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सितंबर तिमाही में विप्रो का शुद्ध लाभ 35% बढ़कर 2,552 करोड़ रुपये रहा - विप्रो

चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में विप्रो की कुल आय 15,875.4 करोड़ रही, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 15,203.2 करोड़ रुपये थी. विप्रो ने दिसंबर तिमाही में आईटी सेवाओं से आय में 0.8-2.8 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताते हुए कहा कि इस कारोबार से 206.5-210.6 करोड़ डॉलर का राजस्व आने की उम्मीद है.

सितंबर तिमाही में विप्रो का शुद्ध लाभ 35% बढ़कर 2,552 करोड़ रुपये रहा
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Published : Oct 15, 2019, 7:39 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 5:39 PM IST

नई दिल्ली: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 35 प्रतिशत बढ़कर 2,552.7 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,889 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.

चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में विप्रो की कुल आय 15,875.4 करोड़ रही, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 15,203.2 करोड़ रुपये थी. विप्रो ने दिसंबर तिमाही में आईटी सेवाओं से आय में 0.8-2.8 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताते हुए कहा कि इस कारोबार से 206.5-210.6 करोड़ डॉलर का राजस्व आने की उम्मीद है.

विप्रो ने बयान में कहा कि सितंबर तिमाही में कंपनी की आईटी सेवाओं से आय 204.89 करोड़ डॉलर रही. इसमें सालाना आधार पर 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. आईटी सेवाओं का परिचालन मार्जिन सुधरकर सालाना आधार पर 18.1 प्रतिशत हो गया. शुद्ध लाभ 2,552.7 करोड़ रुपये रहा, इसमें 35.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

ये भी पढ़ें: गैर-जीवन बीमा कंपनियों की सितंबर में प्रीमियम से आय 28% बढ़कर 24,563 करोड़ रुपये

तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक आबिद अली जेड नीमचवाला ने कहा, "हमने आय और मार्जिन दोनों के मोर्चे पर सितंबर तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया."

उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारतीय ग्राहकों के लिए वैश्विक पेशकश लाने की अपनी रणनीति के तहत एक बड़ा करार किया है. कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी जतिन दलाल ने कहा कि कंपनी ने वेतन में वृद्धि के प्रभाव को झेलने के बाद सीमित दायरे में परिचालन मार्जिन दिया है.

दलाल ने कहा, "वृद्धि हमारे लिए सबसे ऊपर है और भविष्य के लिए निवेश करते रहेंगे. हमने सितंबर में शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है."

विप्रो ने बयान में कहा कि कंपनी ने 30 सितंबर 2019 को समाप्त तिमाही तिमाही के दौरान 32.31 करोड़ इक्विटी शेयरों के पुनर्खरीद को पूरा कर लिया है. इसके पर कुल 10,500 करोड़ रुपये का खर्च आया.

नई दिल्ली: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 35 प्रतिशत बढ़कर 2,552.7 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,889 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.

चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में विप्रो की कुल आय 15,875.4 करोड़ रही, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 15,203.2 करोड़ रुपये थी. विप्रो ने दिसंबर तिमाही में आईटी सेवाओं से आय में 0.8-2.8 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताते हुए कहा कि इस कारोबार से 206.5-210.6 करोड़ डॉलर का राजस्व आने की उम्मीद है.

विप्रो ने बयान में कहा कि सितंबर तिमाही में कंपनी की आईटी सेवाओं से आय 204.89 करोड़ डॉलर रही. इसमें सालाना आधार पर 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. आईटी सेवाओं का परिचालन मार्जिन सुधरकर सालाना आधार पर 18.1 प्रतिशत हो गया. शुद्ध लाभ 2,552.7 करोड़ रुपये रहा, इसमें 35.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

ये भी पढ़ें: गैर-जीवन बीमा कंपनियों की सितंबर में प्रीमियम से आय 28% बढ़कर 24,563 करोड़ रुपये

तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक आबिद अली जेड नीमचवाला ने कहा, "हमने आय और मार्जिन दोनों के मोर्चे पर सितंबर तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया."

उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारतीय ग्राहकों के लिए वैश्विक पेशकश लाने की अपनी रणनीति के तहत एक बड़ा करार किया है. कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी जतिन दलाल ने कहा कि कंपनी ने वेतन में वृद्धि के प्रभाव को झेलने के बाद सीमित दायरे में परिचालन मार्जिन दिया है.

दलाल ने कहा, "वृद्धि हमारे लिए सबसे ऊपर है और भविष्य के लिए निवेश करते रहेंगे. हमने सितंबर में शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है."

विप्रो ने बयान में कहा कि कंपनी ने 30 सितंबर 2019 को समाप्त तिमाही तिमाही के दौरान 32.31 करोड़ इक्विटी शेयरों के पुनर्खरीद को पूरा कर लिया है. इसके पर कुल 10,500 करोड़ रुपये का खर्च आया.

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नई दिल्ली: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 35 प्रतिशत बढ़कर 2,552.7 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,889 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.

चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में विप्रो की कुल आय 15,875.4 करोड़ रही, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 15,203.2 करोड़ रुपये थी. विप्रो ने दिसंबर तिमाही में आईटी सेवाओं से आय में 0.8-2.8 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताते हुए कहा कि इस कारोबार से 206.5-210.6 करोड़ डॉलर का राजस्व आने की उम्मीद है.

विप्रो ने बयान में कहा कि सितंबर तिमाही में कंपनी की आईटी सेवाओं से आय 204.89 करोड़ डॉलर रही. इसमें सालाना आधार पर 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. आईटी सेवाओं का परिचालन मार्जिन सुधरकर सालाना आधार पर 18.1 प्रतिशत हो गया. शुद्ध लाभ 2,552.7 करोड़ रुपये रहा, इसमें 35.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक आबिद अली जेड नीमचवाला ने कहा, "हमने आय और मार्जिन दोनों के मोर्चे पर सितंबर तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया."

उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारतीय ग्राहकों के लिए वैश्विक पेशकश लाने की अपनी रणनीति के तहत एक बड़ा करार किया है. कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी जतिन दलाल ने कहा कि कंपनी ने वेतन में वृद्धि के प्रभाव को झेलने के बाद सीमित दायरे में परिचालन मार्जिन दिया है.

दलाल ने कहा, "वृद्धि हमारे लिए सबसे ऊपर है और भविष्य के लिए निवेश करते रहेंगे. हमने सितंबर में शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है."

विप्रो ने बयान में कहा कि कंपनी ने 30 सितंबर 2019 को समाप्त तिमाही तिमाही के दौरान 32.31 करोड़ इक्विटी शेयरों के पुनर्खरीद को पूरा कर लिया है. इसके पर कुल 10,500 करोड़ रुपये का खर्च आया.

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Last Updated : Oct 16, 2019, 5:39 PM IST
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