उन्नावः लॉकडाउन के समय किसी व्यक्ति को खाने-पीने, जरूरी सामान खरीदने में दिक्कत न हो, इसके लिए होम डिलीवरी की सुविधा प्रारम्भ की गई थी. इस सुविधा को और सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन ने गली की दुकान नाम से एक ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप से ग्राहक आसानी से अपने घर के पास की दुकान के सभी वस्तुओं को प्राप्त कर सकते हैं. इस ऐप का मुख्य कार्य डोर स्टेप डिलीवरी को बढ़ावा देने के लिए किया गया हैं. जिलाधिकारी ने इस ऐप को अपनी 11 सदस्यों वाली टीम के साथ लॉन्च किया है.
इस कोरोना महामारी के चलते उन्नाव जिला प्रशासन ने एक नई पहले शुरू की है. जिला प्रशासन ने होम स्टेप डिलीवरी को बढ़वा देने के लिए गली की दुकान नामक ऐप को लॉन्च किया हैं. इस ऐप को दुकानदार और ग्राहक को रजिस्टर करना होगा, जिसके बाद एक लॉगिन और पासवर्ड मिलेगा, पासवर्ड को वो बदल भी सकता है. इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद ग्राहक के आसपास की सभी दुकानें रजिस्टर हो जाएगी. ये ऐप उन्नाव के सिटी मजिस्ट्रेट चंदन पटेल ने तैयार किया है.
उन्नाव जिला प्रशासन ने लॉन्च की 'गली की दुकान ऐप' - उन्नाव समाचार
यूपी के उन्नाव में लोगों को घरों तक सामान पहुंचाने के लिए गली की दुकान ऐप लॉन्च किया गया है. जिलाधिकारी ने इस ऐप को अपनी 11 सदस्यों वाली टीम के साथ लॉन्च किया है.
उन्नावः लॉकडाउन के समय किसी व्यक्ति को खाने-पीने, जरूरी सामान खरीदने में दिक्कत न हो, इसके लिए होम डिलीवरी की सुविधा प्रारम्भ की गई थी. इस सुविधा को और सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन ने गली की दुकान नाम से एक ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप से ग्राहक आसानी से अपने घर के पास की दुकान के सभी वस्तुओं को प्राप्त कर सकते हैं. इस ऐप का मुख्य कार्य डोर स्टेप डिलीवरी को बढ़ावा देने के लिए किया गया हैं. जिलाधिकारी ने इस ऐप को अपनी 11 सदस्यों वाली टीम के साथ लॉन्च किया है.
इस कोरोना महामारी के चलते उन्नाव जिला प्रशासन ने एक नई पहले शुरू की है. जिला प्रशासन ने होम स्टेप डिलीवरी को बढ़वा देने के लिए गली की दुकान नामक ऐप को लॉन्च किया हैं. इस ऐप को दुकानदार और ग्राहक को रजिस्टर करना होगा, जिसके बाद एक लॉगिन और पासवर्ड मिलेगा, पासवर्ड को वो बदल भी सकता है. इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद ग्राहक के आसपास की सभी दुकानें रजिस्टर हो जाएगी. ये ऐप उन्नाव के सिटी मजिस्ट्रेट चंदन पटेल ने तैयार किया है.