बाराबंकी: जिले में टीबी की बीमारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जिसे देखते हुए जिन इलाकों में क्षयरोग के बढ़ने की आशंका हो सकती है, क्षयरोग विभाग उन इलाकों को चिह्नित करने में जुट गया है. क्षय दिवस के मौके पर जहां मुख्य चिकित्साधिकारी ने जिले के कोने-कोने में फैले विभागीय कर्मचारियों को हर हाल में टीबी को कंट्रोल करने के निर्देश दिए, तो वहीं कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप 2025 तक क्षयरोग पर काबू पा लेंगे.
दरअसल पीएम मोदी ने एक बार अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा था कि साल 2025 तक देश में टीबी को कंट्रोल कर लिया जाएगा. जिले का क्षयरोग विभाग 'इट्स टाइम टू एंड टीबी' महाभियान चला रहा है. इस महाभियान में लगे कर्मचारियों को भी जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि अंधेरे वाले स्थानों को चिह्नित किया जाय, क्योंकि वहां टीबी होने की संभावना ज्यादा रहती है. जहां कही एक या दो कमरों में ज्यादा लोग मिले तो उनकी समुचित जांच कराई जाए.
हर साल 24 मार्च को क्षय दिवस मनाया जाता है, लेकिन किसी कारणवश बाराबंकी जिले में इसे दो दिन बाद मनाया गया. वर्ल्ड टीबी डे के मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी सभी कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जहां क्षयरोग बढ़ने की आशंका ज्यादा है, ऐसे इलाकों कोचिह्नित किया जाए.
मलिन बस्तियों, ईंट-पत्थर का काम करने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जाए. उन्होंने बताया कि पहले लोग इस रोग को बताने से हिचकिचाते थे, लेकिन अब जागरूकता बढ़ने से लोग खुद ही आगे आ रहे हैं. पिछले वर्ष 6283 टीबी के रोगी खोजे गए थे. साथ ही उन्होंने बताया कि सर्विलांस टीम वर्क कर रही है. इसके तहत छिपे हुए मरीज बाहर आ रहे हैं. कार्यक्रम में कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वे इस गम्भीर और जानलेवा बीमारी को मिटा कर ही दम लेंगे.