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बुंदेलखण्ड में गर्मी का सितम शुरू, पारा पहुंचा 40 के पार

बुंदेलखंड में गर्मी का सितम शुरू हो गया है. अभी अप्रैल का महीना शुरू ही हुआ है कि यहां का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है. वहीं बांदा में तापमान 41 से 42 डिग्री तक पहुंच चुका है, जिससे लोगों को रोजमर्रा के कामों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर अब गर्मी के चलते सन्नाटा भी दिखने लगा है तो अस्पतालों में भी गर्मी की वजह से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

बुंदेलखण्ड में गर्मी
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Published : Apr 5, 2019, 3:32 PM IST

बांदा: बुंदेलखंड एक ऐसा क्षेत्र है जहां का तापमान 50 डिग्री तक चला जाता है. मगर इस बार अप्रैल का महीना शुरू होते ही तापमान 41 से 42 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. गर्मी की वजह से अस्पतालों में डायरिया के मरीजों में इजाफा हो रहा है. रोजाना डायरिया के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. कोई घर से निकलने से पहले खुद को कपड़ों से ढक रहा है तो कोई गर्मी से बचने के लिए शीतल पेय पदार्थों का उपयोग कर रहा है.

बांदा में तापमान 41-42 डिग्री तक पहुंचा.

लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से अचानक गर्मी बढ़ने लगी है, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोग अपने-अपने तरीके से गर्मी से बचने के उपाय कर रहे हैं. जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉक्टर एसडी त्रिपाठी ने बताया के मौसम में अचानक बदलाव हुआ है, जिसकी वजह से अस्पतालों में सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज आ रहे हैं. इस मौसम में लोगों को ज्यादातर पेय पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए और ताजा खाना ही खाना चाहिए. साथ ही घर से निकलने के पहले पूरी तरीके से शरीर को ढक लेना चाहिए जिससे इस गर्मी से काफी हद तक बचा जा सकता है.

बांदा: बुंदेलखंड एक ऐसा क्षेत्र है जहां का तापमान 50 डिग्री तक चला जाता है. मगर इस बार अप्रैल का महीना शुरू होते ही तापमान 41 से 42 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. गर्मी की वजह से अस्पतालों में डायरिया के मरीजों में इजाफा हो रहा है. रोजाना डायरिया के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. कोई घर से निकलने से पहले खुद को कपड़ों से ढक रहा है तो कोई गर्मी से बचने के लिए शीतल पेय पदार्थों का उपयोग कर रहा है.

बांदा में तापमान 41-42 डिग्री तक पहुंचा.

लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से अचानक गर्मी बढ़ने लगी है, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोग अपने-अपने तरीके से गर्मी से बचने के उपाय कर रहे हैं. जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉक्टर एसडी त्रिपाठी ने बताया के मौसम में अचानक बदलाव हुआ है, जिसकी वजह से अस्पतालों में सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज आ रहे हैं. इस मौसम में लोगों को ज्यादातर पेय पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए और ताजा खाना ही खाना चाहिए. साथ ही घर से निकलने के पहले पूरी तरीके से शरीर को ढक लेना चाहिए जिससे इस गर्मी से काफी हद तक बचा जा सकता है.

Intro:SLUG- बुंदेलखण्ड में गर्मी का सितम शुरू, पारा 40 के पार
PLACE- BANDA
REPORT- ANAND TIWARI
DATE- 05.04.19
ANCHOR- बुंदेलखंड में गर्मी का सितम शुरू हो गया है अभी अप्रैल का महीना शुरू हुई हुआ है कि यहां का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। अगर बात करें बांदा की तो यहां का तापमान 41 से 42 डिग्री तक पहुंच गया है । जिससे लोगों को रोजमर्रा के कामों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । वहीं सड़कों पर अब गर्मी के चलते सन्नाटा भी दिखने लगा है तो अस्पतालों में भी गर्मी की वजह से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है । वहीं चिकित्सक गर्मी से बचने के लिए घर से निकलने से पहले पूरे कपड़े और ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थों की सलाह दे रहे हैं।




Body:वीओ- आपको बता दें कि वैसे तो बुंदेलखंड एक ऐसा क्षेत्र है कि यहां का तापमान 50 डिग्री तक चला जाता है। मगर इस बार अप्रैल का महीना शुरू होते ही तापमान 41 से 42 डिग्री तक पहुंच गया जिससे काफी परेशानियां लोगों को उठानी पड़ रही है। । गर्मी की वजह से अस्पतालों में डायरिया के मरीजों में इजाफा हो रहा है और रोजाना डायरिया के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। तो वहीं रोजमर्रा का काम करने वाले लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पढ़ रही हैं। वहीं गर्मी से बचने के लिए लोग अपने अपने तरीके से उपाय कर रहे हैं । कोई घर से निकलने से पहले खुद को कपड़ों से ढक रहा है तो कोई गर्मी से बचने गर्मी से बचने के लिए शीतल पेय पदार्थों का उपयोग कर रहा है।

वीओ- लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अचानक गर्मी पड़ने लगी है । जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । वह लोग अपने अपने तरीके से गर्मी से बचने के उपाय कर रहे हैं ।




Conclusion:वीओ- जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉक्टर एसडी त्रिपाठी ने बताया के मौसम में अचानक बदलाव हुआ है जिसकी वजह से अस्पतालों में सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज आ रहे हैं। और इस मौसम में लोगों को ज्यादातर पेय पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए और ताजा खाना ही खाना चाहिए। साथ ही घर से निकलने के पहले पूरी तरीके से शरीर को ढक लेना चाहिए जिससे इस गर्मी से काफी हद तक बचा जा सकता है।

बाईट- दीपक, छात्र
बाईट- रामप्रसाद, स्थानीय
बाईट- जगदीश, स्थानीय
बाईट- डॉ एसडी त्रिपाठी, फिजीशियन

ANAND TIWARI
BANDA
9795000076
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