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अमेठी में राहुल गांधी को हराने के लिए भाजपा ने कैसे की व्यूह रचना - अमेठी का रण हारे राहुल गांधी

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे कई मायनों में खास रहे. भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने प्रचंड जीत हासिल की. करीब पचास साल बाद किसी सत्तारूढ़ दल ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में वापसी की है. साथ ही विपक्षी दलों का पूरी तरह सफाया हो गया. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी पारंपरिक सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा. भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें शिकस्त दी.

राहुल गांधी ( फाइल फोटो)
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Published : May 29, 2019, 9:52 AM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए पूरे देश में 51 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य तय किया था. राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में इस लक्ष्य को पाना इतना आसान नहीं था. उनके सामने पार्टी ने 2014 का चुनाव हार चुकीं स्मृति ईरानी पर फिर से भरोसा जताया और आखिरकार स्मृति ने गांधी परिवार का गढ़ ढहा दिया. राहुल गांधी को हराने के लिए भाजपा ने ऐसी व्यूह रचना की जिसमें वह पूरी तरह फंस गए और अपने ही गढ़ में मुंह की खानी पड़ी.

राहुल गांधी को हराने के लिए भाजपा ने की थी खास तैयारियां.

क्षेत्रीय विकास पर दिया ज्यादा जोर

  • जनपद के किसानों की समस्याओं का समाधान करने पर ध्यान दिया गया.
  • शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की कोशिश की गई और बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का आधुनिकीकरण किया गया.
  • जनपद में विकास भवन और जिला विद्यालय निरीक्षक भवन का निर्माण कराया गया.
  • 10 पुलिस थानों को अपग्रेड किया गया. साथ ही पुलिस विभाग के लिए आवासीय भवन की व्यवस्था भी की गई.
  • जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं बदतर स्थिति में थीं. अस्पताल में पर्दा लगा कर प्रसव कराया जाता था. इस व्यवस्था को पूरी तरह सुधारा गया.
  • जिला योजना के तहत गौरीगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला क्षय रोग औषधालय और जिला रोगी आश्रम स्थल का निर्माण कराया गया.
  • भादर और शाहगढ़ में भी रोगी आश्रम का निर्माण कराया गया.
  • 14 सड़कों का निर्माण कराया गया. इसके अलावा वर्षों से लंबित नदी पर सेतु का शिलान्यास किया गया.
  • सीएम योगी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आवास एवं कार्यालय का लोकार्पण किया.
  • जिले में एफएम रेडियो स्टेशन की शुरुआत की गई.
  • मृदा परीक्षण केंद्र का निर्माण कराया गया.

पार्टी और संगठन को किया गया मजबूत

  • योगी सरकार के अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने कांग्रेस के 20 सभासदों को भाजपा में शामिल कराया.
  • 50 से अधिक बीडीसी और ग्राम प्रधानों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई गई.
  • जो लोग वर्षों से कांग्रेस के साथ थे लेकिन खुलकर कांग्रेस का विरोध करने की स्थिति में नहीं थे, उनसे क्षेत्र में प्रचार न करने की अपील की गई.
  • इसकी नींव गत निकाय चुनाव में ही रख दी गई थी जब भाजपा को निकाय चुनावों में बढ़त मिली और कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी नहीं जीत सका.

दशकों से गांधी परिवार का अमेठी पर कब्जा था लेकिन अमेठी में कोई विकास नहीं हुआ. कांग्रेस ने यह मान लिया था कि अमेठी की जनता उन्हें कभी नहीं हराएगी. स्मृति ईरानी ने चुनाव हारने के बाद भी लगातार वहां काम किया और जनता ने उन्हें अपना लिया.
- हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, यूपी बीजेपी प्रवक्ता

अमेठी में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के छह लाख लाभार्थी हैं. उज्ज्वला, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना, सौभाग्य योजना जैसी योजनाओं को हर घर तक पहुंचाया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को आवास आवंटित किए गए. कुल सवा लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया.
- मोहसिन रजा, राज्य मंत्री- यूपी सरकार

अमेठी में राहुल की हार के पीछे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने निभाई है. राहुल गांधी देश के बड़े चेहरे हैं. ऐसे में उनके पास इतना समय नहीं था कि वह अमेठी में बार-बार आ सकें. दूसरी तरफ स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद अमेठी के लिए समय निकालती रहीं और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना और निराकरण कराया. इससे आम लोगों में उनकी पकड़ मजबूत होती गई जिसका असर चुनाव नतीजों में देखने को मिला.
- पीएन द्विवेदी, राजनीतिक विश्लेषक

लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए पूरे देश में 51 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य तय किया था. राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में इस लक्ष्य को पाना इतना आसान नहीं था. उनके सामने पार्टी ने 2014 का चुनाव हार चुकीं स्मृति ईरानी पर फिर से भरोसा जताया और आखिरकार स्मृति ने गांधी परिवार का गढ़ ढहा दिया. राहुल गांधी को हराने के लिए भाजपा ने ऐसी व्यूह रचना की जिसमें वह पूरी तरह फंस गए और अपने ही गढ़ में मुंह की खानी पड़ी.

राहुल गांधी को हराने के लिए भाजपा ने की थी खास तैयारियां.

क्षेत्रीय विकास पर दिया ज्यादा जोर

  • जनपद के किसानों की समस्याओं का समाधान करने पर ध्यान दिया गया.
  • शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की कोशिश की गई और बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का आधुनिकीकरण किया गया.
  • जनपद में विकास भवन और जिला विद्यालय निरीक्षक भवन का निर्माण कराया गया.
  • 10 पुलिस थानों को अपग्रेड किया गया. साथ ही पुलिस विभाग के लिए आवासीय भवन की व्यवस्था भी की गई.
  • जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं बदतर स्थिति में थीं. अस्पताल में पर्दा लगा कर प्रसव कराया जाता था. इस व्यवस्था को पूरी तरह सुधारा गया.
  • जिला योजना के तहत गौरीगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला क्षय रोग औषधालय और जिला रोगी आश्रम स्थल का निर्माण कराया गया.
  • भादर और शाहगढ़ में भी रोगी आश्रम का निर्माण कराया गया.
  • 14 सड़कों का निर्माण कराया गया. इसके अलावा वर्षों से लंबित नदी पर सेतु का शिलान्यास किया गया.
  • सीएम योगी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आवास एवं कार्यालय का लोकार्पण किया.
  • जिले में एफएम रेडियो स्टेशन की शुरुआत की गई.
  • मृदा परीक्षण केंद्र का निर्माण कराया गया.

पार्टी और संगठन को किया गया मजबूत

  • योगी सरकार के अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने कांग्रेस के 20 सभासदों को भाजपा में शामिल कराया.
  • 50 से अधिक बीडीसी और ग्राम प्रधानों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई गई.
  • जो लोग वर्षों से कांग्रेस के साथ थे लेकिन खुलकर कांग्रेस का विरोध करने की स्थिति में नहीं थे, उनसे क्षेत्र में प्रचार न करने की अपील की गई.
  • इसकी नींव गत निकाय चुनाव में ही रख दी गई थी जब भाजपा को निकाय चुनावों में बढ़त मिली और कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी नहीं जीत सका.

दशकों से गांधी परिवार का अमेठी पर कब्जा था लेकिन अमेठी में कोई विकास नहीं हुआ. कांग्रेस ने यह मान लिया था कि अमेठी की जनता उन्हें कभी नहीं हराएगी. स्मृति ईरानी ने चुनाव हारने के बाद भी लगातार वहां काम किया और जनता ने उन्हें अपना लिया.
- हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, यूपी बीजेपी प्रवक्ता

अमेठी में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के छह लाख लाभार्थी हैं. उज्ज्वला, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना, सौभाग्य योजना जैसी योजनाओं को हर घर तक पहुंचाया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को आवास आवंटित किए गए. कुल सवा लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया.
- मोहसिन रजा, राज्य मंत्री- यूपी सरकार

अमेठी में राहुल की हार के पीछे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने निभाई है. राहुल गांधी देश के बड़े चेहरे हैं. ऐसे में उनके पास इतना समय नहीं था कि वह अमेठी में बार-बार आ सकें. दूसरी तरफ स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद अमेठी के लिए समय निकालती रहीं और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना और निराकरण कराया. इससे आम लोगों में उनकी पकड़ मजबूत होती गई जिसका असर चुनाव नतीजों में देखने को मिला.
- पीएन द्विवेदी, राजनीतिक विश्लेषक

Intro:लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने पूरे देश में 51 फीसद वोट हासिल कर चुनाव जीतने का लक्ष्य बनाया। राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में इस लक्ष्य को पाना इतना आसान नहीं था। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जैसा नेता दिया। 2017 में योगी सरकार आते ही सभी योजनाओं को धरातल पर तेजी से उतारा गया। संगठन ने जमीनी स्तर पर काम किया। मोदी-योगी सरकार की योजनाओं के करीब छह लाख लाभार्थियों को बताया कि ये योजनाएं मोदी ने दी हैं। कांग्रेस के करीबी नेताओं को तोड़ने की रणनीति बनाई। बड़े नेताओं के साथ छोटे नेताओं पर बीजेपी और स्मृति का ज्यादा फोकस रहा। बीजेपी के ऐसे ही चक्रब्यूह में कांग्रेस के युराज अभिमन्यु( राहुल) फस गए।


Body:केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को 2014 में चुनाव लड़ाया। तब वह लगातार अमेठी में आती रहीं। वहां की जनता के सुख दुख में इस दौरान वह आती रहीं। किसानों की समस्या बड़ी थी। शिक्षा व्यवस्था पर कुठाराघात किया। बेसिक शिक्षा के स्कूलों को आधुनिक किया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक का भवन के अलावा विकास भवन अमेठी में नहीं था। योगी सरकार में हुआ। 10 पुलिस थाने का उच्चीकृत करने से लेकर पुलिस विभाग के आवासीय भवन।


15 साल राहुल थे। उस दौरान के विकास को उठाया। सड़क, बिजली पानी की तरफ कांग्रेस ने नहीं देखा। स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त थी। जच्चा बच्चा अस्पताल में पर्दा लगा कर डिलीवरी कराई जाती थी। जिला योजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, गौरीगंज में जिला क्षय रोग औषधालय, जिला रोगी आश्रम स्थल अमेठी। रोगी आश्रम भादर और शाहगढ़ में भी। 14 मार्ग और सेतु का शिलान्यास किया गया। योगी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आवास एवं कार्यालय जा निर्माण के बाद लोकार्पण किया। एफएम रेडियो स्टेशन शुरुआत। मृदा परीक्षण केंद्र। जनवरी 18 में छह सम्पर्क मार्ग बनाये गए।


योगी सरकार के अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने कांग्रेस के 20 सभासदों को भाजपा में शामिल कर सदस्यता दिलाई। करीब 50 से ऊपर बीटीसी और प्रधान प्रधानों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई। जो लोग कांग्रेस के साथ वर्षों से थे और खुलकर कांग्रेस के विरोध करने की स्थिति में नहीं थे, उन्हें बीजेपी में शामिल होने में परेशानी थी। उन लोगों से क्षेत्र में प्रचार नहीं करने की अपील की गयी। यह भी काफी हद तक सफल रहा। इसकी नीव गत निकाय चुनाव में ही रख दी गई थी। जब भारतीय जनता पार्टी को निकाय चुनाव में बढ़त मिली और कांग्रेस के प्रत्याशी धराशाई हो गए एक भी प्रत्याशी कांग्रेस का नहीं जीत सका।


बाईट- 1 

यूपी बीजेपी के प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि दशकों से गांधी परिवार का अमेठी पर कब्जा था। लेकिन अमेठी में कोई विकास नहीं हुआ। कांग्रेस ने यह मान लिया था कि अमेठी की जनता उन्हें कभी हराएगी नहीं। स्मृति ईरानी ने चुनाव हारने के बाद भी लगातार।वहां काम किया।

बाईट-2

योगी सरकार के राज्य मंत्री व अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा का दावा है कि अमेठी में छह लाख लाभार्थी हैं। उज्ज्वला, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना, सौभाग्य योजना के तहत बिजली दी गई। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आवास आवंटित किया गया। सवा लाख शौचालय दिया गया। अमेठी को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है।

बाईट-3

राजनीतिक विश्लेषक पीएन द्विवेदी का कहना है अमेठी में राहुल की हार के पीछे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी निभाई है। राहुल गांधी देश के बड़े चेहरे हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। ऐसे में उनके पास इतना समय नहीं था कि वह अमेठी में बार-बार आ सकें। दूसरी तरफ स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद अमेठी के लिए समय निकालती रहीं।


Conclusion:
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