जौनपुर: कोरोना के फैलते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने शादी और दाह संस्कार जैसे कार्यक्रमों में लोगों की संख्या का निर्धारण तो कर दिया है, लेकिन आज भी इन नियमों का लोग खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. ऐसा ही मामला सपा शासनकाल में मंत्री रहे और मल्हनी से विधायक पारसनाथ यादव के तेरहवीं में देखने को मिला. बुधवार को हुए इस कार्यक्रम में सरकारी मानकों की खूब धज्जियां उड़ाई गई, जबकि तेरहवीं कार्यक्रम में 30 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति है. लेकिन इस कार्यक्रम में पहुंचने वाले लोगों की संख्या 500 से भी ज्यादा दिखाई दी. ऐसे में प्रशासन द्वारा बनाए गए नियम कानून धरे के धरे रह गए.
जौनपुर जनपद में कोरोना के मरीज रोज बढ़ रहे हैं. ऐसे में जनपद में फैलते हुए संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का कड़ाई से पालन करना बहुत जरूरी है, जबकि इन दिनों शादियों और तेरहवीं जैसे कार्यक्रमों में खुलेआम नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. इन नियमों के पालन कराने की जिम्मेदारी भी पुलिस और प्रशासन की है .
बुधवा़र को सपा के पूर्व मंत्री एवं मल्हनी विधानसभा सीट से विधायक पारसनाथ यादव की तेरहवीं का कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रमों में कई विशिष्ट लोगों का आगमन हुआ. वहीं इस कार्यक्रम में शामिल होने वालों की तादाद काफी ज्यादा थी, जो नियमों के खिलाफ है. तेरहवीं जैसे कार्यक्रमों में प्रशासन से केवल 30 लोगों की ही अनुमति है, जबकि इस कार्यक्रम में 500 से ज्यादा लोग मौजूद रहे.
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शादी और तेरहवीं जैसे कार्यक्रमों में 30 लोगों की अनुमति है. ऐसे में अगर कार्यक्रम में ज्यादा लोगों के पहुंचने की बात है तो इसकी जांच कराई जाएगी.
यूपी के दिग्गज नेता पारसनाथ यादव जौनपुर के मल्हनी से विधायक थे. वह 7 बार विधायक, 3 बार कैबिनेट मंत्री और 2 बार जौनपुर के सांसद रहे थे. उन्हें सपा नेता मुलायम सिंह का करीबी माना जाता था. मुलायम सिंह यादव के वह उस समय के करीबी रहे, जब जनता दल से टूटकर समाजवादी पार्टी का गठन हुआ था. पूर्वांचल में वह मिनी मुलायम के नाम से फेमस थे. वह काफी लंबे समय से कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे थे.उनका मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. बीमारी के कारण वह चल-फिर भी नहीं पा रहे थे. उनकी उम्र 71 साल थी.