लखनऊ: देश को आजाद हुए 70 साल से भी ज्यादा हो गया है, लेकिन रंजीत खेड़ा गांव में विकास कोसों दूर है. राजधानी के मोहनलालगंज क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव रंजीत खेड़ा में लोग आज भीबांस के बने पुल पर सफर करते हैं.
लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि आते तो है, लेकिनइस गांव का विकास नहीं हो पाया. सालों से लोग इसी बांस के बने पुल पर जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे हैं.
बांस का यह पुल गांव का मुख्य मार्ग है, जो कि एक प्रसिद्ध मंदिर भवरेश्वर को भी जोड़ता है. लोगों का कहना है कि बरसात के समय यह पुल पानी से डूब जाता है, जिससे आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र के सांसद कौशल किशोर का कहना है कि उन्होंने अपनी सांसद निधि से 24 करोड़ से भी ज्यादा की रकम खर्च कर दी है. उनका कहना है कि आने वाले समय में यह गांव एक आदर्श गांव बनेगा.