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पुलिस ने किया लाखन सिंह हत्याकांड का खुलासा, आरोपी चचेरा भाई गिरफ्तार

आगरा पुलिस ने लाखन सिंह हत्याकांड (Lakhan Singh Murder Case) का खुलासा किया. उसका क्षत विक्षत शव आगरा के जवाहर बाग के जंगल में मिला था. आगरा पुलिस (Agra Police) ने हत्या के आरोप में चचेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया.

agra murder case solved
agra murder case solved
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Published : Nov 30, 2021, 5:56 PM IST

आगरा: पुलिस को आगरा सदर बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत जवाहर बाग के जंगल में 24 तारीख को लाखन सिंह का क्षत विक्षत शव मिला था. आगरा पुलिस ने लाखन सिंह हत्याकांड (Lakhan Singh Murder Case) का खुलासा करते हुए उसके चचेरे भाई को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार लाखन नशे का आदी था और नशा करने के बाद वो अपनी पत्नी के साथ मारपीट किया करता था.

जब चचेरे भाई ने उसे ऐसा करने से रोका तो लाखन सिंह ने उसके साथ भी जमकर अभद्रता की. इसका बदला लेने के लिए चचेरे भाई ने पहले उसे शराब पिलायी और इसके बाद हत्या कर दी. हत्या के बाद वो लाखन का शव जवाहर बाग के जंगल में ही छोड़ कर भाग गया.


सदर बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत नैनापुरम कॉलोनी औरंगाबाद का रहने वाला लाखन सिंह 23 नवंबर की शाम लगभग 5.30 बजे अपने घर से किसी काम से निकला था, लेकिन वो वापस नहीं लौटा. अगले दिन 24 तारीख को उसका गला कटा हुआ शव जवाहर बाग के जंगलों से बरामद हुआ था.

चचेरे भाई सूकी उर्फ चंद्रपाल ने उसे शराब पीकर पत्नी से बदसलूकी करने से रोका, तो लाखन ने चंद्रपाल के साथ बुरा बरताव किया. चंद्रपाल ने इसका बदला लेने के लिए हत्या की योजना बनायी. 23 नवंबर की रात को शराब पिलाकर जवाहर बाग के जंगलों में उसने अपने चचेरे भाई लाखन सिंह को गला काट कर मौत के घाट उतार दिया.


आगरा एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि 24 नवंबर को लाखन सिंह का शव जवाहर बाग के पीछे जंगलों में मिला था. लाखन सिंह के पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा थाना सदर बाजार में दर्ज कराया था. इसकी विवेचना थानाध्यक्ष सदर बाजार कर रहे थे.

ये भी पढ़ें- शीतकालीन सत्र दूसरा दिन : हंगामे के कारण दोनों सदन बाधित, कार्यवाही कल तक स्थगित


आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने क्यों लाखन सिंह की हत्या की. आरोपी ने पहले लाखन सिंह को जमकर शराब पिलायी. जब वो बेहोश हो गया तो, उस पर चाकू से एक के बाद एक कई वार किए. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. अभियुक्त ने पुलिस को शुरुआत में सहयोग के नाम पर गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल लिया.

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आगरा: पुलिस को आगरा सदर बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत जवाहर बाग के जंगल में 24 तारीख को लाखन सिंह का क्षत विक्षत शव मिला था. आगरा पुलिस ने लाखन सिंह हत्याकांड (Lakhan Singh Murder Case) का खुलासा करते हुए उसके चचेरे भाई को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार लाखन नशे का आदी था और नशा करने के बाद वो अपनी पत्नी के साथ मारपीट किया करता था.

जब चचेरे भाई ने उसे ऐसा करने से रोका तो लाखन सिंह ने उसके साथ भी जमकर अभद्रता की. इसका बदला लेने के लिए चचेरे भाई ने पहले उसे शराब पिलायी और इसके बाद हत्या कर दी. हत्या के बाद वो लाखन का शव जवाहर बाग के जंगल में ही छोड़ कर भाग गया.


सदर बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत नैनापुरम कॉलोनी औरंगाबाद का रहने वाला लाखन सिंह 23 नवंबर की शाम लगभग 5.30 बजे अपने घर से किसी काम से निकला था, लेकिन वो वापस नहीं लौटा. अगले दिन 24 तारीख को उसका गला कटा हुआ शव जवाहर बाग के जंगलों से बरामद हुआ था.

चचेरे भाई सूकी उर्फ चंद्रपाल ने उसे शराब पीकर पत्नी से बदसलूकी करने से रोका, तो लाखन ने चंद्रपाल के साथ बुरा बरताव किया. चंद्रपाल ने इसका बदला लेने के लिए हत्या की योजना बनायी. 23 नवंबर की रात को शराब पिलाकर जवाहर बाग के जंगलों में उसने अपने चचेरे भाई लाखन सिंह को गला काट कर मौत के घाट उतार दिया.


आगरा एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि 24 नवंबर को लाखन सिंह का शव जवाहर बाग के पीछे जंगलों में मिला था. लाखन सिंह के पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा थाना सदर बाजार में दर्ज कराया था. इसकी विवेचना थानाध्यक्ष सदर बाजार कर रहे थे.

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आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने क्यों लाखन सिंह की हत्या की. आरोपी ने पहले लाखन सिंह को जमकर शराब पिलायी. जब वो बेहोश हो गया तो, उस पर चाकू से एक के बाद एक कई वार किए. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. अभियुक्त ने पुलिस को शुरुआत में सहयोग के नाम पर गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल लिया.

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