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बुलंदशहर: मुआवजे की मांग कर रहे किसानों ने फूंका डीएफसी का पुतला - farmer

जिले के मदनपुर गांव में धरने पर बैठे 27 गांव के किसानों ने डीएफसी का पुतला फूंका. दरअसल किसान चार गुना मुआवजे को लेकर 384 दिनों से धरने पर हैं.

13 महीने से मुआवजे की मांग पर अड़े किसानों ने डीएफसी का फूंका पुतला
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Published : Jul 1, 2019, 12:59 PM IST

बुलंदशहर: जिले के खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के 27 गांव के किसानों ने रविवार को डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का पुतला दहन किया. दरअसल किसान मुआवजे को लेकर 384 दिनों से धरने पर बैठे हैं. वहीं किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर एक-दो दिन में प्रशासन ने हमारी मांगों को नहीं माना, तो हम कुछ भी करने को मजबूर हो जाएंगे.

नाराज किसानों ने डीएफसी का पुतला फूंका.


जानिए क्या है पूरा मामला

  • रेलवे के बहुआयामी प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में जमीन एक्वायर की गई थी.
  • बुलंदशहर जिले के खुर्जा और सिकंद्राबाद तहसील के करीब 30 से अधिक गांवों की जमीन एक्वायर की गई थी.
  • खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के करीब 27 गांव के किसान चार गुना मुआवजा की मांग को लेकर लगातार मदनपुर गांव में धरना दे रहे हैं.
  • किसानों को धरना देते हुए 384 दिन बीत चुके हैं.
  • रेलवे ने जो जमीन एक्वायर की थी, उस पर अभी भी किसानों का कब्जा बरकरार है.
  • जमीन पर किसानों का कब्जा होने से रेलवे फ्रेट कॉरिडोर का काम बाधित हो रहा है.
  • गुस्साए अन्नदाताओं ने डीएफसी का पुतला फूंकते हुए प्रदर्शन किया.
  • किसानों ने पुतला फूंक कर प्रशासनिक अफसरों को चेताया कि अगर उनकी मुआवजे की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे उग्र होकर प्रदर्शन करेंगे.

जब तक चार गुना मुआवजे की मांग को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक इसी तरह विरोध करते रहेंगे.
नाहर सिंह, किसान नेता

बुलंदशहर: जिले के खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के 27 गांव के किसानों ने रविवार को डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का पुतला दहन किया. दरअसल किसान मुआवजे को लेकर 384 दिनों से धरने पर बैठे हैं. वहीं किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर एक-दो दिन में प्रशासन ने हमारी मांगों को नहीं माना, तो हम कुछ भी करने को मजबूर हो जाएंगे.

नाराज किसानों ने डीएफसी का पुतला फूंका.


जानिए क्या है पूरा मामला

  • रेलवे के बहुआयामी प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में जमीन एक्वायर की गई थी.
  • बुलंदशहर जिले के खुर्जा और सिकंद्राबाद तहसील के करीब 30 से अधिक गांवों की जमीन एक्वायर की गई थी.
  • खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के करीब 27 गांव के किसान चार गुना मुआवजा की मांग को लेकर लगातार मदनपुर गांव में धरना दे रहे हैं.
  • किसानों को धरना देते हुए 384 दिन बीत चुके हैं.
  • रेलवे ने जो जमीन एक्वायर की थी, उस पर अभी भी किसानों का कब्जा बरकरार है.
  • जमीन पर किसानों का कब्जा होने से रेलवे फ्रेट कॉरिडोर का काम बाधित हो रहा है.
  • गुस्साए अन्नदाताओं ने डीएफसी का पुतला फूंकते हुए प्रदर्शन किया.
  • किसानों ने पुतला फूंक कर प्रशासनिक अफसरों को चेताया कि अगर उनकी मुआवजे की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे उग्र होकर प्रदर्शन करेंगे.

जब तक चार गुना मुआवजे की मांग को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक इसी तरह विरोध करते रहेंगे.
नाहर सिंह, किसान नेता

Intro:बुलंदशहर के खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के 27 गांव के किसानों ने आज डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का पुतला दहन किया ,क़ाबिलेगौर है कि रविवार को मुआवजे जी मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाले किसानों को आज 384 दिन धरना देते हुए हो गए हैं।रिपोर्ट देखिये।Body:रेलवे के बहुआयामी प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए बुलंदशहर जिले के खुर्जा और सिकंदराबाद तहसील के करीब 3 दर्जनसे अधिक गांवों की जमीन एक्वायर की गई थी, जिसमें खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के करीब 27 गांव के किसान चार गुना मुआवजा की मांग को लेकर लगातार मदनपुर गांव में धरना देते चले आ रहे हैं ,इतना ही नहीं ररेलवे के लिए जो जमीन अधिग्रहित की गई थी उस जमीन पर भी अपना कब्जा क्षेत्र के किसानों ने बरकरार रखा हुआ है, जिसकी वजह से ना सिर्फ रेलवे फ्रेट कॉरिडोर का काम बाधित हो रहा है बल्कि किसान लगातार आज यानी रविवार को 384 वें दिन भी मदनपुर गांव में धरना देते देखे गए ।और आज गुस्साए अन्नदाताओं ने डीएफसीसी का पुतला दबने कर जिले के प्रशासनिक अफसरों को चेताया कि अगर उनकी मुआवजे की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे उग्र होकर प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर किसान नेता बब्बन चौधरी ने 27 गांव के प्रतिनिधियों के संग डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का पुतला बनाकर उसे भी जलाया और अपना विरोध दर्ज कराया ,किसान नेताओं का आरोप है कि अनेकों बार प्रशासनिक अफसरों से इस बारे में बात की जा चुकी है, कई बार उन्हें आश्वासनों की घुट्टी तक भी दी जा चुकी है ,लेकिन उसके बाद भी होता कुछ नहीं है, आलम यह है कि उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है ,आंदोलनकारी किसानों के सङ्गः धरने पर करीब 9 महीने से साथ दे रहे किसान नाहर सिंह का कहना है कि जब तक उनकी चार गुना मुआवजे की मांग को पूरा नहीं किया जाएगा ,वह तब तक इसी तरह विरोध करते रहेंगे ।
हम आपको बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा के चुनाव के दौरान भी खुर्जा जंक्सबन क्षेत्र के 27 गांवों के लोगों ने डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, साथ ही उन्होंने अल्टीमेटम दिया था कि वह चुनाव में भी बहिष्कार करेंगे लेकिन जिले के जिम्मेदार अफसरों ने किसी तरह। मान मनोव्वल ग्रामीणों को मना लिया था ,और लोगों ने चुनाव बहिष्कार का जो एलान किया गया था उसे वापिस ले लिया था,और मताधिकार का प्रयोग भी किया था, उसके बाद से लगातार किसान नेताओं का आरोप है कि वह बार-बार प्रशासनिक अफसरों से संपर्क साध रहे हैं, और वह चाहते हैं कि उन्हें चार गुना मुआवजा दिया जाए लेकिन इस बारे में न हीं तो कोई रेलवे की तरफ से अभी तक पहुंचा है और ना ही जिले के प्रशासनिक अधिकारी ही कुछ कर रहे हैं।जिस वजह से किसान आंदोलन किए हुए हैं, किसानों ने आज संकल्प लिया कि जल्द ही इस तरफ प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो किसान लंबी लड़ाई इस मामले को लेकर लड़ेंगे
बाइट----बब्बन चौधरी,किसान नेता,
बाइट....नाहर सिंह,किसानConclusion:श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888
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