आगरा: पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. यहां नॉन प्रैक्टिस अधिवक्ता की हत्या का आरोपी सैयद जफर रिजवी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जमीनी रंजिश के चलते अधिवक्ता महान मुद्गल के पिता को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. इस मामले में आगरा पुलिस को अभी 8 आरोपियों की तलाश है.
आगरा के शाहगंज क्षेत्र में 2 नवम्बर को नॉन प्रैक्टिस अधिवक्ता राम बहादुर मुदगल की हत्या (Advocate Ram Bahadur Mudgal Murder) के बाद फरार नामजद आरोपियों में मुख्य साजिशकर्ता सैयद जफर रिजवी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. फरार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर दो दिन से दीवानी के बाहर अधिवक्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए थे. एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि इस मामले में दो आरोपी पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं. अभी आठ आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
आगरा एसपी सिटी विकास कुमार ने कहा कि तहरीर के आधार पर 11 लोगों को नामजद किया गया था. अनावश्यक किसी निर्दोष को जेल नहीं भेजा जाएगा. एफआईआर में दर्ज नामों की जांच चल रही है. मुकदमे में शिवांक मुदगल, तारकेश्वर मुदगल, प्रशांत पचौरी, सैयद शानू, राहुल पचौरी, विकास पचौरी, रेखा, मुकेश शर्मा, सुमित पालीवाल, अनिल, राजीव उर्फ राजू को नामजद किया गया था. आगरा पुलिस (Agra Police) मुख्य आरोपी शशांक मुदगल को गिरफ्तार कर चुकी है. मामले में 8 लोग अब भी फरार हैं.
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अधिवक्ता राम बहादुर मुदगल के बेटे अधिवक्ता महान मुदगल और अन्य अधिवक्ताओं ने पुलिस को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया था. महान मुदगल ने कहा था कि साजिश के तहत हत्या की गई. उसकी जान को भी खतरा है और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं.
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