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बरेली: कोरोना जांच के लिए जिला अस्पताल में लगी ट्रू नेट मशीन

यूपी के बरेली जिले में अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को डॉक्टर भर्ती नहीं कर रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में ट्रू नेट मशीन लगाई गई है, जिससे कोरोना की प्राथमिक जांच हो पाएगी. इस रिपोर्ट के आधार पर मरीज किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करा सकेंगे.

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जिला अस्पताल में लगी ट्रू नॉट मशीन
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Published : Jun 24, 2020, 5:30 PM IST

बरेली: शहर भर के सभी अस्पतालों में कोरोना की दहशत है. यही वजह है कि अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने में भी डॉक्टर संकोच कर रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में ट्रू नेट मशीन लगाई गई है, जिससे कोरोना की प्राथमिक जांच 1 घंटे के अंदर हो जाएगी.

कोरोना वायरस के वजह से जिले के सभी अस्पतालों में दहशत का माहौल है. डॉक्टर बीमार मरीजों को भर्ती करने में आनाकानी कर रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में ट्रू नेट मशीन लगाई गई है, जिससे कोरोना कि प्राथमिक जांच 1 घंटे के अंदर हो जाएगी. इस रिपोर्ट के आधार पर मरीज किसी भी अस्पताल में बेझिझक इलाज करा सकेंगे. इसके अलावा अगर रिपोर्ट में किसी मरीज में कोरोना के लक्षण पाए गए, तो उसको तुरंत इलाज के लिए 300 बेड के अस्पताल भेजने की व्यवस्था की जाएगी.

सीएमओ डॉ. विनीत कुमार शुक्ला का कहना है कि निजी चिकित्सकों को निर्देश है कि वे मरीज की जांच कराने के बाद ही उनका उपचार करें. निजी अस्पतालों के आग्रह पर मरीज का सैंपल लेकर आने पर जांच रिपोर्ट संबंधित चिकित्सालय को उपलब्ध करा दी जाती है. इस प्रक्रिया में 1 घंटे का समय लगता है. इस मशीन के जरिए एक बार में 4 लोगों के नमूने लेकर जांच कराई जा सकती है, जिसकी रिपोर्ट 1 घंटे के अंदर उपलब्ध कराई जा सकेगी. इस मशीन से 1 दिन में 40 से 45 मरीजों की जांच हो सकती है. जिला अस्पताल में ऑपरेशन भर्ती के लिए जो मरीज आते हैं, उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद सैंपल लिया जाता है. अगर सैंपल में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसको तुरंत उपचार हेतु 300 बेड के अस्पताल भेज दिया जाता है. इस मशीन से मरीज नि:शुल्क अपनी जांच करा सकते हैं.

बरेली: शहर भर के सभी अस्पतालों में कोरोना की दहशत है. यही वजह है कि अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने में भी डॉक्टर संकोच कर रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में ट्रू नेट मशीन लगाई गई है, जिससे कोरोना की प्राथमिक जांच 1 घंटे के अंदर हो जाएगी.

कोरोना वायरस के वजह से जिले के सभी अस्पतालों में दहशत का माहौल है. डॉक्टर बीमार मरीजों को भर्ती करने में आनाकानी कर रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में ट्रू नेट मशीन लगाई गई है, जिससे कोरोना कि प्राथमिक जांच 1 घंटे के अंदर हो जाएगी. इस रिपोर्ट के आधार पर मरीज किसी भी अस्पताल में बेझिझक इलाज करा सकेंगे. इसके अलावा अगर रिपोर्ट में किसी मरीज में कोरोना के लक्षण पाए गए, तो उसको तुरंत इलाज के लिए 300 बेड के अस्पताल भेजने की व्यवस्था की जाएगी.

सीएमओ डॉ. विनीत कुमार शुक्ला का कहना है कि निजी चिकित्सकों को निर्देश है कि वे मरीज की जांच कराने के बाद ही उनका उपचार करें. निजी अस्पतालों के आग्रह पर मरीज का सैंपल लेकर आने पर जांच रिपोर्ट संबंधित चिकित्सालय को उपलब्ध करा दी जाती है. इस प्रक्रिया में 1 घंटे का समय लगता है. इस मशीन के जरिए एक बार में 4 लोगों के नमूने लेकर जांच कराई जा सकती है, जिसकी रिपोर्ट 1 घंटे के अंदर उपलब्ध कराई जा सकेगी. इस मशीन से 1 दिन में 40 से 45 मरीजों की जांच हो सकती है. जिला अस्पताल में ऑपरेशन भर्ती के लिए जो मरीज आते हैं, उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद सैंपल लिया जाता है. अगर सैंपल में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसको तुरंत उपचार हेतु 300 बेड के अस्पताल भेज दिया जाता है. इस मशीन से मरीज नि:शुल्क अपनी जांच करा सकते हैं.

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