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इटावा में 'स्वच्छ भारत' अभियान को लग रहा पलीता

सूबे के इटावा जिले में स्वच्छ भारत का नारा बेईमानी साबित हो रहा है. इस शहर के वीवीआईपी इलाके के नालों में गंदगी बजबजा रही है. साथ ही महापुरुषों के नाम से बनाये गए पार्क कूड़ा स्थल बन गए है. इसके बाद भी नगरपालिका प्रशासन यही दावा ठोंक रहा है कि वह शहर को साफ रखने के लिये बेहद गम्भीर है. पेश है एक खास रिपोर्ट-

वीवीआईपी स्थानों पर 'स्वच्छ भारत' अभियान को लग रहा पलीता
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Published : May 20, 2019, 10:25 PM IST

इटावा : एक तरफ जहां सरकार स्वच्छता अभियान का क्रियान्वयन करने के लिए कई प्रकार की योजनाएं और निर्देश समय-समय पर जारी किए जा रहे हैं. स्वच्छता मिशन के तहत भारत स्वच्छ हो लेकिन उनके ही अधीनस्थ अधिकारी स्वच्छता अभियान के तहत सरकार की मंशा को किस तरह पलीता लगा रहे हैं. इसके लिए जीता-जागता उदाहरण शहर के मुख्य इलाकों पर भी देखे जा सकते हैं.

वीवीआईपी स्थानों पर 'स्वच्छ भारत' अभियान को लग रहा पलीता

स्वच्छता के लिए केंद्र व राज्य सरकार वैसे तो प्रचार बहुत कर रही हैं, लेकिन काम धेला भर भी नहीं हुआ है. अब नगर पालिका के दावे कितने सच हैं. यह तो इटावा शहर के नालों और पार्कों की यह तस्वीर ही सब कुछ बयां कर रही है.

  • इटावा शहर के सबसे वीवीआईपी इलाके सिविल लाइंस में डीएम जेबी सिंह का आवास है.
  • उनके आवास के बगल से निकले नाले का यह हाल है कि यह नाला पिछले छह माह से साफ ही नहीं किया गया है.
  • डीएम आवास के बगल के इस नाले की छह माह से सफाई न होने के कारण यह नाला अब चोक हो गया है.
  • शहर के वीवीआईपी इलाके सिविल लाइंस के अलावा और भी कई नाले हैं जिनकी सफाई न होने के कारण से इनमें जगह जगह बेसुमार गन्दगी जमा है.

शहर का यह है बूढ़ा पार्क जिसकी सफाई पिछले कई दिनों से नहीं की गई है. लिहाजा यह बुद्धा पार्क कूड़े घर मे तब्दील जो चुका है. स्थानीय लोग तो यहां तक बताते हैे कि गत शनिवार को बुद्ध पूर्णिमा के दिन भी नगर पालिका ने इस पार्क की सफाई नहीं करवाई थी. स्थानीय लोग यह साफ-साफ कहते है कि नगर पालिका प्रशासन शहर की सफाई की ओर ध्यान न देकर सिर्फ अवैध धन कमाई में लगा रहता है.

-प्रदीप शर्मा ,स्थानीय नागरिक

शहर के वीवीआईपी इलाकों के नालों और महापुरुषों के पार्कों की सफाई को लेकर नगर निगम प्रशासन काफी गम्भीर है. शहर में छोटे-बड़े 77 नाले हैं,जिनकी सफाई के लिए नगर पालिका बेहद गम्भीर है. शहर में नालों की सफाई का काम 1 मार्च से चल रहा है और बरसात तक शहर के सभी नाले व पार्क साफ कर दिए जाएंगे.

रामानन्द त्यागी, मुख्य सफाई निरीक्षक

इटावा : एक तरफ जहां सरकार स्वच्छता अभियान का क्रियान्वयन करने के लिए कई प्रकार की योजनाएं और निर्देश समय-समय पर जारी किए जा रहे हैं. स्वच्छता मिशन के तहत भारत स्वच्छ हो लेकिन उनके ही अधीनस्थ अधिकारी स्वच्छता अभियान के तहत सरकार की मंशा को किस तरह पलीता लगा रहे हैं. इसके लिए जीता-जागता उदाहरण शहर के मुख्य इलाकों पर भी देखे जा सकते हैं.

वीवीआईपी स्थानों पर 'स्वच्छ भारत' अभियान को लग रहा पलीता

स्वच्छता के लिए केंद्र व राज्य सरकार वैसे तो प्रचार बहुत कर रही हैं, लेकिन काम धेला भर भी नहीं हुआ है. अब नगर पालिका के दावे कितने सच हैं. यह तो इटावा शहर के नालों और पार्कों की यह तस्वीर ही सब कुछ बयां कर रही है.

  • इटावा शहर के सबसे वीवीआईपी इलाके सिविल लाइंस में डीएम जेबी सिंह का आवास है.
  • उनके आवास के बगल से निकले नाले का यह हाल है कि यह नाला पिछले छह माह से साफ ही नहीं किया गया है.
  • डीएम आवास के बगल के इस नाले की छह माह से सफाई न होने के कारण यह नाला अब चोक हो गया है.
  • शहर के वीवीआईपी इलाके सिविल लाइंस के अलावा और भी कई नाले हैं जिनकी सफाई न होने के कारण से इनमें जगह जगह बेसुमार गन्दगी जमा है.

शहर का यह है बूढ़ा पार्क जिसकी सफाई पिछले कई दिनों से नहीं की गई है. लिहाजा यह बुद्धा पार्क कूड़े घर मे तब्दील जो चुका है. स्थानीय लोग तो यहां तक बताते हैे कि गत शनिवार को बुद्ध पूर्णिमा के दिन भी नगर पालिका ने इस पार्क की सफाई नहीं करवाई थी. स्थानीय लोग यह साफ-साफ कहते है कि नगर पालिका प्रशासन शहर की सफाई की ओर ध्यान न देकर सिर्फ अवैध धन कमाई में लगा रहता है.

-प्रदीप शर्मा ,स्थानीय नागरिक

शहर के वीवीआईपी इलाकों के नालों और महापुरुषों के पार्कों की सफाई को लेकर नगर निगम प्रशासन काफी गम्भीर है. शहर में छोटे-बड़े 77 नाले हैं,जिनकी सफाई के लिए नगर पालिका बेहद गम्भीर है. शहर में नालों की सफाई का काम 1 मार्च से चल रहा है और बरसात तक शहर के सभी नाले व पार्क साफ कर दिए जाएंगे.

रामानन्द त्यागी, मुख्य सफाई निरीक्षक

Intro:एंकर-सूबे के इटावा जिले में स्वच्छ भारत का नारा बेईमानी साबित हो रहा है।इस शहर के वीवीआईपी इलाके के नालों में गंदगी बजबजा रही है।साथ ही महापुरुषों के नाम से बनाये गए पार्क कूड़ा स्थल बन गए है।इसके बाद भी नगरपालिका प्रशासन यही दावा ठोंक रहा है कि वह शहर को साफ रखने के लिये बेहद गम्भीर है।पेश है एक खास रिपोर्ट-


Body:वीओ(1)-इटावा शहर सबसे वीवीआईपी इलाके सिविल लाइंस में जहां डीएम जेबी सिंह का आवास है,उनके आवास के बगल से निकले नाले का यह हाल है कि यह नाला पिछले छह माह से साफ ही नही किया गया है।डीएम आवास के बगल के इस नाले की छह माह से सफाई न होने के कारण यह नाला अब चोक हो गया है।शहर के वीवीआईपी इलाके सिविल लाइंस के और भी कई नाले है जिनकी सफाई न होने के कारण से इनमें जगह जगह बेसुमार गन्दगी जमा है।

वाइट-स्थानीय नागरिक

वीओ(2)-शहर का यह है बूढ़ा पार्क जिसकी सफाई पिछले कई दिनों से नही की गई है।लिहाजा यह बुद्धा पार्क कूड़े घर मे तब्दील जो चुका है।स्थानीय लोग तो यहां तक बताते है कि गत शनिवार को बुद्ध पूर्णिमा के दिन भी नगर पालिका ने इस पार्क की सफाई नहीं करवाई थी।स्थानोय लोग यह साफ साफ कहते है कि नगर पालिका प्रशासन शहर की सफाई की ओर ध्यान न देकर सिर्फ अवैध धन कमाई में लगा रहता है।

वीओ(2)-प्रदीप शर्मा दोस्त(स्थानीय नागरिक)

वीओ(3)-शहर के वीवीआईपी इलाक़ो के नालो व महापुरुषों के पार्कों की सफाई के सवाल पर नगर पालिका के अधिकारी बताते है कि शहर में छोटे बड़े 77 नाले हैं,जिनकी सफाई के लिए नगर पालिका बेहद गम्भीर है।शहर के चीफ सफाई निरीक्षक ने बताया कि शहर में नालो की सफाई का काम 1 मार्च से चल रहा है,बरसात तक शहर के सभी नाले व पार्क साफ कर दिए जाएंगे

वीओ(3)-रामानन्द त्यागी(मुख्य सफाई निरीक्षक)


Conclusion:वीओ(4)-अब नगर पालिका के दावे कितने सच है यह तो इटावा शहर के नालो व पार्क की यह तस्वीर की सब कुछ बयां कर रही है।
मोब न0 8445980843।
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