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वसीम रिजवी ने फिर उठाई प्राइमरी मदरसों को बंद किए जाने की मांग - उत्तर प्रदेश समाचार

अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने एक बार फिर से देश मे चल रहे मदरसों पर अपना बयान जारी कर उनको बन्द करने की मांग उठा दी है.

वसीम रिजवी.
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Published : Jun 20, 2019, 2:33 PM IST

लखनऊ: वसीम रिजवी ने एक फिर देश में चल रहे प्राइमरी मदरसों पर विवादित बयान दिया है. शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने देश में चल रहे मदरसों को बन्द करने की मांग उठा दी है.

वसीम रिजवी ने प्राइमरी मदरसों पर दिया बयान.

वसीम रिजवी का कहना है कि-

  • हिंदुस्तान में 350 साल मुगलों की हुकूमत और आजादी के बाद 60 साल कांग्रेस की हुकूमत ने कट्टरपंथी मौलानाओं को इतना मजबूत कर दिया है कि कोई मुसलमान अगर आज राष्ट्रहित में मुद्दा उठता है तो उसको इस्लाम से बाहर करने का फतवा आ जाता है.
  • रिजवी का कहना कि आसाराम बापू जैसे लोग जेल जा सकते हैं, लेकिन मुस्लिम मुल्ला कुकर्म करने के बाद भी देश में सुरक्षित है.
  • रिजवी का मानना है कि प्राइमरी मदरसों में मुस्लिम छोटे बच्चों को आईएसआईएस की मानसिकता पढ़ाई जा रही है.
  • इसके चलते उनके द्वारा भारत सरकार को इन मदरसों को बंद किए जाने का एक प्रस्ताव विचाराधीन है.
  • वसीम रिजवी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वह सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे.

रिजवी देश में चल रहे प्राइमरी मदरसों पर इससे पहले भी कई बार बयान दे चुकें है. यही नहीं रिजवी ने मदरसों को बंद किये जाने को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय से लेकर पीएम मोदी तक को पत्र लिखा था. हालांकि पत्र प्राप्त होने के जवाब के अलावा कोई और जवाब नहीं आया.

लखनऊ: वसीम रिजवी ने एक फिर देश में चल रहे प्राइमरी मदरसों पर विवादित बयान दिया है. शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने देश में चल रहे मदरसों को बन्द करने की मांग उठा दी है.

वसीम रिजवी ने प्राइमरी मदरसों पर दिया बयान.

वसीम रिजवी का कहना है कि-

  • हिंदुस्तान में 350 साल मुगलों की हुकूमत और आजादी के बाद 60 साल कांग्रेस की हुकूमत ने कट्टरपंथी मौलानाओं को इतना मजबूत कर दिया है कि कोई मुसलमान अगर आज राष्ट्रहित में मुद्दा उठता है तो उसको इस्लाम से बाहर करने का फतवा आ जाता है.
  • रिजवी का कहना कि आसाराम बापू जैसे लोग जेल जा सकते हैं, लेकिन मुस्लिम मुल्ला कुकर्म करने के बाद भी देश में सुरक्षित है.
  • रिजवी का मानना है कि प्राइमरी मदरसों में मुस्लिम छोटे बच्चों को आईएसआईएस की मानसिकता पढ़ाई जा रही है.
  • इसके चलते उनके द्वारा भारत सरकार को इन मदरसों को बंद किए जाने का एक प्रस्ताव विचाराधीन है.
  • वसीम रिजवी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वह सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे.

रिजवी देश में चल रहे प्राइमरी मदरसों पर इससे पहले भी कई बार बयान दे चुकें है. यही नहीं रिजवी ने मदरसों को बंद किये जाने को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय से लेकर पीएम मोदी तक को पत्र लिखा था. हालांकि पत्र प्राप्त होने के जवाब के अलावा कोई और जवाब नहीं आया.

Intro:अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन में ने एक बार फिर से देश मे चल रहे मदरसों पर अपना बयान जारी कर उनको बन्द करने की मांग उठा दी है।Body:वसीम रिज़वी का कहना है कि हिंदुस्तान में 350 साल मुगलों की हुकूमत और आज़ादी के बाद 60 साल कांग्रेस की हुकूमत ने कट्टरपंथी मौलानाओ को इतना मजबूत करदिया है कि कोई मुसलमान अगर आज राष्ट्रहित में मुद्दा उठता है तो उसको इस्लाम से बाहर करने का फतवा आ जाता है। रिज़वी का कहना कि आसाराम बापू जैसे लोग जेल जा सकते है लेकिन मुस्लिम मुल्ला कुकर्म करने के बावजूद भी देश मे अल्पसंख्यक होने का फायदा उठाते हुए सुरक्षित है। रिज़वी का मानना है कि प्राइमरी मदरसों में मुस्लिम छोटे बच्चों को आईएसआईएस की मानसिकता पढ़ाई जा रही है जिसके चलते उनके द्वारा भारत सरकार को इन मदरसों को बंद किये जाने का एक प्रस्ताव विचाराधीन है आगे वसीम रिज़वी ने कहा कि अगर ज़रूरत पड़ेगी तो वह सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।

बाइट- वसीम रिज़वीConclusion:ग़ौरतलब है कि रिज़वी देश मे चल रहे प्राइमरी मदरसों पर इससे पहले भी कई बार बयान दे चुकें है यही नही रिज़वी ने मदरसों को बंद किये जाने को लेकर मानवसंसाधन मंत्रालय से लेकर पीएम मोदी तक को पत्र लिखा था हालांकि पत्र प्राप्त होने के जवाब के अलावा कोई और जवाब नही आया बल्कि सरकार ने मदरसों को और आधुनिक करने और अल्पसंख्यक बच्चों को स्कॉलरशिप दिए जाने के साथ मुख्य धारा से जोड़ने के कई कदम आगे बड़ा दिए है ऐसे में रिज़वी के दोबारा से मदरसों को लेकर दिए गए बयान पर सरकार क्या रुख इख्तियार करती है यह देखने वाली बात होगी
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