बिजनौर:बीजेपी पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाली पूर्व विधायिका ओमवती जाटवने आज नगीना सुरक्षित सीट से नामांकन पर्चा भर दिया है. ओमवती इससे पहले 2017 में बीजेपी से नगीना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं थीं और जहां उन्हेंहार का सामना करना पड़ा था. अबकी बार बीजेपी से इस लोकसभा सीट पर टिकट ना मिलने से नाराज ओमवती ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है औरकांग्रेस नेउन्हें बिजनौर की नगीना सीट पर लोकसभा का टिकट भी थमा दिया है.
बिजनौर की नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट 2009 में परिसीमन के बाद बनी थी.सबसे पहले यहां की जनता ने सपा प्रत्याशी यशवीर धोबी को एमपी बना कर लोक सभा में भेजा था.इसके बाद यह सीट 2014 में बीजेपी के खाते में चली गई थी.यशवंत सिंह ने इस सीट पर यशवीर को एक लाख वोटों से पिछली बार हराया था.इस सीट पर ओमवती दो बार विधायक और एक बार एमपी रही हैं.
ओमवती ने कांग्रेस पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी और 2007 में बसपा में शामिल हो गईं थी.इस बार बसपा सरकार में ही विधायक चुनी गईं और इन्हें राज मंत्री के पद से नवाजा गया था. ओमवती एक बार फिर से इस लोकसभा चुनाव में 2019 में नगीना सीट से चुनाव लड़ने जा रही हैं.उन्होंने बताया कि किसानों के मुद्दे और विकास के मुद्दों को लेकर चुनाव लडूंगी और मुझे विश्वास है कि नगीना की जनता उन्हें लोकसभा भेजने का काम करेगी.