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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना : गर्भवती महिलाओं को मिलेंगे ये फायदे

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Published : May 10, 2019, 11:26 AM IST

उन्नाव के जिला महिला चिकित्सालय में मातृत्व दिवस का आयोजन किया गया. जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए. साथ ही उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया गया.

जांच कराती गर्भवती महिलाएं

उन्नाव: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत जिला महिला चिकित्सालय में मातृत्व दिवस का आयोजन किया गया. जिसमें गर्भवती महिलाओं की सभी जांचे निशुल्क कर उन्हें जागरूकता संबंधी जानकारी दी गईं. जिला चिकित्सालय की महिला सीएमएस डॉ. अंजू दुबे ने जांच के बाद महिलाओं को बिस्किट और फ्रूटी देकर स्वास्थ्य में किसी तरह की लापरवाही ना बरतने को कहा.

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गर्भवती महिलाओं का किया गया निशुल्क जांच.


'मातृत्व दिवस' आयोजन की महत्वपूर्ण बिंदू-

  • 9 जून 2016 को पीएम मोदी ने सुरक्षित मातृत्व योजना की शुरूआत की थी.
  • इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जांच की जाती है.
  • हर माह के नौवें दिन गर्भवती महिला के लिए की जाती है मातृत्व दिवस का आयोजन.
  • यह योजना शिशु के स्वास्थ्य की भी जांच के लिए प्रावधान बनाती है.
  • इस योजना के अंतर्गत वे महिलाएं आती हैं, जिनका गर्भ 3 माह से 6 माह तक का समय हो चुका है.
  • शहरी क्षेत्रों में निवास नहीं करने वाली गर्भवती महिलाओं को किया जाता है शामिल.
  • ग्रामीण महिलाओं को स्वास्थ्य और गर्भधारण के प्रति किया जाता है जागरूक.
    गर्भवती महिलाओं का निशुल्क किया गया जांच.

महिलाएं गर्भावस्था में अनेक बीमारियों से ग्रसित हो जाती हैं और समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण अथवा स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में उनकी मौत भी हो जाती है. इसके अलावा उनका शिशु भी मृत पैदा होता है या कमजोर स्वास्थ्य वाला होता है. इस योजना के तहत इन सभी समस्याओं का उपाय खोजने की कोशिश की गई है. सामान्यता जब एक गर्भवती महिला होती है तो उसे अनेक प्रकार की स्वास्थ संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए गर्भवती महिलाओं को जागरूक भी किया जाता है.

उन्नाव: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत जिला महिला चिकित्सालय में मातृत्व दिवस का आयोजन किया गया. जिसमें गर्भवती महिलाओं की सभी जांचे निशुल्क कर उन्हें जागरूकता संबंधी जानकारी दी गईं. जिला चिकित्सालय की महिला सीएमएस डॉ. अंजू दुबे ने जांच के बाद महिलाओं को बिस्किट और फ्रूटी देकर स्वास्थ्य में किसी तरह की लापरवाही ना बरतने को कहा.

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गर्भवती महिलाओं का किया गया निशुल्क जांच.


'मातृत्व दिवस' आयोजन की महत्वपूर्ण बिंदू-

  • 9 जून 2016 को पीएम मोदी ने सुरक्षित मातृत्व योजना की शुरूआत की थी.
  • इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जांच की जाती है.
  • हर माह के नौवें दिन गर्भवती महिला के लिए की जाती है मातृत्व दिवस का आयोजन.
  • यह योजना शिशु के स्वास्थ्य की भी जांच के लिए प्रावधान बनाती है.
  • इस योजना के अंतर्गत वे महिलाएं आती हैं, जिनका गर्भ 3 माह से 6 माह तक का समय हो चुका है.
  • शहरी क्षेत्रों में निवास नहीं करने वाली गर्भवती महिलाओं को किया जाता है शामिल.
  • ग्रामीण महिलाओं को स्वास्थ्य और गर्भधारण के प्रति किया जाता है जागरूक.
    गर्भवती महिलाओं का निशुल्क किया गया जांच.

महिलाएं गर्भावस्था में अनेक बीमारियों से ग्रसित हो जाती हैं और समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण अथवा स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में उनकी मौत भी हो जाती है. इसके अलावा उनका शिशु भी मृत पैदा होता है या कमजोर स्वास्थ्य वाला होता है. इस योजना के तहत इन सभी समस्याओं का उपाय खोजने की कोशिश की गई है. सामान्यता जब एक गर्भवती महिला होती है तो उसे अनेक प्रकार की स्वास्थ संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए गर्भवती महिलाओं को जागरूक भी किया जाता है.

Intro:उन्नाव के जिला महिला चिकित्सालय में मातृत्व दिवस का आयोजन किया गया यह आयोजन प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत किया गया इस आयोजन में गर्भवती महिलाओं की सभी जांचे निशुल्क कर उन्हें जागरूकता संबंधी टिप्स जिला चिकित्सालय की महिला सीएमएस डॉ अंजू दुबे के द्वारा दिए गए वहीं जांच के बाद महिलाओं को बिस्किट व फ्रूटी देकर स्वास्थ्य में किसी तरह की लापरवाही ना बरतने की शिक्षा लेकर जागरूक किया गया।


Body:आपको बता दूं 9 जून 2016 को देश के प्रधानमंत्री के द्वारा एक योजना का प्रारंभ किया गया था इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना जो उन गर्भवती महिलाओं के लिए है जो अपनी गर्भावस्था में अनेक बीमारियों से ग्रसित हो जाती हैं और समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण अथवा स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मृत्यु को प्राप्त होती हैं उनका शिशु मृत्यु पैदा होता है या कमजोर स्वास्थ्य वाला होता है या माता किसी प्रकार से कमजोर रह जाती है इस योजना के द्वारा इन सभी समस्याओं का उपाय खोजने की कोशिश की गई है सामान्यता जब एक गर्भवती महिला होती है तो उसे अनेक प्रकार की स्वास्थ संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

यह योजना गर्भवती महिलाओं के लिए बनाई गई है।

इस योजना के अनुसार हर माह के नौवें दिन गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की जांच निशुल्क की जाती है।

यह जांचे मेडिकल सेंटर व सरकारी अस्पतालों में मुफ्त की जाती हैं ।
प्रत्येक महिला जो अलग स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित है उसकी स्वास्थ्य समस्या को चिन्हित किया जाता है। ताकि चिकित्सकों को समस्या पहचानने में कोई परेशानी ना हो और उन्हें अनावश्यक रूप से समय ना लगे और जल्द से जल्द इलाज शुरू किया जा सके।
यह योजना शिशु के स्वास्थ्य की भी जांच के लिए प्रावधान बनाती है।
इस योजना का लाभ मात्र गर्भवती महिलाएं उठा सकती हैं।

वे महिलाएं जिनका गर्भ 3 माह से 6 माह तक के समय का हो चुका है वह गर्भवती महिलाएं ही इस योजना के अंतर्गत आती हैं।

इस योजना में उन गर्भवती महिलाओं को शामिल किया जाता है जो शहरी क्षेत्रों में निवास नहीं करती हैं अथवा अर्ध शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत लाभ दिया जाता है क्योंकि सामान्यतः ग्रामीण महिलाएं अपने स्वास्थ्य और गर्भधारण के दौरान जागरूक नहीं होती हैं।



Conclusion:वही मीडिया से बात करते हुए उन्नाव जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉ अंजू दुबे ने बताया कि इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की सभी जांचे निशुल्क की जाती हैं और उन्हें गर्भ धारण करने के समय बरतने वाली सावधानियों को लेकर जागरूक किया जाता है।

बाइट:--डॉ अंजू दुबे महिला जिला अस्पताल सीएमएस
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