ETV Bharat / briefs

वाराणसी : तेज बहादुर यादव को लगा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका

सुप्रीम कोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद अब तेज बहादुर इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं. फिलहाल अब वह वाराणसी में समाजवादी पार्टी की वर्तमान प्रत्याशी शालिनी यादव का साथ देकर पीएम मोदी को हराने के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे.

तेज बहादुर यादव
author img

By

Published : May 9, 2019, 3:46 PM IST

वाराणसी : प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को आज सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर यादव की याचिका खारिज कर दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब तेज बहादुर यादव पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ सकेंगे.

तेज बहादुर यादव ने अपना नामांकन खारिज हो जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में चुनाव आयोग से जानकारी मांगी थी. वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने मामले पर बहस की और आज चुनाव आयोग की तरफ से जानकारी मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर की याचिका खारिज कर दी. याचिका खारिज होने के बाद तमाम तरह की अटकलों पर पूर्ण विराम लग गया. सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

हालांकि तेज बहादुर अभी भी पीएम मोदी पर हमलावर हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर यादव की याचिका खारिज कर दी है. अब यह देखने वाली बात होगी कि तेज बहादुर का अगला कदम क्या होगा. इन सबके बीच यह साफ हो गया है कि जिस मंसूबे के साथ तेज बहादुर वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने आये थे, उनको पहले चुनाव आयोग की तरफ से और फिर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से तगड़ा झटका लगा है. अब तेज बहादुर यादव वाराणसी में समाजवादी पार्टी की वर्तमान प्रत्याशी शालिनी यादव का साथ देकर पीएम मोदी को करारा जवाब देने की बात कर रहे हैं.

वाराणसी : प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को आज सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर यादव की याचिका खारिज कर दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब तेज बहादुर यादव पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ सकेंगे.

तेज बहादुर यादव ने अपना नामांकन खारिज हो जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में चुनाव आयोग से जानकारी मांगी थी. वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने मामले पर बहस की और आज चुनाव आयोग की तरफ से जानकारी मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर की याचिका खारिज कर दी. याचिका खारिज होने के बाद तमाम तरह की अटकलों पर पूर्ण विराम लग गया. सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

हालांकि तेज बहादुर अभी भी पीएम मोदी पर हमलावर हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर यादव की याचिका खारिज कर दी है. अब यह देखने वाली बात होगी कि तेज बहादुर का अगला कदम क्या होगा. इन सबके बीच यह साफ हो गया है कि जिस मंसूबे के साथ तेज बहादुर वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने आये थे, उनको पहले चुनाव आयोग की तरफ से और फिर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से तगड़ा झटका लगा है. अब तेज बहादुर यादव वाराणसी में समाजवादी पार्टी की वर्तमान प्रत्याशी शालिनी यादव का साथ देकर पीएम मोदी को करारा जवाब देने की बात कर रहे हैं.

Intro:एंकर: फेल हो गया सपा का मास्टर प्लान सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी तेज बहादुर की याचिका वाराणसी मैं प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बनारसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को आज सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ पहले निर्दल ऑफिस समाजवादी पार्टी के सिंबल से नामांकन दाखिल करने के बाद और उसमें त्रुटि होने की वजह से नामांकन पत्र के खारिज होने को लेकर तेज बहादुर यादव ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से जवाब तलब के बाद आज उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया है जिसके बाद अब तेज बहादुर यादव वाराणसी में समाजवादी पार्टी की वर्तमान प्रत्याशी शालिनी यादव का साथ देकर पीएम मोदी को करारा जवाब देने की बात कर रहे हैं


Body:वीओ: दरअसल समाजवादी पार्टी ने वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बड़ा कार्ड खेलने की कोशिश की थी लोगों की संवेदनाओं को किसी भी प्रकार से समाजवादी पार्टी खेलना चाहती थी तेज बहादुर यादव को 29 अप्रैल को कुछ वक्त टिकट दिया गया जब उनकी पूर्व में घोषित प्रत्याशी शालिनी यादव पूरे जुलूस और दल बल के साथ नामांकन करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंची थी वह नामांकन स्थल पर मौजूद थी तभी अचानक से समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय के साथ पहले ही निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके थे तेज बहादुर यादव उन्होंने समाजवादी पार्टी के सिंबल पर नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था जिसके बाद राजनीतिक महकमे में हड़कंप मच गया अचानक से तेज बहादुर को सपा के प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद यह सवाल उठने लगा कि आखिर समाजवादी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी होगा कौन इस सवाल के जवाब के बीच समाजवादी पार्टी के दोनों प्रत्याशी ने अपने अपने आप को अधिकृत प्रत्याशी बताकर राजनीतिक महकमे में हड़कंप मचा दिया था लेकिन 30 अप्रैल को अचानक से नामांकन पत्र की जांच के बाद जब वाराणसी जिला निर्वाचन आयोग ने तेज बहादुर की तरफ से पहले निर्दल प्रत्याशी बाद में समाजवादी पार्टी के सिंबल पर दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में दी गई जानकारी में अंतर पा कर उन्हें नोटिस जारी किया और सेना से उनको बर्खास्त किए जाने की वजह के लिए चुनाव आयोग ने एनओसी लाकर दूसरे दिन 11:00 बजे तक जमा करने को कहा जिसके बाद अचानक से पूरा मामला ही बदल गया


Conclusion:वीओ: वही उस वक्त तेज बहादुर में लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला और यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उन से डर गए हैं जिसकी वजह से वह इस तरह का कदम उठाकर उनका नामांकन खारिज करवाने की काफी प्रयास भी कर रहे हैं तेज बहादुर का नामांकन पत्र खारिज हो जाने के बाद तेज बहादुर ने शालिनी यादव सपा के प्रत्याशी को समर्थन देकर सफा के साथ प्रत्याशी को जिताने का दावा भी करने लगे हैं और उनके प्रचार भी जोरों शोर से कर रहे हैं इन सबके बीच तेज बहादुर ने 2 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट की शरण ली और नामांकन पत्र खारिज होने को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ याचिका कि जिस पर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने मामले पर बहस की और आज सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से जानकारी मिलने के बाद तेज बहादुर की याचिका को खारिज कर दिया सबसे बड़ी बात यह है कि तेज बहादुर की याचिका खारिज होने के बाद उन कयासों पर भी रोक लग गई जिन पर यह माना जा रहा था कि तेज बहादुर एक बार फिर से पीएम मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में लौट सकते हैं इन कयासों पर रोक लगने के बाद यह समाजवादी पार्टी के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है फिलहाल तेज बहादुर अभी भी पीएम मोदी पर हमलावर है और बार-बार उन्हीं को अपना नामांकन पत्र खाली होने और इन सभी क्रियाकलापों के लिए दोषी बता रहे हैं फिलहाल तेज बहादुर के नामांकन पत्र के खारिज होने और सुप्रीम कोर्ट की तरफ से याचिका भी खारिज किए जाने के बाद तेज बहादुर का अगला कदम क्या होगा यह देखने वाली बात होगी लेकिन यह तो साफ हो गया है कि जिस मंसूबे के साथ तेज बहादुर बनारस में पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने पहुंचे थे उनको पहले चुनाव आयोग ऑफिस सुप्रीम कोर्ट ने तगड़ा झटका दे दिया है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.