शामली: जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को उजागर करती एक तस्वीर सामने आई है. यहां एक पति अपनी बीमार पत्नी को ठेले से लेकर सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचा. वहीं तीमारदार का कहना है कि उसने एम्बुलेंस बुलाने के लिये कॉल किया, लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची. जिसके बाद मजबूरन वह करीब पांच किलोमीटर का सफर तय कर ठेले से मरीज को सीएचसी शामली लेकर पहुंचा.
- शामली के पंसारियान मोहल्ला नई बस्ती में रहने वाले पप्पू की पत्नी अंजू बीमार थी.
- शुक्रवार को उसकी तबियत खराब हुई, तो परिजनों ने एम्बुलेंस बुलाने को फोन किया ताकि उसे समय से अस्पताल ले जाया जा सके.
- परिजनों का आरोप है कि फोन करने के काफी इंतजार के बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची.
- हालत बिगड़ने पर पति परिजनों के साथ उसे चारपाई पर लिटाकर ठेले से ही करीब पांच किमी. का सफर तयकर सरकारी अस्पताल पहुंचा.
- परिजनों का आरोप है कि पर्ची कटवाने के बाद भी उन्हें डॉक्टरों के चक्कर काटने पड़े और मरीज को लेकर उन्हें अस्पताल में भटकना पड़ा.
- महिला मरीज को इमरजेंसी में भर्ती कर उसका प्राथमिक उपचार किया गया.
- डॉक्टरों ने मरीज को मेरठ मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए कहा, लेकिन परिजनों ने इलाज के लिए पैसे न होने की बात कही और वापस उसे घर ले गए.
एम्बुलेंस को फोन नहीं किया गया, मरीज के तीमारदार उसे खुद ही ठेले से लेकर अस्पताल पहुंचे. यहां उसका इलाज किया गया और उसे मेरठ मेडिकल के लिए रेफर करने को कहा गया.
- रमेश चन्द्रा, सीएचसी प्रभारी, शामली