बरेली: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है. बरेली में इज्जतनगर मंडल के पूर्वोत्तर रेलवे के पूरे मंडल में कोरोना काल में लगभग 35 कर्मचारियों की मौत हो गई. वहीं, लगभग चार सौ कर्मचारियों ने अपने ही रेलवे के मंडलीय हॉस्पिटल के डॉक्टरों से दवा लेकर कोरोना की जंग जीत ली है. पूर्वोत्तर रेलवे में जो कोरोना से मौतें हुई हैं, वे पूरे मंडल में हुई हैं.
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इज्जतनगर मंडल के कर्मचारियों पर कोरोना ने ढाया कहर
कोरोना की दूसरी लहर ने पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के पूरे मंडल में जमकर कहर ढाया है. रेलवे के मंडल के अलग-अलग जिलों में तैनात लगभग 35 रेलवे के कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो गई है, जबकि चार सौ के लगभग कर्मचारी कोरोना की चपेट आकर ठीक हो गए.
बरेली मंडल रेलवे का क्षेत्र काफी लंबा
इज्जतनगर में पूर्वोत्तर रेलवे का मंडलीय कार्यालय है. बरेली मंडल रेलवे का क्षेत्र काफी लंबा है, जो बरेली से लेकर उत्तराखंड के रामनगर, मैलानी, मथुरा, कानपुर तक फैला है. जहां अलग-अलग कार्यालाओं में हजारों कर्मचारी काम करते हैं.
पीआरओ ने दी जानकरी
इज्जतनगर पूर्वोत्तर रेलवे मंडल के पीआरओ राजेन्द्र सिंह ने बताया कि बरेली में रेलवे का अपना मंडलीय हॉस्पिटल है. जहां योग्य डॉक्टर तैनात हैं. इस कोरोना काल में कोरोना के मरीजों का इलाज करने के लिए लेवल 2 का हॉस्पिटल बना दिया गया था. जहां रेलवे के करीब चार सौ कर्मचारीयों का कोरोना का इलाज कर उनको ठीक किया गया. साथ ही लगभग 30-35 कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो गई है.