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लखनऊ: हादसों को दावत देती राजधानी की जर्जर इमारतें, नगर निगम बना मूक दर्शक

बरसात का मौसम आते ही राजधानी में बीते हादसों की यादें ताजा हो जाती हैं. बता दें कि बरसात के मौसम में राजधानी में जर्जर बिल्डिंगों के गिरने से कई लोगों की जान चली गई थी. वहीं इसको लेकर नगर निगम एक बार फिर लापरवाही बरतता दिखाई दे रहा है.

राजधानी लखनऊ में पुरानी बिल्डिंग मौजूद हैं, जो जर्जर हो गई हैं.
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Published : Jun 14, 2019, 11:20 PM IST

लखनऊ: बरसात जल्द दस्तक देने वाली है, लेकिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर वर्षों पुरानी बिल्डिंग मौजूद हैं, जो जर्जर हो गई हैं. इनमें या तो लोग रह रहे हैं या कमर्शियल एक्टिविटीज की जा रही हैं. ऐसे में एक बार फिर राजधानी में बीते हादसों की यादें ताजा हो जाती हैं, दरअसल बीते साल में बरसात के मौसम में जर्जर बिल्डिंगों के गिरने से कई लोगों की जान चली गई थी. इसके बावजूद नगर निगम आंखे मूंदे हुए है.

राजधानी लखनऊ में पुरानी बिल्डिंग मौजूद हैं, जो जर्जर हो गई हैं.

प्रशासन ने बिल्डिंग गिराने के दिए थे निर्देश
पिछले वर्ष जब बारिश हुई और बारिश के चलते जर्जर बिल्डिंगें गिरीं तो कई लोगों की जान चली गई. इसके जिला प्रशासन ने पुरानी बिल्डिंगों को गिराने के निर्देश नगर निगम को दिए थे. हादसों के बाद भी नगर निगम ने अभी तक सीख नहीं ली है और 1 साल बीतने के बाद भी राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर ऐसी बिल्डिंगें मौजूद है जो जर्जर हो गईं हैं. जर्जर होने के कारण बरसात में इनके गिरने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. अगर समय रहते नगर निगम के अधिकारी नहीं चेते तो पिछले वर्ष की तरह इस बार भी जर्जर बिल्डिंगों के चलते लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दिए थे निर्देश
प्रदेश में पिछले वर्ष जिस तरीके से बिल्डिंग गिरी और लोगों की जान गई, उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी निगमों को निर्देशित करते हुए पुरानी और जर्जर बिल्डिंगों को गिराने का आदेश दिया था. जिला प्रशासन लखनऊ में भी अभियान चलाकर को इनको खाली कराने का काम किया गया था, लेकिन जैसे ही बरसात खत्म हुई अभियान भी थम गया. अब जब फिर से बरसात आने वाली है तो लोगों में दहशत व्याप्त है. नगर निगम के अधिकारी सुस्त पड़े हुए हैं. डर इस बात का है कि कहीं नगर निगम के अधिकारियों की सुस्ती लोगों के मौत का कारण बन जाए.

जिला प्रशासन की ओर से नगर निगम अधिकारियों को पुरानी और जर्जर बिल्डिंग को गिराने के लिए निर्देशित किया गया है. जल्द ही ऐसी बिल्डिंग को गिराने का काम किया जाएगा जो जर्जर हो चुकी हैं और जिनसे जान का खतरा बना हुआ है.
-एडीएम सिटी वैभव मिश्रा

लखनऊ: बरसात जल्द दस्तक देने वाली है, लेकिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर वर्षों पुरानी बिल्डिंग मौजूद हैं, जो जर्जर हो गई हैं. इनमें या तो लोग रह रहे हैं या कमर्शियल एक्टिविटीज की जा रही हैं. ऐसे में एक बार फिर राजधानी में बीते हादसों की यादें ताजा हो जाती हैं, दरअसल बीते साल में बरसात के मौसम में जर्जर बिल्डिंगों के गिरने से कई लोगों की जान चली गई थी. इसके बावजूद नगर निगम आंखे मूंदे हुए है.

राजधानी लखनऊ में पुरानी बिल्डिंग मौजूद हैं, जो जर्जर हो गई हैं.

प्रशासन ने बिल्डिंग गिराने के दिए थे निर्देश
पिछले वर्ष जब बारिश हुई और बारिश के चलते जर्जर बिल्डिंगें गिरीं तो कई लोगों की जान चली गई. इसके जिला प्रशासन ने पुरानी बिल्डिंगों को गिराने के निर्देश नगर निगम को दिए थे. हादसों के बाद भी नगर निगम ने अभी तक सीख नहीं ली है और 1 साल बीतने के बाद भी राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर ऐसी बिल्डिंगें मौजूद है जो जर्जर हो गईं हैं. जर्जर होने के कारण बरसात में इनके गिरने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. अगर समय रहते नगर निगम के अधिकारी नहीं चेते तो पिछले वर्ष की तरह इस बार भी जर्जर बिल्डिंगों के चलते लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दिए थे निर्देश
प्रदेश में पिछले वर्ष जिस तरीके से बिल्डिंग गिरी और लोगों की जान गई, उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी निगमों को निर्देशित करते हुए पुरानी और जर्जर बिल्डिंगों को गिराने का आदेश दिया था. जिला प्रशासन लखनऊ में भी अभियान चलाकर को इनको खाली कराने का काम किया गया था, लेकिन जैसे ही बरसात खत्म हुई अभियान भी थम गया. अब जब फिर से बरसात आने वाली है तो लोगों में दहशत व्याप्त है. नगर निगम के अधिकारी सुस्त पड़े हुए हैं. डर इस बात का है कि कहीं नगर निगम के अधिकारियों की सुस्ती लोगों के मौत का कारण बन जाए.

जिला प्रशासन की ओर से नगर निगम अधिकारियों को पुरानी और जर्जर बिल्डिंग को गिराने के लिए निर्देशित किया गया है. जल्द ही ऐसी बिल्डिंग को गिराने का काम किया जाएगा जो जर्जर हो चुकी हैं और जिनसे जान का खतरा बना हुआ है.
-एडीएम सिटी वैभव मिश्रा

Intro:नोट- खबर के संदर्भ में वॉक थ्रू एफटीपी से भेजा गया है

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नोट 2- खबर के संदर्भ में बाइक मोजो से भेजी गई है इससे वह थ्रू में जोड़ लीजिए


एंकर

लखनऊ। इन दिनों राजधानी लखनऊ में भीषण गर्म हो रही है लोगों को बेसब्री से बरसात का इंतजार है लेकिन लखनऊ की पिछली बरसात को याद करके लोग दहशत में हैं भले ही बरसात से गर्मी से राहत जरूर मिलेगी लेकिन लोगों को डर है कि कहीं इस बार बरसात तबाही लेकर ना आए। बीते वर्ष बरसात के मौसम में राजधानी लखनऊ में कई जानें गई थी। जान जाने का कारण पुरानी व जर्जर बिल्डिंग थी राजधानी लखनऊ में इन बिल्डिंगों के गिरने से अभी तक दहशत का माहौल है राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर वर्षों पुरानी बिल्डिंग में मौजूद हैं जो जर्जर हो गई हैं इनमें या तो लोग रह रहे हैं या कमर्शियल एक्टिविटीज की जा रही है।




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पिछले वर्ष जब बारिश हुई और बारिश के चलते यह जर्जर बिल्डिंग गिरी जिसमें लोगों की जान गई तो फिर जिला प्रशासन ने अभियान चलाकर पुरानी बिल्डिंग को गिराने के निर्देश नगर निगम को दिए थे लेकिन लोगों की जान जाने के बावजूद भी नगर निगम ने अभी तक सीख नहीं ली है और 1 साल बीतने के बाद भी राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर ऐसी बिल्डिंग के मौजूद है जो जर्जर हो हो गई है बरसात में इनके गिरने की संभावना है अगर गिरती है तो बड़ी संख्या में लोगों की जाने जा सकती हैं ऐसे में अगर समय रहते नगर निगम के अधिकारी नहीं चेते तो पिछले वर्ष की तरह इस बार भी जर्जर बिल्डिंगों के चलते लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी दिए थे निर्देश

प्रदेश में पिछले वर्ष जिस तरीके से बिल्डिंग गिरी और लोगों की जानें गई उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी नियमों को निर्देशित करते हुए पुरानी और जर्जर बिल्डिंग को गिराने के निर्देश दिए थे जिला प्रशासन लखनऊ में भी अभियान चलाकर को खाली कराने का काम किया गया था लेकिन जैसे ही बरसात खत्म हुई अभियान भी अब जब फिर से बरसात आने वाली है तो लोगों में दहशत व्याप्त है लेकिन नगर निगम के अधिकारी सुस्त पड़े हुए हैं इस बात का है कि कहीं नगर निगम के अधिकारियों की सुस्ती लोगों के मौत का कारण बन जाए।


Conclusion:व्हाइट

पुरानी और जर्जर बिल्डिंग को लेकर चलाए गए अभियान के तहत adm सिटी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से नगर निगम अधिकारियों को पुरानी व जर्जर बिल्डिंग को गिराने के लिए निर्देशित किया गया है जल्द ही ऐसी बिल्डिंग को गिराने का काम किया जाएगा जो जर्जर हो चुकी हैं और जिनसे लोगों की जान का खतरा बना हुआ है।

संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26
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