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गोरखपुर में बना प्रदेश का पहला अंडर ग्राउण्ड कूड़ा डम्पिंग स्टेशन, जानिए खासियत

गोरखपुर की नगर निगम और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन तहसील सदर गेट पर लगाया गया है. यह दिखने में पोस्ट ऑफिस जैसा है, इसके चारों तरफ कुर्सियां लगी हुई है.

अंडर ग्राउण्ड कूड़ा डम्पिंग स्टेशन
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Published : Feb 20, 2019, 3:30 PM IST

गोरखपुर : मुख्यमंत्री के शहर में प्रदेश का पहला अंडर ग्राउंड कूड़ा डंपिंग स्टेशन बनाया गया है, इस डंपिंग स्टेशन की खासियत यह है कि आपको पता ही नहीं चलेगा कि कई कुंतल कूड़े के ढेर पर आप बैठे हुए हैं. यहां लगी कुर्सियों पर बैठ कर आप चाय, नाश्ते का आनंद भी ले सकते हैं.

अंडर ग्राउण्ड कूड़ा डम्पिंग स्टेशन

गोरखपुर की नगर निगम और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन तहसील सदर गेट पर लगाया गया है. यह दिखने में पोस्ट ऑफिस जैसा है, इसके चारों तरफ कुर्सियां लगी हुई है. जिस पर कोई भी बड़े आराम से बैठकर अपने काम को कर सकता है, वहीं कूड़े के ढेर पर आप बैठकर खाद्य सामग्रियों का आनंद भी ले सकते हैं.

कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के तहत सीएएसआर को महिंद्रा बैंक ने इसे लगाने के लिए 11 लाख बतौर अनुदान नगर निगम को दिया था. जिसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के अधिकारियों ने स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर प्रदेश का पहला पोस्ट ऑफिस नुमा अंडर ग्राउंड कूड़ा डंपिंग स्टेशन बनाया है. जिसकी क्षमता 1 मैक्ट्रीटन है, इस इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है. कूड़े को इकट्ठा करके इस अंडरग्राउंड डंपिंग स्टेशन में डाल देना है और वह जमीन से लगभग 12 से 15 फीट की गहराई में चला जाएगा. लेकिन यह कूड़ा पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करेगा और न ही आसपास के लोगों को किसी प्रकार की कोई बदबू का एहसास होगा साथ ही तमाम बीमारियों से भी बचा जा सकता है.

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बदबू व बीमारी रहित इस कूड़ा डंपिंग स्टेशन के आसपास बेंच अभी भी लगाए गए हैं, वहीं इस डंपिंग स्टेशन की प्रतिदिन सफाई होती है. जिसके लिए नगर निगम ने बकायदा दो कर्मचारियों की नियुक्ति भी की है, गोरखपुर में ऐसे 2 डंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं. पहला गोरखपुर के तहसील गेट पर लगाया गया है, दूसरा बेतियाहाता स्थित बाजार पार्क में.

इस डंपिंग स्टेशन के पास मौजूद लोगों ने बताया कि पहले यहां पर खड़ा होना मुश्किल था, यहां पर जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ था और उन कूड़ो से बदबू आती थी. वहीं हमेशा संक्रमण फैलने का खतरा भी बना रहा था, इस तहसील गेट पर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं. कोई यहां खड़ा भी होना नहीं चाहता था, जब से नगर निगम ने प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन यहां पर लगाया है. यहां पर न ही बदबू है, न ही कूड़ा है और न ही संक्रमण फैलने का कोई खतरा है.

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वहीं नगर निगम के अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के तहत सीएएसआर को महिंद्रा बैंक द्वारा 11 लाख रुपए शहर की साफ सफाई के लिए दिए गए थे. जिससे शहर में प्रदेश का पहला दो कूड़ा डंपिंग स्टेशन लगाया गया है, इस डंपिंग स्टेशन के लगाने से आसपास के क्षेत्रों में न ही बदबू रहेगी और न ही आपको सड़कों पर कूड़ा दिखेगा. वहीं यह दिखने में भी बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक सा लगेगा, जमीन के अंदर दस से 12 फीट गहराई में कूड़ा चला जाएगा। जिसे एकत्रित करके एक प्लास्टिक या थैली के जरिए क्रेन से ऊपर खींच कर कूड़ा गाड़ी में डाल दिया जाएगा. जिससे वहां पर साफ-सफाई और खूबसूरती बरकरार रहेगी.

गोरखपुर : मुख्यमंत्री के शहर में प्रदेश का पहला अंडर ग्राउंड कूड़ा डंपिंग स्टेशन बनाया गया है, इस डंपिंग स्टेशन की खासियत यह है कि आपको पता ही नहीं चलेगा कि कई कुंतल कूड़े के ढेर पर आप बैठे हुए हैं. यहां लगी कुर्सियों पर बैठ कर आप चाय, नाश्ते का आनंद भी ले सकते हैं.

अंडर ग्राउण्ड कूड़ा डम्पिंग स्टेशन

गोरखपुर की नगर निगम और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन तहसील सदर गेट पर लगाया गया है. यह दिखने में पोस्ट ऑफिस जैसा है, इसके चारों तरफ कुर्सियां लगी हुई है. जिस पर कोई भी बड़े आराम से बैठकर अपने काम को कर सकता है, वहीं कूड़े के ढेर पर आप बैठकर खाद्य सामग्रियों का आनंद भी ले सकते हैं.

कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के तहत सीएएसआर को महिंद्रा बैंक ने इसे लगाने के लिए 11 लाख बतौर अनुदान नगर निगम को दिया था. जिसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के अधिकारियों ने स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर प्रदेश का पहला पोस्ट ऑफिस नुमा अंडर ग्राउंड कूड़ा डंपिंग स्टेशन बनाया है. जिसकी क्षमता 1 मैक्ट्रीटन है, इस इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है. कूड़े को इकट्ठा करके इस अंडरग्राउंड डंपिंग स्टेशन में डाल देना है और वह जमीन से लगभग 12 से 15 फीट की गहराई में चला जाएगा. लेकिन यह कूड़ा पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करेगा और न ही आसपास के लोगों को किसी प्रकार की कोई बदबू का एहसास होगा साथ ही तमाम बीमारियों से भी बचा जा सकता है.

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बदबू व बीमारी रहित इस कूड़ा डंपिंग स्टेशन के आसपास बेंच अभी भी लगाए गए हैं, वहीं इस डंपिंग स्टेशन की प्रतिदिन सफाई होती है. जिसके लिए नगर निगम ने बकायदा दो कर्मचारियों की नियुक्ति भी की है, गोरखपुर में ऐसे 2 डंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं. पहला गोरखपुर के तहसील गेट पर लगाया गया है, दूसरा बेतियाहाता स्थित बाजार पार्क में.

इस डंपिंग स्टेशन के पास मौजूद लोगों ने बताया कि पहले यहां पर खड़ा होना मुश्किल था, यहां पर जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ था और उन कूड़ो से बदबू आती थी. वहीं हमेशा संक्रमण फैलने का खतरा भी बना रहा था, इस तहसील गेट पर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं. कोई यहां खड़ा भी होना नहीं चाहता था, जब से नगर निगम ने प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन यहां पर लगाया है. यहां पर न ही बदबू है, न ही कूड़ा है और न ही संक्रमण फैलने का कोई खतरा है.

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वहीं नगर निगम के अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के तहत सीएएसआर को महिंद्रा बैंक द्वारा 11 लाख रुपए शहर की साफ सफाई के लिए दिए गए थे. जिससे शहर में प्रदेश का पहला दो कूड़ा डंपिंग स्टेशन लगाया गया है, इस डंपिंग स्टेशन के लगाने से आसपास के क्षेत्रों में न ही बदबू रहेगी और न ही आपको सड़कों पर कूड़ा दिखेगा. वहीं यह दिखने में भी बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक सा लगेगा, जमीन के अंदर दस से 12 फीट गहराई में कूड़ा चला जाएगा। जिसे एकत्रित करके एक प्लास्टिक या थैली के जरिए क्रेन से ऊपर खींच कर कूड़ा गाड़ी में डाल दिया जाएगा. जिससे वहां पर साफ-सफाई और खूबसूरती बरकरार रहेगी.

Intro:गोरखपुर। मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में प्रदेश का पहला अण्डर ग्राउण्ड कूड़ा डंपिंग स्टेशन बनाया गया है, इस डंपिंग स्टेशन की खासियत यह है कि आपको पता ही नहीं चलेगा कि कई कुंतल कूड़े के ढेर पर आप बैठे हुए हैं। यहां लगी कुर्सियों पर बैठ कर आप चाय, नाश्ते का आनंद भी ले सकते हैं।


Body:गोरखपुर की नगर निगम और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन तहसील सदर गेट पर लगाया गया है। यह दिखने में पोस्ट ऑफिस जैसा है, इसके चारों तरफ कुर्सियां लगी हुई है। जिस पर कोई भी बड़े आराम से बैठकर अपने काम को कर सकता है, वही कूड़े के ढेर पर आप बैठकर खाद्य सामग्रियों का आनंद भी ले सकते हैं।

कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के तहत सी ए एस आर को महिंद्रा बैंक ने इसे लगाने के लिए 11 लाख रुपए बतौर अनुदान नगर निगम को दिया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के अधिकारियों ने स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर प्रदेश का पहला पोस्ट ऑफिस नुमा अंडर ग्राउंड कूड़ा डंपिंग स्टेशन बनाया है। जिसकी क्षमता 1 मैक्ट्रीटन है, इस इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है। कूड़े को इकट्ठा करके इस अंडरग्राउंड डंपिंग स्टेशन में डाल देना है और वह जमीन से लगभग 12 से 15 फीट की गहराई में चला जाएगा। लेकिन यह कूड़ा पर्यावरण को प्रदूषित नही करेगा और ना ही आसपास के लोगों को किसी प्रकार की कोई बदबू का एहसास होगा साथ ही तमाम बीमारियों से भी बचा जा सकता है।

बदबू व बीमारी रहित इस कूड़ा डंपिंग स्टेशन के आसपास बेंच अभी भी लगाए गए हैं, वहीं इस डंपिंग स्टेशन की प्रतिदिन सफाई होती है। जिसके लिए नगर निगम ने बकायदा दो कर्मचारियों की नियुक्ति भी की है, गोरखपुर में ऐसे 2 डंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं। पहला गोरखपुर के तहसील गेट पर लगाया गया है, दूसरा बेतियाहाता स्थित बाजार पार्क में।


Conclusion:इस डंपिंग स्टेशन के पास मौजूद लोगों ने बताया कि पहले यहां पर खड़ा होना मुश्किल था, यहां पर जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ था और उन कूड़ो से बदबू आती थी। वही हमेशा संक्रमण फैलने का खतरा भी बना रहा था, इस तहसील गेट पर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं। कोई यहां खड़ा भी होना नहीं चाहता था, जब से नगर निगम ने प्रदेश का पहला कूड़ा डंपिंग स्टेशन यहां पर लगाया है। यहां पर ना ही बदबू है, ना ही कूड़ा है और ना ही संक्रमण फैलने का कोई खतरा है। वही हम लोग यहां पर आकर आराम से चाय और नाश्ते का आनंद लेते हैं, यहां पर लगी कुर्सी पर बैठते हैं, सरकार और नगर निगम कि ये बहुत ही सराहनीय पहल है।

बाइट - दिलीप कुमार पांडये, राहगीर
बाइट - शमद गुफरान, राहगीर

वहीं नगर निगम के अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि कॉरपोरेट सोशल एक्टिविटी के तहत सीएएसआर को महिंद्रा बैंक द्वारा 11 लाख रुपए शहर की साफ सफाई के लिए दिए गए थे। जिससे शहर में प्रदेश का पहला दो कूड़ा डंपिंग स्टेशन लगाया गया है, इस डंपिंग स्टेशन के लगाने से आसपास के क्षेत्रों में ना ही बदबू रहेगी और ना ही आपको सड़कों पर कूड़ा दिखेगा। वहीं यह दिखने में भी बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक सा लगेगा, जमीन के अंदर दस से 12 फीट गहराई में कूड़ा चला जाएगा। जिसे एकत्रित करके एक प्लास्टिक या थैली के जरिए क्रेन से ऊपर खींच कर कूड़ा गाड़ी में डाल दिया जाएगा। जिससे वहां पर साफ-सफाई और खूबसूरती बरकरार रहेगी।

बाइट - डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त




निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
9453623738
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