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मुरादाबाद: कोरोना संकट में मजदूरों की मदद के लिए आगे आया आईआईए

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की मुरादाबाद विंग ने जनपद में हेल्प डेस्क की स्थापना की है. इस हेल्प डेस्क की मदद से मजदूरों का रजिस्ट्रेशन करने और उन्हें उनके हुनर के मुताबिक काम तलाशने का कार्य किया जा रहा है. आईआईए अब तक कई मजदूरों को रोजगार दे चुका है.

मुरादाबाद में आईआईए मजदूरों को रोजगार दिला रहा
मुरादाबाद में आईआईए मजदूरों को रोजगार दिला रहा
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Published : Jul 3, 2020, 9:35 PM IST

मुरादाबाद: कोरोना संकट में अन्य राज्यों से लौटे मजदूरों के लिए रोजगार दिलाना, जहां सरकार की प्राथमिकताओं में है. वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार के लिए कई संस्थाओं और संगठनों की मदद भी ली जा रही है.

200 मजदूरों के लिए रोजगार की तलाश

मुरादाबाद जनपद में पीतल कारखानों की अधिक तादात के चलते सरकार जिला प्रशासन की मदद से उद्योगों में रोजगार की संभावना तलाश रहीं है. वहीं औधोगिक संगठन भी मजदूरों के रोजगार के लिए आगे आ रहे हैं. इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की मुरादाबाद विंग ने जनपद में हेल्प डेस्क की स्थापना की है. इस हेल्प डेस्क की मदद से मजदूरों का रजिस्ट्रेशन करने और उन्हें उनके हुनर के मुताबिक काम तलाशने का कार्य किया जा रहा है. आईआईए अब तक कई मजदूरों को रोजगार दे चुका है, जबकि 200 मजदूरों के लिए काम की तलाश जारी है.

उपलब्ध कराया गया है मजदूरों का डाटा

उत्तर प्रदेश सरकार से एमओयू साइन होने के बाद आईआईए अब उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में जुड़े अपने सदस्यों के जरिए मजदूरों को रोजगार मुहैया करा रहा है. मुरादाबाद के बुध बाजार में आईआईए की हेल्प डेस्क खोली गई है जो उद्योगों में मजदूरों के लिए रोजगार तलाश करने के साथ रोजगार के इच्छुक मजदूरों के रजिस्ट्रेशन का काम कर रहीं है. आईआईए की मुरादाबाद विंग को पीतल कारखानों में मजदूरों को रोजगार दिलाने का कार्य दिया गया है और इसके लिए प्रशासन द्वारा भी मजदूरों का डाटा उपलब्ध कराया गया है.

रुचि और कार्य अनुभव के आधार पर रोजगार

आईआईए के मुरादाबाद विंग प्रमुख विनय कुमार मंगला के मुताबिक लॉकडाउन पीरियड शुरू होने के बाद से अब तक हेल्प डेस्क पर दो सौ मजदूरों का नामांकन किया गया है. नामांकन के बाद सभी मजदूरों का इंटरव्यू किया जा रहा है. उनके कार्य अनुभव और रुचि को देखने के बाद पीतल उद्योग में उनके लिए अवसर तलाश किए जा रहे हैं.

कई मजदूरों को मिला रोजगार

उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में कई मजदूरों को आईआईए द्वारा नियुक्ति पत्र भी सौंप दिए गए हैं. पीतल उद्योग में रोजगार देने से पहले मजदूरों का प्रशिक्षण सबसे अहम है. लिहाजा आईआईए अब उन मजदूरों के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था कर रहा है, जो पीतल उद्योग में पहली बार काम करने जा रहे हैं.

अधिकारी कर रहे मॉनिटरिंग

पीतलनगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद जनपद में सैकड़ों निर्यातक आईआईए के साथ जुड़े हैं. लिहाजा बड़ी संख्या में मजदूरों को रोजगार दिलाने की तैयारी की जा रही है. स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आईआईए द्वारा शुरू किए गए हेल्पडेस्क की लगातार अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

मुरादाबाद: कोरोना संकट में अन्य राज्यों से लौटे मजदूरों के लिए रोजगार दिलाना, जहां सरकार की प्राथमिकताओं में है. वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार के लिए कई संस्थाओं और संगठनों की मदद भी ली जा रही है.

200 मजदूरों के लिए रोजगार की तलाश

मुरादाबाद जनपद में पीतल कारखानों की अधिक तादात के चलते सरकार जिला प्रशासन की मदद से उद्योगों में रोजगार की संभावना तलाश रहीं है. वहीं औधोगिक संगठन भी मजदूरों के रोजगार के लिए आगे आ रहे हैं. इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की मुरादाबाद विंग ने जनपद में हेल्प डेस्क की स्थापना की है. इस हेल्प डेस्क की मदद से मजदूरों का रजिस्ट्रेशन करने और उन्हें उनके हुनर के मुताबिक काम तलाशने का कार्य किया जा रहा है. आईआईए अब तक कई मजदूरों को रोजगार दे चुका है, जबकि 200 मजदूरों के लिए काम की तलाश जारी है.

उपलब्ध कराया गया है मजदूरों का डाटा

उत्तर प्रदेश सरकार से एमओयू साइन होने के बाद आईआईए अब उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में जुड़े अपने सदस्यों के जरिए मजदूरों को रोजगार मुहैया करा रहा है. मुरादाबाद के बुध बाजार में आईआईए की हेल्प डेस्क खोली गई है जो उद्योगों में मजदूरों के लिए रोजगार तलाश करने के साथ रोजगार के इच्छुक मजदूरों के रजिस्ट्रेशन का काम कर रहीं है. आईआईए की मुरादाबाद विंग को पीतल कारखानों में मजदूरों को रोजगार दिलाने का कार्य दिया गया है और इसके लिए प्रशासन द्वारा भी मजदूरों का डाटा उपलब्ध कराया गया है.

रुचि और कार्य अनुभव के आधार पर रोजगार

आईआईए के मुरादाबाद विंग प्रमुख विनय कुमार मंगला के मुताबिक लॉकडाउन पीरियड शुरू होने के बाद से अब तक हेल्प डेस्क पर दो सौ मजदूरों का नामांकन किया गया है. नामांकन के बाद सभी मजदूरों का इंटरव्यू किया जा रहा है. उनके कार्य अनुभव और रुचि को देखने के बाद पीतल उद्योग में उनके लिए अवसर तलाश किए जा रहे हैं.

कई मजदूरों को मिला रोजगार

उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में कई मजदूरों को आईआईए द्वारा नियुक्ति पत्र भी सौंप दिए गए हैं. पीतल उद्योग में रोजगार देने से पहले मजदूरों का प्रशिक्षण सबसे अहम है. लिहाजा आईआईए अब उन मजदूरों के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था कर रहा है, जो पीतल उद्योग में पहली बार काम करने जा रहे हैं.

अधिकारी कर रहे मॉनिटरिंग

पीतलनगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद जनपद में सैकड़ों निर्यातक आईआईए के साथ जुड़े हैं. लिहाजा बड़ी संख्या में मजदूरों को रोजगार दिलाने की तैयारी की जा रही है. स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आईआईए द्वारा शुरू किए गए हेल्पडेस्क की लगातार अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

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