आगरा: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के अनुसार गुरुवार को देश का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा. यहां का एक्यूआई 461 था और वृदांवन की एक्यूआई 458 रहा, जिससे वह देश का दूसरा प्रदूषित शहर रहा. बृज क्षेत्र में दिनभर स्मॉग की चादर छायी रही. आगरा में जहरीली हवा की वजह से एसएनएमसी के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट की ओपीडी, मेडिसिन ओपीडी और इमरजेंसी में दमा और अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. जिला प्रशासन प्रदूषण के चलते लोगों से अपील कर चुका है कि मास्क लगाएं. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने गुरुवार शाम 4 बजे देश के 136 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी की. इसके मुताबिक देश में 15 शहर ऐसे हैं, जहां की एक्सूआई 400 के पार रही. यानी इन शहरों की हवा बेहद जहरीली और मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रही. एक्यूआई के मुताबिक, देश में बृज क्षेत्र प्रदूषण कम नहीं हो रहा है. बुधवार को हवा चलने से आगरा में एक्यूआई 400 से कम हुआ. मगर, गुरुवार को एक्यूआई 437 हो गया.
- बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
- घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
- दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
- दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
- शाम को गर्म पानी की भाप लें.
- गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.
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एक्यूआई गुणवत्ता
- 0-50 अच्छी
- 51-100 संतोषजनक
- 101-200 मध्यम
- 201-300 खराब
- 301-400 बेहद खराब
- 401-500 खतरनाक
आगरा का हाल
स्थान | एक्यूआई |
आवास विकास | 440 |
संजय प्लेस | 450 |
मनोहरपुर | 430 |
शास्त्रीपुरम | 422 |
(शाम छह बजे तक सीपीसीबी की ओर से जारी एक्यूआई)
देश के डार्क रेड जोन वाले शहर
शहर का नाम | एक्यूआई |
गाजियाबाद | 461 |
वृदांवन | 458 |
बुलंदशहर | 447 |
आगरा/ बागपत | 437 |
नोएडा | 434 |
बल्लभगढ़ | 431 |
हापुड़ | 427 |
हिसार | 422 |
ग्रेटर नोएडा | 417 |
फिरोजाबाद | 415 |
फरीदाबाद | 412 |
दिल्ली | 411 |
भिवाड़ी | 410 |
(शाम चार बजे तक सीपीसीबी की ओर से जारी एक्यूआई)
गर्भवती महिलाएं घरों से न निकलें: एसएनएमसी के वक्ष एवं क्षय रोग के विशेषज्ञ डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि एक्यूआई बढ़ने से श्वांस, अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी हैं. ऐसे मरीजों की सांस फूल रही है. तमाम ऐसे मरीज आ रहे है, जिनकी श्वांस नली में सूजन, सीने में जकड़न, श्वांस लेने में दिक्कत, बार बार छींकें आना और आंखों में जलन की शिकायत है. बलगम की मात्रा बढ़ गई है. स्त्री रोग विभाग की एचओडी डॉ. सरोज सिंह ने बताया कि गर्भवती महिलाओं से अपील है कि घर से बाहर नहीं निकलें. मास्क लगाएं. जिससे प्रदूषण और कोरोना से भी बची रहेंगी.
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