लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए पूरे देश में 51 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य तय किया था. राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में इस लक्ष्य को पाना इतना आसान नहीं था. उनके सामने पार्टी ने 2014 का चुनाव हार चुकीं स्मृति ईरानी पर फिर से भरोसा जताया और आखिरकार स्मृति ने गांधी परिवार का गढ़ ढहा दिया. राहुल गांधी को हराने के लिए भाजपा ने ऐसी व्यूह रचना की जिसमें वह पूरी तरह फंस गए और अपने ही गढ़ में मुंह की खानी पड़ी.
क्षेत्रीय विकास पर दिया ज्यादा जोर
- जनपद के किसानों की समस्याओं का समाधान करने पर ध्यान दिया गया.
- शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की कोशिश की गई और बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का आधुनिकीकरण किया गया.
- जनपद में विकास भवन और जिला विद्यालय निरीक्षक भवन का निर्माण कराया गया.
- 10 पुलिस थानों को अपग्रेड किया गया. साथ ही पुलिस विभाग के लिए आवासीय भवन की व्यवस्था भी की गई.
- जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं बदतर स्थिति में थीं. अस्पताल में पर्दा लगा कर प्रसव कराया जाता था. इस व्यवस्था को पूरी तरह सुधारा गया.
- जिला योजना के तहत गौरीगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला क्षय रोग औषधालय और जिला रोगी आश्रम स्थल का निर्माण कराया गया.
- भादर और शाहगढ़ में भी रोगी आश्रम का निर्माण कराया गया.
- 14 सड़कों का निर्माण कराया गया. इसके अलावा वर्षों से लंबित नदी पर सेतु का शिलान्यास किया गया.
- सीएम योगी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आवास एवं कार्यालय का लोकार्पण किया.
- जिले में एफएम रेडियो स्टेशन की शुरुआत की गई.
- मृदा परीक्षण केंद्र का निर्माण कराया गया.
पार्टी और संगठन को किया गया मजबूत
- योगी सरकार के अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिन रजा ने कांग्रेस के 20 सभासदों को भाजपा में शामिल कराया.
- 50 से अधिक बीडीसी और ग्राम प्रधानों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई गई.
- जो लोग वर्षों से कांग्रेस के साथ थे लेकिन खुलकर कांग्रेस का विरोध करने की स्थिति में नहीं थे, उनसे क्षेत्र में प्रचार न करने की अपील की गई.
- इसकी नींव गत निकाय चुनाव में ही रख दी गई थी जब भाजपा को निकाय चुनावों में बढ़त मिली और कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी नहीं जीत सका.
दशकों से गांधी परिवार का अमेठी पर कब्जा था लेकिन अमेठी में कोई विकास नहीं हुआ. कांग्रेस ने यह मान लिया था कि अमेठी की जनता उन्हें कभी नहीं हराएगी. स्मृति ईरानी ने चुनाव हारने के बाद भी लगातार वहां काम किया और जनता ने उन्हें अपना लिया.
- हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, यूपी बीजेपी प्रवक्ता
अमेठी में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के छह लाख लाभार्थी हैं. उज्ज्वला, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना, सौभाग्य योजना जैसी योजनाओं को हर घर तक पहुंचाया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को आवास आवंटित किए गए. कुल सवा लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया.
- मोहसिन रजा, राज्य मंत्री- यूपी सरकार
अमेठी में राहुल की हार के पीछे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने निभाई है. राहुल गांधी देश के बड़े चेहरे हैं. ऐसे में उनके पास इतना समय नहीं था कि वह अमेठी में बार-बार आ सकें. दूसरी तरफ स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद अमेठी के लिए समय निकालती रहीं और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना और निराकरण कराया. इससे आम लोगों में उनकी पकड़ मजबूत होती गई जिसका असर चुनाव नतीजों में देखने को मिला.
- पीएन द्विवेदी, राजनीतिक विश्लेषक