देहरादून: औली में एनआरआई गुप्ता बंधुओं के बेटों की शाही शादी का पहला कार्यक्रम आज संपन्न हो गया. दरअसल बिजनेसमैन अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत की शादी डायमंड कारोबारी सुरेश सिंघल की बेटी कृतिका सिंघल के साथ हुई है. अब 22 जून को अतुल गुप्ता के बेटे शशांक की शादी दुबई के बिजनेसमैन विशाल जलान की बेटी शिवांगी जलान से होगी. वहीं इस शाही शादी के लिये हाई प्रोफाइल मेहमानों का आना अभी जारी है.
सहारनपुर मूल के एनआरआई गुप्ता बंधुओं के बेटों की होने वाली शादी में करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. इस हाई प्रोफाइल शादी पर देशभर की नजरें टिकी हैं. गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी के लिए औली में बॉलीवुड की हस्तियों ने भी आना शुरू कर दिया है. सूफी गायक कैलाश खैर दो दिन पहले ही विवाह स्थल पहुंचे चुके हैं जबकि उर्वशी रौतेला और कैटरीना कैफ भी शादी में शिरकत कर रही हैं. वहीं इस शादी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और आचार्य बालाकृष्ण भी पहुंचे हुए हैं.
शादी समारोह 18 जून से 22 जून तक चलेगा. शादी की शुरुआत ही लोकगायक प्रीतम भरतवाण के सांस्कृतिक कार्यक्रमों व जागर से हुई. उधर, पूरी दुनिया में इस शादी के चर्चे हैं. मन को मोह लेने वाले सजावटी फूल स्विट्जरलैंड से मंगवाये गए हैं, जिनकी कीमत करीब 5 करोड़ बताई जा रही है. शादी के लिए विशाल मंडप बनाया जा गया है. इस दौरान मेहमानों के लिए 5 स्टार व्यवस्थाएं की गई हैं. शादी के लिए बाहुबली फिल्म जैसे आलीशान सेट बनाए गए हैं.
दूसरी ओर 200 करोड़ की शादी से विवाद भी जुड़ गया है. गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी को लेकर उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए औली में हेलीकॉप्टरों की लैंडिंग की अनुमति न होने के चलते लैंडिंग पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है. जिस कारण शादी समारोह में शिरकत करने वाली हस्तियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं कोर्ट ने प्रशासन को पूरी शादी पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं.
कौन हैं गुप्ता बंधु?
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा को भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इस पूरे विवाद के पीछे इन्हीं गुप्ता ब्रदर्स का हाथ बताया जाता है. दरअसल ये लोग तीन भाई है- अजय, अतुल और राजेश गुप्ता. सभी का जन्म व पढ़ाई-लिखाई उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुई. उन्होंने शुरू में पिता के कारोबार में हाथ बंटाया और फिर दक्षिण अफ्रीका चले गए. वहां उनका कारोबार ऐसा फैला कि वे अब उस देश के टॉप टेन धनी कारोबारी परिवारों में शुमार हो गए. लेकिन उन पर हमेशा जुमा के नजदीकी होने और सियासी फायदे से कारोबार में आगे बढ़ाने का आरोप लगते रहे हैं.