लखनऊ : रेड क्रॉस संस्था ने सरोजिनी नायडू की जयंती यानी 13 फरवरी को 18 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत की थी. शनिवार को उनकी पुण्यतिथि पर उपवास रखकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरोजिनी नायडू से जुड़ी गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाना था.
कार्यक्रम का समापन उनकी पुण्यतिथि के दिन किया गया. इस दिन संस्था की लड़कियों ने पूरा दिन निर्जला उपवास रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. 18 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में शहर में 140 कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसमें संस्था की लड़कियों ने स्कूल, कॉलेज, समुदाय, महिला सामाजिक, सड़क और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के कार्यक्रम किए.
रेड क्रॉस संस्था की अध्यक्ष उमा ने कहा कि समाज में वीरांगनाओं की स्मृतियां विलुप्त होती जा रही हैं, जिसको जन-जन तक पहुंचाने के लिए 18 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसकी शुरुआत सरोजिनी नायडू की जयंती के दिन से शुरू की गई थी और आज उनकी पुण्यतिथि के दिन उपवास रखकर उनको श्रद्धांजलि दी जा रही है.
संस्था ने जानकारियां दीं कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को सरोजिनी नायडू के बारे में जानकारियां उपलब्ध नहीं हैं. इसलिए जन-जन तक उनके बारे में जानकारियां देते हुए इस अभियान को 18 दिनों तक चलाया गया. संस्था का कहना है कि वह इसी तरह से आगे भी कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी और जिन प्रतिभावान वीरांगनाओं की स्मृतियां समाज से विलुप्त होती जा रही हैं, उनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाएगी.