सीतापुरः जिले के मछरेहटा थाना क्षेत्र की तीन दिन पूर्व अपहरण की गई नाबालिग को गुरुवार रात पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने मुक्त करा लिया है. पुलिस ने मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की है.
जानकारी के मुताबिक तीन दिन पूर्व एक गांव की नाबालिग अपने घर से कस्बे में बैंक से पैसे निकालने आई थी. बताया जा रहा कि नाबालिग पैसे निकालने के बाद साड़ी में कढ़ाई कराने के लिए एक दुकान पर गई थी, जहां से वह लापता हो गई. शाम होने के बाद भी जब नाबालिग वापस घर नहीं लौटी तो मां ने आस-पास और रिश्तेदारी में भी काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका.
पीड़िता की मां ने बताया कि दूसरे दिन अचानक सुबह लड़की का फोन आया, जो कि रोने और चिल्लाने के साथ जान बचाने की बात कहने लगी. मां के मुताबिक बेटी ने कहा कि एक घर में मुझे बंद कर दिया गया है. पीड़िता की मां ने बुधवार को थाने में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस पर घटना की कार्रवाई को लेकर कार्यशैली में शिथिलता बरतने का आरोप लगाया.
इसी घटना के दूसरे दिन विश्व हिंदू परिषद संगठन और बजरंग दल के लोगों को पीड़िता ने जानकारी दी. संगठन के लोगों ने जिले के आला अफसरों को मामले के बारे में अवगत कराया, जिसके बाद जाकर पुलिस महकमा सक्रिय हुआ. छानबीन करते हुए पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया.
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मामला प्रेम-प्रसंग का है. युवती से फोन पर बात की गई है तो उसने बताया कि वह अपनी मर्जी से आई थी. गिरफ्तार दो अभियुक्तों से पूछताछ करने के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की गई है.