झांसी: भीषण गर्मी में पेयजल संकट ने जनपदवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही पाइप लाइन परियोजनाओं में से नौ पूरी तरह ठप्प पड़ी हुई हैं. इसके अलावा कई परियोजनाएं ऐसी हैं, जिनसे मुश्किल से ही लोगों को पीने का पानी मिल पा रहा है. वहीं प्रशासन इस पूरे मामले पर बेसुध बना हुआ है और कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
गांव में पानी की टंकी लगी हुई है, जिसमें कभी-कभी पानी आता है. कई बार तीन-चार दिन तक पानी नहीं आता है. इसके अलावा टंकी में आने वाला पानी पीने के लायक नहीं होता है.
- रमेश, ग्रामीण
पेयजल से जुड़ी सभी संस्थाओं की हेल्पलाइन बनाई गई हैं. विकास भवन में ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. कलेक्ट्रेट, जल संस्थान, जल निगम और अन्य जगहों पर कंट्रोल रूम भी बनाये गए हैं. कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली स्थाई या अस्थाई समस्याओं को चौबीस घंटे के अंदर निराकरण करने की कोशिश की जाती है.
- निखिल टीकाराम फुंडे, मुख्य विकास अधिकारी