गोरखपुर : ब्रिटिश हुकूमत ने सन 1930 में गोरखपुर में रेलवे कर्मचारियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए ललित नारायण मिश्र रेलवे अस्पताल का निर्माण कराया था. आज भी यहां पर अंग्रेजों द्वारा निर्मित बिल्डिंग, कमरे, पार्क आदि मौजूद हैं, लेकिन पूर्वोत्तर रेलवे जल्द ही इस रेलवे अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर, यहां पर मेडिकल से संबंधित एलएनएम मेडिकल कॉलेज बनाने जा रहा है.
जिले में ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय एलएनएम मेडिकल कॉलेज बनेगा, यहां अब पोस्टग्रेजुएट की पढ़ाई होगी. मंत्रालय की पहल और पूर्वोत्तर रेलवे के दिशा निर्देश पर रेलवे प्रशासन ने चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
ललित नारायण मिश्रा रेलवे चिकित्सालय पर एक नजर
- 1930 में स्थापित हुआ, ललित नारायण मिश्र रेलवे अस्पताल 3.30 एकड़ में फैला हुआ है.
- अस्पताल में 366 बेड की सुविधा, 6 बड़े विंग और परिसर में 3 बड़े पार्क मौजूद हैं.
- आईसीयू, सर्जिकल आईसीयू और इमरजेंसी डायलिसिस की सुविधा के साथ इमरजेंसी, ओपीडी, रेडियो एवं फिजियोथैरेपी, आर्थोपेडिक की सुविधा भी मौजूद है.
- 10 विशेषज्ञ चिकित्सक और दो दर्जन चिकित्सकों के साथ लगभग 200 स्टॉप इस अस्पताल में कार्यरत हैं. वही रोजाना हजारों की संख्या में मरीज इस अस्पताल में आते हैं.
इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य सूचना अधिकारी संजय यादव ने बताया कि ललित नारायण मिश्र चिकित्सालय गोरखपुर को मेडिकल कॉलेज बनाने की प्रक्रिया प्रारंभिक स्तर पर है, इसके बनने से काफी लाभ मिलेगा. साथ ही इस अस्पताल की सबसे बड़ी समस्या भी समाप्त होगी.