कन्नौज: तिर्वा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड-19 एल-1 अस्पताल बनाया गया है. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. मरीजों की देखभाल के लिए करीब 25 स्वास्थ्य कर्मियों को लगातार 15 दिनों के लिए ड्यूटी पर लगाया जाता है. 15 दिन बाद इतनी ही संख्या में दूसरी टीम तैनात की जाती है. 15 दिन पूरे होने पर स्वास्थ्य कर्मियों के सैम्पल जांच के लिए लखनऊ भेज जाते हैं. जांच रिपोर्ट आने पर ही स्वास्थ्य कर्मियों को घर जाने की अनुमति दी जाती है.
स्वास्थ्य कर्मियों ने ठहरने की व्यवस्था करने की रखी मांग
कोविड-19 एल-1 अस्पताल में ड्यूटीरत स्वास्थ्य कर्मियों ने विभाग से मांग भी की है, कि जब तक उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक उनको अस्पताल में या किसी अन्य जगह रखने की समुचित व्यवस्था की जाए. लेकिन विभाग की ओर से ऐसा कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
वहीं इस संबंध में डीएम राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने तक कर्मियों के रहने की व्यवस्था के लिए सीएमओ से बात हो चुकी थी. अगर कोई समस्या आती है तो सीएमओ से आगे भी बात करेंगे.
हालांकि जिला अस्पताल में त्वरित जांच के लिए ट्रूनेट मशीन लगाई गई है, फिर भी स्वास्थ्य कर्मियों के सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे जा रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को 15 दिन ड्यूटी करने के बाद भी दो से तीन दिन अतिरिक्त अस्पताल में रहना पड़ रहा है, जिससे वो परेशान हैं.