मेरठ: जिले में आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने जानकारी दी कि लॉकडाउन के बाद अपराध नियंत्रण को लेकर खाका तैयार कर लिया गया है. बाहर से आए मजदूरों पर पुलिस लगातार निगरानी रखेगी. साथ ही मजदूरों को रोजगार दिलाने में मदद करेगी और अन्य विभागों से समन्वय के लिए तेजी से प्रयास करेगी. वहीं इम सब की मॉनिटरिंग थाना और बीट स्तर पर की जाएगी.
बेरोजगार युवाओं की पुलिस करेगी मदद
कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने लोगों के आगे रोजगार की बड़ी समस्या खड़ी कर दी है. पश्चिम उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूर लौट तो आए हैं, लेकिन अब वह क्या करें यह एक बड़ी समस्या है. ऐसे में पुलिस बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने में मदद करेगी, ताकि अपराध न पनप सकें.
अपराध पर नियंत्रण रखने के लिए खाका तैयार
आईजी प्रवीण कुमार ने लॉकडाउन के बाद अपराध पर नियंत्रण करने के लिए एक खाका तैयार किया है. इस प्लान के अनुसार बाहर से आने वाले मजदूरों और कामगारों पर बीट कांस्टेबल निगरानी बनाए हुए हैं. यह लोग अपने जिलों में आकर क्या कर रहे हैं, कैसे इनका घर खर्च चल रहा है. इसका डाटा बीट कांस्टेबल तैयार करेगा, जिसके आधार पर बेरोजगार युवा चिह्नित किए जाएंगे और रोजगार और श्रम विभाग से समन्वय के बाद ऐसे लोगों को रोजगार दिलाने में पुलिस मदद करेगी.
लॉकडाउन के बाद अपराध नियंत्रण
सरकार की मंशा के अनुसार पुलिस युवाओं को रोजगार के अवसर दिलाने में भी मदद करेगी, जिससे बेरोजगार युवा तंगी और मुफलिसी का शिकार होकर गलत रास्तों पर चलने से भी बच जाएंगे. लॉकडाउन के बाद अपराध बढ़ने लगे हैं. ऐसे में अपराध नियंत्रण करना पुलिस के लिए एक बड़ा टास्क बन गया है.