बरेलीः जिले के शेरगढ़ ब्लॉक क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे मिशन-33 शौचालय निर्माण में घोटाला करने पर ग्राम प्रधान और सचिव वांछित चल रहे थे. मामले कोर्ट ने दोनों के खिलाफ वारंट जारी किया था, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
शौचालय निर्माण के लिए आई धनराशि का गबन
जिले के शेरगढ़ ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम मानपुर पूर्वी में वर्ष 2017-18 में 116 शौचालय निर्माण कराने को शासन से स्वीकृति मिली थी. इसके लिए ग्राम प्रधान वीरेश देवी के खाते में 13 लाख 92 हजार रुपये की धनराशि पहुंचाई गई थी. उसी समय ग्रामीणों ने प्रधान और सचिव सूरज पाल सिंह पर शौचालय निर्माण के लिए आई धनराशि को गबन करने का आरोप लगाया था. साथ ही ग्रामीणों ने तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी को शिकायती पत्र भी दिया था. इसकी जांच शुरू हुई तो घोटाले की परत दर परत खुलती गई.
जांच में पता चला कि प्रधान और सचिव सूरज पाल सिंह ने शौचालय के 6 लाख 2 हजार 22 रुपये हड़प लिए थे. इसमें दोनों लोग दोषी पाए गए. इस पर एडीओ पंचायत वीरपाल ने दोनों के खिलाफ शेरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. उसके बाद दोनों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई थी, जिसके बाद दोनों आरोपी फरार चल रहे थे. कोर्ट ने दोनों के खिलाफ वारंट जारी किया था. रविवार को पुलिस ने ग्राम प्रधान वीरेश देवी और सचिव सूरज पाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
थाना प्रभारी कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी धनराशि के गबन के मामले में ग्राम प्रधान वीरेश देवी और सचिव सूरज पाल सिंह को वारंट के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस मामले में आरोपी ग्राम प्रधान और सचिव काफी समय से फरार चल रहे थे.