उन्नाव: जनपद में संचालित लगभग 96 अस्पतालों में से 50 फीसद अस्पतालों ने अभी तक अपना लाइसेंस का रिन्यूअल नहीं कराया है. बिना लाइसेंस रिन्यूअल के ही अस्पताल धड़ल्ले से लोगों को जिंदगी और मौत बांट रहे हैं. वहीं जिम्मेदार अधिकारी भी गहरी नींद में सोए हुए हैं.
ईटीवी भारत की खास सीरीज ऑपरेशन जिला अस्पताल में जहां महिला वार्ड में हुई बच्चों की मौत को लेकर कई सवाल उठे थे. जब ईटीवी भारत की टीम से बातचीत में महिला जिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉक्टर अंजू दुबे ने बताया था कि बहुत सारे मरीज प्राइवेट अस्पतालों में पहले तो डिलीवरी के लिए भर्ती किए जाते हैं, लेकिन जब केस बिगड़ जाता है तो जिला अस्पताल भेज देते हैं. वहीं ज्यादातर मौत प्राइवेट अस्पतालों से रेफर किए हुए मरीजों की होती हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने बात करते हुए उन्नाव सीएमओ ने कहा कि लाइसेंस सभी के पास है. अभी आधे से अधिक लोगों ने लाइसेंस रिन्यूअल करा लिया है. बहुत सारे अस्पतालों ने अभी तक लाइसेंस रिन्यूअल नहीं कराया है जिन लोगों ने नहीं कराया है उनके ऊपर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.