पीलीभीत: दो दिन पहले जिले में हुई बारिश के बाद जिलाधिकारी पुलकित खरे ने गेहूं भीगने के मामलों का संज्ञान लेते हुए तीन केंद्र प्रभारियों को निलंबित कर दिया. जिलाधिकारी की कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मच गया.
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डीएम ने दिए जांच के निर्देश
जिलाधिकारी द्वारा समस्त केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए गए थे कि बारिश के दृष्टिगत सभी केंद्रों पर त्रिपाल और पॉलिथीन की पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, जिससे बारिश के समय गेहूं को भीगने से बचाया जा सके. साथ ही किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो. बारिश के कारण केंद्रों पर गेहूं भीगने का मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने उप जिला अधिकारियों को जांचकर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.
निलंबन करने के दिए गए आदेश
उप जिला अधिकारी द्वारा पीलीभीत मंडी के निरीक्षण के दौरान खाद्य विभाग द्वारा संचालित केंद्र संख्या 3 और 4 पर बारिश के बचाव में पर्याप्त व्यवस्था नहीं पाई गई. केंद्र पर गेहूं भीगा हुआ पाया गया. केंद्र संख्या 4 के केंद्र प्रभारी हरविंदर सिंह और केंद्र संख्या तीन के प्रभारी श्याम बहादुर के विरुद्ध लापरवाही करने के कारण निलंबित करने के आदेश खाद्य विपणन अधिकारी को दे दिए गए हैं.
की गई कार्रवाई
उप जिला अधिकारी बीसलपुर द्वारा निरीक्षण के दौरान किसानों का गेहूं भीगने का मामला संज्ञान में आया. इसमें केंद्र प्रभारी रामचंद्र लाल को दोषी पाया गया और उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई. बारिश में गेहूं भीगने की घटनाओं का संज्ञान लेकर एसडीएम से रिपोर्ट मांगी गई थी. रिपोर्ट के आधार पर तीन क्रय केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई की गई है.