हरदोई: जिले में मानसून के दौरान बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए जिला प्रशासन ने रणनीति तैयार करना शुरू कर दी है. इसके लिए समस्त विभागों के जिम्मेदारों के संग बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाने और उनको प्रशिक्षण देने का दौर भी जारी है. जिले के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों, आवासीय कॉलोनियों और सर्वाधिक बजट वाली ग्राम पंचायतों के सौ विद्यालयों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए जाएंगे. इसी के साथ पिछले वर्ष सरकारी कार्यालयों में बने हार्वेस्टिंग सिस्टमों को क्रियाशील बनाये जाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
हरदोई कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को सभी सरकारी विभागों के जिम्मेदार अफसरों के साथ जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बैठक कर जल संरक्षण को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए. बारिश के मौसम को देखते हुए पानी को किस प्रकार संरक्षित किया जाए इस पर चर्चा हुई. इसके लिए सबसे सुगम उपाय रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बनाये जाने की रणनीति तैयार की गई है.
जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में पिछले वर्ष बनाये गए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टमों को जांच कर उन्हें क्रियाशील बनाये जाने के निर्देश दिए गए. इसके साथ ही बंद पड़े सिस्टमों को जल्द से जल्द पुनर्जिवित करने के आदेश भी जारी किए गए. इसके साथ ही नए भवन के निर्माण में मानकों के आधार पर इन सिस्टम्स को बनाया जाना अब अनिवार्य कर दिया गया है. जिलाधिकारी पुलकित खरे ने इस बार जिले के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की छत पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाये जाने के निर्देश दिए हैं, जिससे कि छतों पर इकठ्ठा होने वाले बारिश के पानी को संरक्षित किया जा सके.
जल संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि इस मानसून बारिश के पानी को संरक्षित कर जलस्तर को बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार की गई है. इसी के दृष्टिगत आज की बैठक और प्रशिक्षण का कार्यक्रम किया गया है. इसके तहत इस वर्ष सौ सबसे अधिक बजट वाली ग्राम पंचायतों के सौ सरकारी विद्यालयों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तैयार किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इन सब प्रयासों का उद्देश्य बारिश के पानी को संरक्षित करना और भूगर्भ में अधिक से अधिक जलस्तर को बढ़ाना मात्र है.