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सोनभद्र: 30 सालों से मतदान नहीं किए हैं यहां के लोग - सोनभद्र

देश के 115 अति पिछड़े जिले में शामिल जनपद सोनभद्र के मुख्यालय पर रहने वाला एक विशेष समुदाय पिछले 30 सालों से मतदान से वंचित है. इस विशेष जाति के लोगों के विकास के लिए प्रदेश सरकार ने जनपद में विशेष पैकेज दिया हुआ है, बावजूद इसके यह आदिवासी समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है.

सोनभद्र
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Published : Apr 21, 2019, 2:27 PM IST

सोनभद्र: जनपद मुख्यालय पर स्थित सैकड़ों की आबादी वाला एक परिवार विगत 30 वर्षों से सड़क किनारे रहने को मजबूर है और मतदान से वंचित है. उन्हें देखकर उनकी बातों को सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो ये हिंदुस्तानी नहीं बल्कि किसी दूसरे मुल्क से आये उपेक्षित व्यक्ति हैं. जिन्हें न सिर्फ समाज ने बल्कि सरकार ने भी ठुकरा दिया हो.

सरकारी सुविधाओं का भी नहीं मिल रहा लाभ.

राबर्ट्सगंज कोतवाली इलाके के राबर्ट्सगंज-घोरावाल मार्ग पर 500 मीटर की दूरी पर स्थित कंहारी गांव की सड़क पर ढैकार जाति के लोग पिछले 50 सालों से सड़क के किनारे निवास करते चले आ रहे हैं. ये लोग सूप, दरी बीनने का काम करते हैं. इनके बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते हैं.

इन लोगों को अभी तक न ही किसी सरकारी योजना का लाभ मिला है और न ही मतदान का अधिकार. जबकि इस विशेष जाति के लोगों के विकास के लिए प्रदेश सरकार ने जनपद में विशेष पैकेज आया हुआ था. बावजूद इसके यह आदिवासी समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है.

बस्ती के लोग कहते हैं कि पिछले 30 सालों से वे रह रहे हैं. एक बार कुछ लोगों का नाम वोटर लिस्ट में आया था, लेकिन बाद में प्रधान ने कटवा दिया. इसके बाद से हम लोग वोट नहीं डाल पा रहे हैं. इसके लिए कई बार अधिकारियों और नेताओं से बात हुई, लेकिन कोई असर नहीं पड़ता.

इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी ने बताया की जनपद में लगातार मतदाता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है. जनपद में 25 हजार नए मतदाताओं को जोड़ने का काम भी किया गया है. रही बात कंहारी में रहने वाले परिवारों कि तो यह देखना होगा कि वे लोग लीगली रह रहे हैं या नहीं. अगर लीगल तरीके से रह रहे हैं तो निश्चित जोड़ा जाएगा.

सोनभद्र: जनपद मुख्यालय पर स्थित सैकड़ों की आबादी वाला एक परिवार विगत 30 वर्षों से सड़क किनारे रहने को मजबूर है और मतदान से वंचित है. उन्हें देखकर उनकी बातों को सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो ये हिंदुस्तानी नहीं बल्कि किसी दूसरे मुल्क से आये उपेक्षित व्यक्ति हैं. जिन्हें न सिर्फ समाज ने बल्कि सरकार ने भी ठुकरा दिया हो.

सरकारी सुविधाओं का भी नहीं मिल रहा लाभ.

राबर्ट्सगंज कोतवाली इलाके के राबर्ट्सगंज-घोरावाल मार्ग पर 500 मीटर की दूरी पर स्थित कंहारी गांव की सड़क पर ढैकार जाति के लोग पिछले 50 सालों से सड़क के किनारे निवास करते चले आ रहे हैं. ये लोग सूप, दरी बीनने का काम करते हैं. इनके बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते हैं.

इन लोगों को अभी तक न ही किसी सरकारी योजना का लाभ मिला है और न ही मतदान का अधिकार. जबकि इस विशेष जाति के लोगों के विकास के लिए प्रदेश सरकार ने जनपद में विशेष पैकेज आया हुआ था. बावजूद इसके यह आदिवासी समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है.

बस्ती के लोग कहते हैं कि पिछले 30 सालों से वे रह रहे हैं. एक बार कुछ लोगों का नाम वोटर लिस्ट में आया था, लेकिन बाद में प्रधान ने कटवा दिया. इसके बाद से हम लोग वोट नहीं डाल पा रहे हैं. इसके लिए कई बार अधिकारियों और नेताओं से बात हुई, लेकिन कोई असर नहीं पड़ता.

इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी ने बताया की जनपद में लगातार मतदाता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है. जनपद में 25 हजार नए मतदाताओं को जोड़ने का काम भी किया गया है. रही बात कंहारी में रहने वाले परिवारों कि तो यह देखना होगा कि वे लोग लीगली रह रहे हैं या नहीं. अगर लीगल तरीके से रह रहे हैं तो निश्चित जोड़ा जाएगा.

Intro:Anchor-देश के 115 अति पिछड़े जिले में शामिल जनपद सोनभद्र के मुख्यालय पर रहने वाला एक विशेष समुदाय जो पिछले 30 वर्षों से मतदाता सूची में नाम ना होने से मतदान से बंचित है। जबकि इस विशेष जाति के लोगो के विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में विशेष पैकेज आया हुआ था बावजूद इसके यह आदिवासी समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है।
एक तरफ जहाँ शासन प्रशासन दिन रात एक करके पूरी मशीनरी के साथ मतदान के लिए लोगो को जागरूक कर रहा है और शत प्रतिशत मतदान कराने का दम्भ भर रहा है तो वही जनपद सोनभद्र मुख्यालय पर स्थित सैकड़ो की आवादी वाला एक परिवार विगत 30 वर्षों से सड़क के किनारे निवास करने को मजबूर है और मतदान महादान प्रक्रिया से बंचित है उन्हें देख कर उनकी बातों को सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो ये हिंदुस्तानी नही बल्कि किसी दूसरे मुल्क से आये उपेक्षित व्यक्ति है जिन्हें ना सिर्फ समाज ने बल्कि सरकार ने भी ठुकरा दिया हो।
इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी ने बताया की जनपद में लगातार मतदाता अभियान चलाया जा रहा है जिसके माध्यम से मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है,जनपद में 25 हजार नए मतदाताओं को जोड़ने का काम भी किया गया है रही बार कंहारी मे रहने वाले पतिवारो कि तो यह देखना होगा कि वे लोग लीगली रह रहे है या अनलीगल है।अगर लीगल तरीके से रह रहे है तो निश्चित जोड़ा जाएगा लेकिन जो जानकारी है वे लोग अनलीगल तरीके से रह रहे है।




Body:Vo1-राबर्ट्सगंज कोतवाली इलाके के राबर्ट्सगंज -घोरावाल मार्ग पर 500 मीटर की दूरी पर स्थित कंहारी गांव की सड़क पर ढैकार जाति के लोग विगत 50 वर्षों से सड़क के किनारे निवास करते चले आ रहे है,फिर चाहे गर्मी हो,जाड़ा हो या बरसात इसी सड़क के किनारे टेंट-तंबू लगाकर पुस्ति दर पुस्ति अपना जीवन यापन करते चले आ रहे है।ये लोग ढैकार जाति के है और सुप,दौरी बीनने का काम करते है जिसमे इनके परिवार की महिलाएं,छोटे-छोटे बच्चे भी लगे हुए है।जो सरकारी उपेक्षा के कारण स्कूल भी नही जा पाते।इन लोगो को अभी तक ना ही किसी सरकारी योजना का लाभ मिला है ना ही मतदान का अधिकार।जबकि इस विशेष जाति के लोगो के विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में विशेष पैकेज आया हुआ था बावजूद इसके यह आदिवासी समुदाय उपेक्षित पड़ा हुआ है।
जब बस्ती के लोगो से बात किया गया तो बताया कि विगत 30 वर्षों से रह रहे है एक बार कुछ लोगो का नाम वोटर लिस्ट में आया था लेकिन बाद में प्रधान ने कटवा दिया जिसके बाद से हम लोग वोट नही डाल पा रहे है इसके लिए कई बार अधिकारियों व नेताओ से बात हुई लेकिन कोई असर नही पड़ता।

Byte-बबलू(मतदान से बंचित स्थानीय)

Vo2-वही एक बुजुर्ग ने तो ग्राम प्रधान को अपशब्दों का प्रयोग करते हुए आरोप लगाया कि पहले 17 लोगो का नाम वोटर लिस्ट में हुआ था लेकिन प्रधान ने कटवा दिया।जिसके बाद से हम लोक लोकसभा,विधानसभा या ग्राम सभा मे भी वोटिंग नही कर पाते।हर मौसम में यही सड़क के किनारे जीवन यापन करते है यहाँ पर कोई भी सांसद या विधायक नही आता

Byte-अछैबर(मतदान से बंचित स्थानीय)




Conclusion:Vo3-इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी ने बताया की जनपद में लगातार मतदाता अभियान चलाया जा रहा है जिसके माध्यम से मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है,जनपद में 25 हजार नए मतदाताओं को जोड़ने का काम भी किया गया है रही बार कंहारी मे रहने वाले पतिवारो कि तो यह देखना होगा कि वे लोग लीगली रह रहे है या अनलीगल है।अगर लीगल तरीके से रह रहे है तो निश्चित जोड़ा जाएगा लेकिन जो जानकारी है वे लोग अनलीगल तरीके से रह रहे है।

Byte-योगेंद्र बहादुर सिंह(अपर जिलाधिकारी,सोनभद्र)



चन्द्रकान्त मिश्रा
सोनभद्र
मो0 9450323031


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