगवां, उमरैठा, रेहा, बरेंडा, तासौड़,बघरैना, हरलालपुरा, गुड़ा, भटपुरा, रानीपुरा, उमरैठा पुरा, जेबरा, खिल्ली, गुर्जा शिवलाल, खेड़ा राठौर, बासौनी, क्योरी बीच का पुरा, विप्रावली, सहित कई गांवों के हजारों ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है.

यहां रोजमर्रा की चीजें गांव के लोगों को नहीं मिल पा रही हैं. चंबल सेंचुरी एरिया होने के कारण बीहड़ के गांव में कोई विकास कार्य हो पाते हैं. ग्रामवासी बिजली, पानी एवं सड़क आदि की जरूरी सुविधाओं से वंचित रह कर नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं. उत्तर प्रदेश की चंबल अभ्यारण सेंचुरी की सीमा को एक किलोमीटर तक किए जाने से ग्राम वासियों को मूलभूत सुविधाएं मिल सकेंगी. क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा. क्षेत्र के लोगों को विकास कार्यों का लाभ मिल सकेगा. बिजली, पानी, सड़क आदि की समस्याओं का समाधान हो सकेगा और क्षेत्र की जनता खुशहाल जीवन बिता सकेगी.

ये भी पढ़ें- कंगना रनौत ने बांके बिहारी का किया दर्शन, बोलीं-राष्ट्रवादी विचारधारा के लिए करूंगी प्रचार



चंबल सेंचुरी का दायरा कम करने के लिए हुई बैठक (Meeting for Chambal Sanctuary Area) के दौरान मुख्य रूप से संतोष गहलोत, माधो सिंह बघेल, रामनरेश परिहार, प्रेम सिंह परिहार, रामजी लाल, अरुण सिंह, करुआ पंडित, रजत परिहार, बाले परिहार, अजय परिहार, लाल सिंह परिहार, उदयवीर सिंह, प्रमोद सिंह आदि मौजूद रहे.

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आगरा: चंबल सेंचुरी एरिया में बसे गांव के हजारों ग्रामीणों के खुशहाल जीवन के लिए सरकार से मध्यप्रदेश और राजस्थान की तर्ज पर चंबल सेंचुरी (Agra Chambal Sanctuary Area) का दायर कम करने की अब मांग तेज होने लगी है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की आगरा पिनाहट कस्बे में बैठक शनिवार को हुई.

पिनाटह में बीजेपी की बैठक में फैसला किया गया कि चंबल सेंचुरी क्षेत्र में बसे एक गांव के ग्रामीणों को सेंचुरी एरिया का दायरा घटाने के लिए बाह तहसील के पिनाहट, बाह, जैतपुर विकास खंड में दिसंबर 6, 7, 8 को तीन दिन विशाल बाइक रैली निकालकर गांव-गांव लोगों को जागरूक किया जाएगा. इसमें शामिल होने के लिए कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों से अपील की गई.


पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह ने हजारों स्थानीय ग्राम वासियों के खुशहाल जीवन के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी चंबल अभ्यारण सेंचुरी की सीमा 8 किलोमीटर से घटाकर एक किलोमीटर तक करने की मांग की है. उन्होंने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री को पत्र भेजा था।


बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंबल सेंचुरी के 8 किलोमीटर बीहड़ तक निर्धारित क्षेत्र में पडुआपुरा, करकौली, मंहगोली, नदगवां, उमरैठा, रेहा, बरेंडा, तासौड़,बघरैना, हरलालपुरा, गुड़ा, भटपुरा, रानीपुरा, उमरैठा पुरा, जेबरा, खिल्ली, गुर्जा शिवलाल, खेड़ा राठौर, बासौनी, क्योरी बीच का पुरा, विप्रावली, सहित कई गांवों के हजारों ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है.

यहां रोजमर्रा की चीजें गांव के लोगों को नहीं मिल पा रही हैं. चंबल सेंचुरी एरिया होने के कारण बीहड़ के गांव में कोई विकास कार्य हो पाते हैं. ग्रामवासी बिजली, पानी एवं सड़क आदि की जरूरी सुविधाओं से वंचित रह कर नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं. उत्तर प्रदेश की चंबल अभ्यारण सेंचुरी की सीमा को एक किलोमीटर तक किए जाने से ग्राम वासियों को मूलभूत सुविधाएं मिल सकेंगी. क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा. क्षेत्र के लोगों को विकास कार्यों का लाभ मिल सकेगा. बिजली, पानी, सड़क आदि की समस्याओं का समाधान हो सकेगा और क्षेत्र की जनता खुशहाल जीवन बिता सकेगी.

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चंबल सेंचुरी का दायरा कम करने के लिए हुई बैठक (Meeting for Chambal Sanctuary Area) के दौरान मुख्य रूप से संतोष गहलोत, माधो सिंह बघेल, रामनरेश परिहार, प्रेम सिंह परिहार, रामजी लाल, अरुण सिंह, करुआ पंडित, रजत परिहार, बाले परिहार, अजय परिहार, लाल सिंह परिहार, उदयवीर सिंह, प्रमोद सिंह आदि मौजूद रहे.

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