लखनऊ: करीब एक हफ्ते के लॉकडाउन के बाद गुरुवार के दिन बाजारों में चहल-पहल दिखाई दी. कारोबारियों ने अमीनाबाद, निशातगंज, भूतनाथ मार्केट, डालीगंज और चौक समेत शहर की अन्य जगहों पर दुकानें खोली, लेकिन खरीदारी करने के लिए लोग बाजारों में नहीं दिखे.
बाजारों में पसरा सन्नाटा, नहीं आए खरीददार
व्यापारियों द्वारा खुद से लगाए गए लॉकडाउन के एक हफ्ते बाद गुरुवार के दिन लखनऊ में तमाम बाजारें खोली गईं. इसके बाद भी खरीददार खरीदारी करने के लिए नहीं आए. सड़कों और दुकानों पर सन्नाटा पसरा रहा. अमीनाबाद की कई मार्केट, गणेश गंज गल्ला मंडी, पांडे गंज गल्ला मंडी, नाका हिंडोला की इलेक्ट्रिक बाजार, चौक की बाजार, मौलवी गंज और कैसरबाग समेत कई बाजारों को खोला गया. वहीं कई दुकानों के शटर पर ताले भी दिखाई दिए.
व्यापारी संगठनों ने खुद लगाया था लाॅकडाउन
लखनऊ व्यापार मंडल ने शहर के कई व्यापारी संगठनों के व्यापारियों और कारोबारियों को संक्रमण से बचाने के लिए बाजारों में लाॅकडाउन लगाने का निर्णय लिया था, जिसका असर यह हुआ कि शहर भर के तमाम व्यापारी संगठनों ने एकजुट होकर दुकानें बंद कर दी थीं. करीब एक हफ्ते तक शहर भर की दुकानों के शटर नहीं खुले. शहर भर में कर्फ्यू जैसे हालात पैदा हो गए.
लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कारोबारियों और दुकानदारों को संक्रमण से बचाने के लिए व्यापार मंडल की तरफ से लॉकडाउन लगाने की अपील की गई थी. एक हफ्ते का समय बीत चुका है. व्यापारियों के सामने तमाम समस्याएं हैं. उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा है कि वह अपनी इच्छा से दुकानें खोल सकते हैं.