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बिजली दरों के बढ़ने पर क्या बोले बलरामपुर के लोग

प्रदेश भर में बिजली दरों को बढ़ाए जाने को लेकर लाए गए प्रस्ताव के बाद उपभोक्ताओं में भय का माहौल है. ईटीवी भारत से बात करते हुए बिजली उपभोक्ताओं ने बताया कि बिजली दरों के बढ़ने के बाद उनका बजट बिगड़ जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को सरकार को वापस लेना चाहिए.

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Published : Jun 19, 2019, 3:30 PM IST

बढ़ी बिजली दरों के झटके पर लोग परेशान.

बलरामपुर: प्रदेश में महंगी बिजली दरों को लेकर कोहराम मचा हुआ है. हर वर्ग के उपभोक्ता बढ़ाई जाने वाली बिजली दरों का विरोध कर रहे हैं. बिजली दरों में बढोत्तरी होने से लोग अपने बजट को प्रभावित होता देख रहे हैं. इस वजह से सभी वर्गों का बजट भी प्रभावित होता दिख रहा है. लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने सभी श्रेणियों में बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दे दिया है.

बढ़ी बिजली दरों में होने वाली बढ़ोत्तरी पर बलरामपुर के लोगों की राय.

पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट के द्वारा विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार-

  • बीपीएल परिवारों को तीन रुपयो में सौ यूनिट की जगह अब केवल 50 यूनिट ही मिलेगा.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में अनमीटर्ड उपभोक्ताओं की दर 500 रुपये प्रति किलोवाट करने की योजना बनाई गई है.
  • आम घरेलू व बीपीएल परिवारों का फिक्स चार्ज भी बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है.
  • निजी नलकूप से 150 की जगह अब 170 रुपये बीएचपी शुल्क वसूलने की योजना बनाई जा रही है.
  • बीपीएल श्रेणी के घरेलू उपभोक्ताओं का 50 रुपये से बढ़ाकर 75 रुपये करने का प्रस्ताव भेजा है.

बलरामपुर के टेढ़ी की रहने वाली गृहणी विजय लक्ष्मी ने बताया कि-

  • बढ़ी बिजली दरों के कारण अब हमारे जेब पर भी प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने बताया कि जो बिजली दर हम 500 से 700 रुपये देते थे, अब वह हमें हजार रुपये तक देना होगा.
  • इसके कारण कहीं न कहीं हमारे घर का बजट बिगड़ेगा. उन्होने कहा कि इस बढ़ोत्तरी को सरकार को वापस लेना चाहिए.

सोनार गांव के रहने वाले किसान राजेश कुमार ने बताया कि-

  • बढ़ी बिजली दरों के कारण कहीं न कहीं किसानों के खेती की लागत बढ़ जाएगी.
  • अभी हम 500 से 700 रुपये बिजली दर के रूप में जमा करते हैं, जबकि नई दरें लागू होने के बाद तकरीबन बढ़कर 1200 रुपये हो जाएंगे.
  • इसके कारण हमें 5 हजार से 6 हजार रुपये प्रतिवर्ष अधिक देना होगा. उन्होंने हम किसानों को खेती में करने में घटा होगा.

पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट ने विद्युत नियामक आयोग को बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रख दिया है. इसमें प्रति यूनिट चार्ज के साथ-साथ सर चार्ज को बढ़ाने की योजना है. जब से नई दरें लागू होंगी तब से विद्युत उपभोक्ताओं को नई दरों के हिसाब से बिजली बिल देना होगा.
-ललित कुमार, अधीक्षण अभियंता

बलरामपुर: प्रदेश में महंगी बिजली दरों को लेकर कोहराम मचा हुआ है. हर वर्ग के उपभोक्ता बढ़ाई जाने वाली बिजली दरों का विरोध कर रहे हैं. बिजली दरों में बढोत्तरी होने से लोग अपने बजट को प्रभावित होता देख रहे हैं. इस वजह से सभी वर्गों का बजट भी प्रभावित होता दिख रहा है. लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने सभी श्रेणियों में बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दे दिया है.

बढ़ी बिजली दरों में होने वाली बढ़ोत्तरी पर बलरामपुर के लोगों की राय.

पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट के द्वारा विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार-

  • बीपीएल परिवारों को तीन रुपयो में सौ यूनिट की जगह अब केवल 50 यूनिट ही मिलेगा.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में अनमीटर्ड उपभोक्ताओं की दर 500 रुपये प्रति किलोवाट करने की योजना बनाई गई है.
  • आम घरेलू व बीपीएल परिवारों का फिक्स चार्ज भी बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है.
  • निजी नलकूप से 150 की जगह अब 170 रुपये बीएचपी शुल्क वसूलने की योजना बनाई जा रही है.
  • बीपीएल श्रेणी के घरेलू उपभोक्ताओं का 50 रुपये से बढ़ाकर 75 रुपये करने का प्रस्ताव भेजा है.

बलरामपुर के टेढ़ी की रहने वाली गृहणी विजय लक्ष्मी ने बताया कि-

  • बढ़ी बिजली दरों के कारण अब हमारे जेब पर भी प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने बताया कि जो बिजली दर हम 500 से 700 रुपये देते थे, अब वह हमें हजार रुपये तक देना होगा.
  • इसके कारण कहीं न कहीं हमारे घर का बजट बिगड़ेगा. उन्होने कहा कि इस बढ़ोत्तरी को सरकार को वापस लेना चाहिए.

सोनार गांव के रहने वाले किसान राजेश कुमार ने बताया कि-

  • बढ़ी बिजली दरों के कारण कहीं न कहीं किसानों के खेती की लागत बढ़ जाएगी.
  • अभी हम 500 से 700 रुपये बिजली दर के रूप में जमा करते हैं, जबकि नई दरें लागू होने के बाद तकरीबन बढ़कर 1200 रुपये हो जाएंगे.
  • इसके कारण हमें 5 हजार से 6 हजार रुपये प्रतिवर्ष अधिक देना होगा. उन्होंने हम किसानों को खेती में करने में घटा होगा.

पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट ने विद्युत नियामक आयोग को बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रख दिया है. इसमें प्रति यूनिट चार्ज के साथ-साथ सर चार्ज को बढ़ाने की योजना है. जब से नई दरें लागू होंगी तब से विद्युत उपभोक्ताओं को नई दरों के हिसाब से बिजली बिल देना होगा.
-ललित कुमार, अधीक्षण अभियंता

Intro:लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने सभी श्रेणियों में जो बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दिया है उसके कारण अब पूरे प्रदेश में महंगी बिजली दरों को लेकर कोहराम मचा हुआ है. हर वर्ग के उपभोक्ता बढ़ाई जाने वाली बिजली दरों की विरोध कर रहे हैं वॉइस के कारण अपने बजट को प्रभावित होता देख रहे हैं.


Body:ईटीवी ने बलरामपुर जैसे अति पिछड़े जिले के किसान ग्रहणी व व्यापारी वर्ग से मिलकर बात की.
बलरामपुर के टेढ़ी की रहने वाली गृहणी विजय लक्ष्मी शुक्ला हमसे बात करते हुए कहा कि बड़ी बिजली दरों के कारण अब हमारे जे पर प्रभाव पड़ेगा जो बिजली दर हम 500 से ₹700 देते थे अब वह हमें हजार रुपए तक देना होगा इस कारण कहीं ना कहीं हमारे घर का बजट डगमगाएगा। इस बढ़ोत्तरी को सरकार को वापस लेना चाहिए।
वही बलरामपुर से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर सोनार ग्राम सभा में रहने वाले किसान राजेश कुमार मिश्रा हमसे कहा कि बड़ी बिजली दरों और सर चार्ज के कारण कहीं न कहीं किसानों के खेती की लागत बढ़ जाएगी। अभी हम 500 से 700 रुपये बिजली दर के रूप में जमा करते हैं। जबकि नई दरें लागू होने के बाद तकरीबन या बढ़कर 1200 रुपये हो जाएंगे। जिसके कारण हमें पांच हजार से छः हजार रुपया प्रति वर्ष अधिक देना होगा। यह हमारे खेती किसानी को घाटे का सौदा बनाएगा। सरकार को बिजली दरें बढ़ाने से पहले हम किसानों के बारे में जरूर सोचना चाहिए।
वहीं बलरामपुर के वीर विनय चौक पर फोटोकॉपी व मोबाइल सेलिंग की दुकान चलाने वाले दानिश ने हमसे कहा कि बिजली दरें बढ़ने के कारण कहीं ना कहीं हम व्यापारियों को समस्या होगी। वहीं, बिजली दरों से हमें कई तरह की दिक्कतें होंगी मसलन जो प्रोडक्ट हम ₹5 में बेचते हैं वह ₹5 में ही बिकेगा। लेकिन बढ़ी बिजली दरों के कारण हमारा लागत बढ़ जाएगा। इससे सभी वर्ग के व्यापारियों को कहीं न कहीं परेशानी होगी और उनके व्यापार में घाटा बढ़ेगा। हम सरकार से मांग करते हैं कि बिजली दरों को अगर बढ़ाना है, तो इतने बड़े पैमाने पर ना बढ़ाएं सभी वर्गों का ख्याल रखते हुए बिजली दरों को बढ़ाया जाए।


Conclusion:इस मामले पर जब हमने अधीक्षण अभियंता ललित कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट ने विद्युत नियामक आयोग को बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रख दिया है जिसमें प्रति यूनिट चार्ज के साथ साथ सर चार्ज को बढ़ाने की योजना है जब से भी नई दरें लागू होंगी तब से विद्युत उपभोक्ताओं को नई दरों के हिसाब से बिजली बिल देना होगा।
हम आपको बताते चलें कि पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट के द्वारा विद्युत नियामक आयोग को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार बीपीएल परिवारों को तीन रुपए में सौ यूनिट की जगह अब केवल 50 यूनिट ही मिलेगा। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अनमीटर्ड उपभोक्ताओं की दर ₹500 प्रति किलोवाट करने की योजना बनाई गई है। आम घरेलू व बीपीएल परिवारों का फिक्स चार्ज भी बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है। निजी नलकूप से 150 की जगह अब 170 रुपए बीएचपी शुल्क वसूलने की योजना बनाई जा रही है।
पावर कारपोरेशन मैनेजमेंट ने नियामक आयोग में बिजली कंपनियों ने शहरी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का प्रति किलो वाट 100 रुपए से बढ़ाकर 110 रुपए करने का प्रस्ताव दिया है। वहीं, बीपीएल श्रेणी के घरेलू उपभोक्ताओं का 50 रुपए से बढ़ाकर 75 रुपए करने का प्रस्ताव भेजा है।
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