ETV Bharat / briefs

140 कार्यक्रमों के बाद निर्जला उपवास रखकर दी गई सरोजिनी नायडू को श्रद्धांजलि - Fasting to tribute to Sarojini Naidu

लखनऊ की संस्था रेड क्रॉस ने सैल्यूट टू सरोजिनी कार्यक्रम का आयोजन किया. 18 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में शहर में 140 कार्यक्रम आयोजित किए गए.

सरोजिनी नायडू के 140वीं जयंती
author img

By

Published : Mar 2, 2019, 10:22 PM IST

लखनऊ : रेड क्रॉस संस्था ने सरोजिनी नायडू की जयंती यानी 13 फरवरी को 18 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की थी. शनिवार को उनकी पुण्यतिथि पर उपवास रखकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरोजिनी नायडू से जुड़ी गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाना था.

रेड क्रॉस संस्था ने सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि पर किए कार्यक्रम.

कार्यक्रम का समापन उनकी पुण्यतिथि के दिन किया गया. इस दिन संस्था की लड़कियों ने पूरा दिन निर्जला उपवास रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. 18 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में शहर में 140 कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसमें संस्था की लड़कियों ने स्कूल, कॉलेज, समुदाय, महिला सामाजिक, सड़क और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के कार्यक्रम किए.

undefined

रेड क्रॉस संस्था की अध्यक्ष उमा ने कहा कि समाज में वीरांगनाओं की स्मृतियां विलुप्त होती जा रही हैं, जिसको जन-जन तक पहुंचाने के लिए 18 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसकी शुरुआत सरोजिनी नायडू की जयंती के दिन से शुरू की गई थी और आज उनकी पुण्यतिथि के दिन उपवास रखकर उनको श्रद्धांजलि दी जा रही है.

संस्था ने जानकारियां दीं कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को सरोजिनी नायडू के बारे में जानकारियां उपलब्ध नहीं हैं. इसलिए जन-जन तक उनके बारे में जानकारियां देते हुए इस अभियान को 18 दिनों तक चलाया गया. संस्था का कहना है कि वह इसी तरह से आगे भी कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी और जिन प्रतिभावान वीरांगनाओं की स्मृतियां समाज से विलुप्त होती जा रही हैं, उनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाएगी.

लखनऊ : रेड क्रॉस संस्था ने सरोजिनी नायडू की जयंती यानी 13 फरवरी को 18 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की थी. शनिवार को उनकी पुण्यतिथि पर उपवास रखकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरोजिनी नायडू से जुड़ी गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाना था.

रेड क्रॉस संस्था ने सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि पर किए कार्यक्रम.

कार्यक्रम का समापन उनकी पुण्यतिथि के दिन किया गया. इस दिन संस्था की लड़कियों ने पूरा दिन निर्जला उपवास रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. 18 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में शहर में 140 कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसमें संस्था की लड़कियों ने स्कूल, कॉलेज, समुदाय, महिला सामाजिक, सड़क और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के कार्यक्रम किए.

undefined

रेड क्रॉस संस्था की अध्यक्ष उमा ने कहा कि समाज में वीरांगनाओं की स्मृतियां विलुप्त होती जा रही हैं, जिसको जन-जन तक पहुंचाने के लिए 18 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसकी शुरुआत सरोजिनी नायडू की जयंती के दिन से शुरू की गई थी और आज उनकी पुण्यतिथि के दिन उपवास रखकर उनको श्रद्धांजलि दी जा रही है.

संस्था ने जानकारियां दीं कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को सरोजिनी नायडू के बारे में जानकारियां उपलब्ध नहीं हैं. इसलिए जन-जन तक उनके बारे में जानकारियां देते हुए इस अभियान को 18 दिनों तक चलाया गया. संस्था का कहना है कि वह इसी तरह से आगे भी कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी और जिन प्रतिभावान वीरांगनाओं की स्मृतियां समाज से विलुप्त होती जा रही हैं, उनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाएगी.

Intro:रेड ब्रिगेड संस्था ने सरोजिनी नायडू की 140वीं जयंती के उपलक्ष में 18 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरोजिनी नायडू से जुड़ी गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाना रहा। कार्यक्रम का समापन उनकी पुण्यतिथि के दिन किया गया। इस दिन संस्था की लड़कियों ने पूरा दिन निर्जला उपवास रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।


Body:सरोजिनी नायडू के 140 जयंती के अवसर पर लखनऊ की संस्था रेड क्रास की लड़कियों ने सैल्यूट टू सरोजिनी कार्यक्रम का आयोजन किया। 18 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में शहर भर में 140 कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें संस्था की लड़कियों ने स्कूल, काॅलेज, समुदाय, महिला सामाजिक, सड़क व नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के कार्यक्रम किए गए। इन कार्यक्रमों में संस्था द्वारा वीरांगना स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू के जीवन से जुड़ी सभी बातों को लोगों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। रेड क्रॉस संस्था की अध्यक्ष उमा ने कहा कि समाज में वीरांगनाओं की स्मृतियां विलुप्त होती जा रही है। जिसको जन-जन तक पहुंचाने के लिए 18 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसकी शुरूआत सरोजिनी नायडू की जयंती के दिन से शुरू की गई थी और आज उनकी पुण्यतिथि के दिन उपवास रख कर उनको श्रद्धांजलि दी जा रही है। इन्होंने कहा कि स्कूल-काॅलेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, लेकिन वसां बच्चों को सरोजिनी नायडू जी के बारे में जानकारी नही थी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों के जरिए उन बच्चों को उनके योगदान के बारे में जानकारियां दी।

बाईट- उमा विश्वकर्मा

बाईट- आफ़रीन




Conclusion:संस्था ने या जानकारियां दी की स्कूल कॉलेजों में बच्चों को सरोजिनी नायडू जी के बारे में जानकारियां उपलब्ध नहीं है। इसलिए जन जन तक उनके बारे में जानकारियां देते हुए इस अभियान को 18 दिनों तक चला गया। संस्था का मानना है कि वो इसी तरह से आगे भी कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेंगी और जिन प्रतिभावान वीरांगनाओं की स्मृतियां समाज से विलुप्त होती जा रहे हैं उनको लोगों तक पहुंचाया जाएगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.