मथुरा: प्रदेश के विभिन्न जनपदों से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की कॉपियां मूल्यांकन के लिए मथुरा के जीआईसी में पहुंच गई हैं. यहां अभी बारहवीं की 71 हजार और दसवीं की 1 लाख 15 हजार कॉपियां पहुंची हैं. इसमें 450 परीक्षक 10वीं कक्षा की कॉपियां जाचेंगे, वहीं 250 परीक्षक 12वीं की कॉपियां जाचेंगे. मूल्यांकन के लिए 15 दिनों का समय निर्धारित किया गया है.
यूपी में फरवरी से शुरू हुई परीक्षाएं अब खत्म हो चुकी हैं, जिसके बाद कॉपियों का मूल्यांकन का कार्य शुरू हो गया है. इन कॉपियों का मूल्यांकन करने के लिए जगह-जगह भेजा जा रहा है. इसी क्रम में मथुरा में भी जीआईसी इंटर कॉलेज में कॉपियां आई हैं.
वहीं सूत्रों के अनुसार बोर्ड ने पहली बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की कॉपियों को दो बार जांचने की तैयारी की है. मूल्यांकन की कमियां दूर नहीं होने से अब कॉपियों को दोबारा जांचने का प्रस्ताव बनाया गया है. बोर्ड ने ऐसा फैसला इसलिए किया कि ताकि अंकों में पारदर्शिता बनी रहे.
अभी तक यूपी बोर्ड एक बार ही कॉपियों का मूल्यांकन करता आ रहा है. वहीं अभी तक 15% ही कॉपियां का अंकेक्षण होता था. इसमें कॉपियों के मूल्यांकन के बाद दूसरे शिक्षक देखते थे कि सभी प्रश्न जांचे गए हैं कि नहीं और सभी के नंबर चढ़ाए गए हैं कि नहीं, लेकिन यह व्यवस्था बहुत प्रभावी साबित नहीं हो रही थी.
इसका नतीजा यह हो रहा था कि मूल्यांकन की कमियां दूर होने का नाम नहीं ले रही थी. कई बार देखने में आता है कि शिक्षक ने कुछ प्रश्न जांचे ही नहीं या कॉपी के अंदर कुछ नंबर नहीं दिए हैं. इस कारण से बोर्ड ने दो बार कॉपी जांचने का फैसला लिया है.